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अगर चाहिए शुभ फल तो घर के आंगन में इस दिशा में लगाएं पेड़-पौधे
लखनऊ. पेड़-पौधों को अगर सही दिशा और जगह पर न लगाया जाए, तो ये अशुभ फल भी दे सकते हैं। ये न सिर्फ घरों की शोभा बढ़ाते हैं, बल्कि इन्हें हर घर के लिए शुभ भी माना जाता है। इसलिए जरूरी है कि इन्हें सही दिशा और घर के सही हिस्से में लगाया जाए। ऐसे ही कुछ पौधों और पेड़ों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे आप शुभ फल प्राप्त कर सकते हैं।
आंगन में लगाएं ये पेड़-पौधे: कुछ ऐसे पौधे और पेड़ हैं जिन्हें घर के आंगन में लगाना शुभ फल देता है। जैसे अनार, दालचीनी, नारियल, अशोक, गुलाब, बकुल, चमेली, केसर और चंपा के पेड़-पौधे शुभफलदायी होते हैं।
घर के सामने न लगाएं पौधा: घर के ठीक सामने या बीच में कोई भी पौधा कभी नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में परेशानियां बढ़ती हैं। वहीं, फलों के पेड़ जैसे आम, जामुन, केला, दूधिया पेड़ जैसे महुआ, पीपल और कांटेदार पेड़ जैसे बबूल, बेर आदि को घर के आंगन में नहीं लगाना चाहिए।
बेल वाले पौधे: लताओं वाले पौधों को मेन गेट या एक्सटीरियर स्पेस जैसे बालकनी में लगा सकते हैं। लेकिन, इस बात का ध्यान रखें कि लताएं कंपाउंड की दीवार से ऊंची न चली जाएं। वहीं, दूधिया पेड़-पौधों को घर के आंगन में लगाने से बचना चाहिए। इनके घर में होने से परिवार के सदस्यों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
तुलसी: तुलसी के पौधे को घर में लगाना प्राचीन काल से ही शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि जिस घर में रोज सुबह तुलसी को जल चढ़ाया जाता है, वहां कभी पैसों की कमी नहीं होती है। साथ ही पॉजीटिव एनर्जी भी आती है। इस पौधे को घर में उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में ही लगाना चाहिए। इन दिशाओँ में लगाए जाने से तुलसी का पौधा बरकत लाता है।
कांटेदार पौधे: नागफनी जैसे कांटेदार पौधों को घर के भीतर कभी नहीं लगाना चाहिए। लेकिन, गुलाब का पौधा इसके अंतर्गत नहीं आता है। गुलाब का पौधा घर में लगाया जा सकता है। इसे लगाने से जिंदगी में खुशियां आती हैं।
ऊंचे पौधे: ऊंचे पौधों को घर की दक्षिण या पश्चिम दिशा में लगाना चाहिए। ऐसी जगह जहां इन्हें सूरज की भरपूर रोशनी मिले और ये पौधे घर में रहने वालों का रास्ता भी न रोकें। वहीं, छोटे साइज के पौधों को पूर्व या उत्तर दिशा में लगाना चाहिए। लेकिन, इन्हें उत्तर-पूर्व दिशा में लगाने पर अशुभ फल मिलता है।
बरगद का पेड़: बरगद और पीपल के पेड़ को हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है। इस पेड़ को कभी घर में नहीं लगाना चाहिए। इससे अशुभ फल प्राप्त होता है, इसलिए इसे हमेशा मंदिरों में ही लगाया जाना चाहिए।