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Karwa Chauth Ke Niyam करवा चौथ व्रत के नियम क्या है? जानिए वरना अनजाने में हुई गलती से भी टूट जाता है व्रत
Karwa Chauth Ke Niyam: 1नवंबर को करवा चौथ का व्रत होगा, इस दिन पति की लंबी आयु और मनचाहे वर के लिए महिलाएँ व्रत रखती है। इस व्रत से जुड़े कुछ नियम है जिनका पालन जरूर है, जानिए
Karwa Chauth Ke Niyam : हर साल कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखती हैं। बता दे इस साल करवा चौथ का व्रत है। दरअसल करवा चौथ का ये व्रत सुहागिन स्त्रियां अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। साथ ही महिलाएं करवा चौथ के दिन कठिन उपवास रखती है और चांद के निकलने तक पानी की एक बूंद भी ग्रहण नहीं करती हैं।पति की दीर्घायु की कामना के लिए महिलाएं करवा चौथ व्रत निर्जला रखती हैं । फिर रात में चंद्रमा देखकर पानी ग्रहण करती हैं। सुबह से ही घरों में पकवान बनने शुरू हो जाते हैं।
करवा चौथ के इस पर्व पर महिलाओं के लिए मेंहदी लगाना अति महत्वपूर्ण है। सिंर्फ मेंहदी ही नहीं श्रृंगार का हर वह सामान जो सुहागिने यूज(Karwa Chauth Suhag ke Saman Ki List) करती इंपॅारटेंट होता है। इस बार करवा चौथ 1 नवंबर , 2023 को पड़ रहा है। इस साल सबसे अहम बात यह है कि करवा चौथ पर शुभ योग बन रहा है।
करवा चौथ पर जानिए अहम बातें
बता दे दिन भर व्रत रहने के बाद रात में चौथ का चांद देखने के बाद छलनी में पति का चेहरा देखकर ही महिलाएं व्रत का पारण करती हैं। महिलाएं इस व्रत को पति के दीर्घायु और दांपत्य जीवन में खुशहाली के लिए करती हैं, इसलिए शादी-शुदा महिलाओं के द्वारा ये व्रत रखने का विधान है। हालांकि वैसे तो ये व्रत सुहागिन महिलाओं द्वारा करने का विधान है, लेकिन कई बार लोगों के मन में ये प्रश्न भी आता है कि क्या कुंवारी लड़कियां भी करवा चौथ का व्रत कर सकती हैं या नहीं।
ज्योतिष के अनुसार, अविवाहित लड़कियां अपने मंगेतर या प्रेमी जिसे वो अपना जीवन साथी मान चुकी हों, उनके लिए करवा चौथ का व्रत रख सकती हैं। बता दे मान्यता यह है कि इससे उन्हें करवा माता का आशीष प्राप्त होता है। लेकिन कुंवारी कन्याओं के लिए करवा चौथ व्रत और पूजन के नियम अलग-अलग होते हैं, इसलिए यदि आप अविवाहित हैं और करवा चौथ का व्रत करना चाहती हैं, तो सबसे पहले इन बातों के बारे में जान लेना आपके लिए आवश्यक है।
कुंवारी लड़कियों के करवा चौथ का व्रत का नियम
यदि कोई कुंवारी लड़की करवा चौथ का व्रत रखने जा रही है तो निर्जला व्रत करने के बजाए निराहार रहकर व्रत कर सकती है। बता दे ज्योतिष के अनुसार, कुंवारी कन्याओं के लिए निर्जला व्रत रखने की कोई बाध्यता नहीं होती है, क्योंकि उन्हें सरगी आदि नहीं मिल पाती है। इसलिए कुंवारी लड़कियों को यह बात ध्यान में रखनी चाहिए। हालांकि वैसे तो इस व्रत में भगवान शिव, पार्वती, गणेश, कार्तिकेय और चंद्रमा का पूजन किया जाता है। लेकिन कुंवारी कन्याओं को करवा चौथ के व्रत में केवल मां करवा की कथा सुननी चाहिए और भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करना चाहिए। बता दे कुंवारी लड़कियां तारों को देखकर अर्घ्य दे सकती हैं और व्रत का पारण कर सकती हैं। बता दे मान्यता के अनुसार, चंद्रमा को अर्घ्य देने का नियम केवल सुहागिन स्त्रियों के लिए होता है। इसके अलावा बता दे कि अविवाहित लड़कियों को छलनी के प्रयोग करने की भी कोई बाध्यता नहीं है। कुंवारी लड़कियां बिना छलनी के ही तारों को देखकर अर्घ्य दे सकती हैं और व्रत का पारण कर सकती हैं।
करवा चौथ के नियमों का पालन जरूरी
इस व्रत में महिलाएं सुबह सवेरे उठकर सरगी खाती हैं जो उन्हें उनकी सास देती है। सरगी की थाली में फल, ड्राई फ्रूट्स, मट्ठी, फैनी और ज्वैलरी होती है। सूर्योदय से पहले इसे खाने के बाद पूरे दिन कुछ खाया नहीं जाता है। महिलाएं रात को चांद देखकर उसे अर्घ्य देकर व्रत खोलती हैं।
- करवाचौथ के दिन देर तक न सोएं क्योंकि व्रत की शुरुआत सूर्योदय के साथ ही हो जाती है।
- सास की दी गई सरगी करवाचौथ पर शुभ मानी जाती है। व्रत शुरू होने से पहले सास अपनी बहू को कुछ मिठाइयां, कपड़े और श्रृंगार का सामान देती है। सरगी का भोजन करें और भगवान की पूजा करके निर्जला व्रत का संकल्प लें।
- पूजा-पाठ में भूरे और काले रंग को शुभ नहीं माना जाता है। हो सके तो इस दिन लाल रंग के कपड़े ही पहनें क्योंकि लाल रंग प्यार का प्रतीक माना जाता है।
- कुछ महिलाएं इस दिन समय व्यतीत करने के लिए टीवी देखती हैं या गपशप करती हैं। इस दिन पूजा से पहले और बाद में भजन-कीर्तन जरूर करें।
- खुद न सोने के अलावा इस दिन महिलाओं को घर के किसी भी सोते हुए सदस्य के उठाना नहीं चाहिए। हिंदू शास्त्रों के अनुसार करवा चौथ के दिन किसी सोते हुए व्यक्ति को नींद से उठाना अशुभ होता है।
- व्रत करने वाली महिलाओं को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए। महिलाओं को घर में किसी बड़े का अपमान नहीं करना चाहिए।
- शास्त्रों में कहा गया है कि करवा चौथ व्रत के दिन महिलाओं को पति से झगड़ा नहीं करना चाहिए। झगड़ा करने से आपको व्रत का फल नहीं मिलेगा।
- करवा चौथ के दिन महिलाएं अपने श्रृंगार का सामान किसी दूसरी महिला को न दें और न ही इस दिन किसी दूसरी महिला के श्रृंगार का सामान लें।
- करवाचौथ के व्रत के दिन सफेद चीजों का दान करने से बचें। जैसे सफेद कपड़े, दूध, चावल, दही और सफेद मिठाई दान न करें।
- आज के दिन नुकीली चीजों के इस्तेमाल से बचें। सुई-धागे का काम न करें। कढ़ाई, सिलाई या बटन टांकने जैसे काम भी इस दिन न करें।