×

Maa Lakshmi ke 108 Naam kya hai: रोज मां लक्ष्मी के108 नामों का जाप, कर देगा आपको मालामाल, जानिए नाम और उनके अर्थ

Maa Lakshmi ke 108 Naam kya hai: मां लक्ष्मी की 108 नामों को बताएं, विष्णु प्रिया पद्मा देवी घर में खुशहाली लाने है। उनके नामों का नित्य स्मरण और आरती से वो प्रसन्न होती है। आप भी मां लक्ष्मी के इन 108 नामों के जाप से 2023 की शुरूआत करें तो लाभ मिलेगा...जानते है...

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 29 Dec 2022 11:25 AM IST
Maa Lakshmi ke 108 Naam kya hai
X

सांकेतिक तस्वीर, सौ. से सोशल मीडिया

Maa Lakshmi ke 108 Naam kya hai

मां लक्ष्मी की 108 नामों को बताए

विष्णु प्रिया मां लक्ष्मी घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है। इनकी आराधना से घर में दोगुनी खुशियां आती है दरिद्गता का नाश होता है। धन की देवी लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में सौभाग्य के साथ धन की वृद्धि होती है। जीवन में धन, संपत्ति और सौभाग्य पाने के लिए मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए।

कहा जाता है कि खास दिनों में मां लक्ष्मी की विशेष पूजा कर आप मां लक्ष्मी को खुश कर सकते हैं। लेकिन इसके अलावा भी मां लक्ष्मी को खुश किया जा सकता है। हम आपको बता रहे हैं कि कुछ मां लक्ष्मी के 108 नामों के बारे में। कहा जाता है कि अगर मां लक्ष्मी के इन नामों का कमलगट्टे की माला के साथ रोज जाप करे तो धन, ऐश्वर्य, कीर्ति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसलिए आप भी आपने साल 2023 काी शुरुआत मां लक्ष्मी के इन नामों के जाप से कर सकते हैं।

जानते हैं मां लक्ष्मी के 108 नाम क्या-क्या हैं....


माँ लक्ष्मी के 108 नाम

1 . प्रकृति- प्रकृति, 2. विकृति- दोरूपी प्रकृति, 3.विद्या- बुद्धिमत्ता,4. सर्वभूतहितप्रदा, 5.श्रद्धा, 6.विभूति, 7.सुरभि स्वर्गीय, 8.परमात्मिका, 9. वाची,10.पद्मालया,11.पद्मा, 12. शुचि, 13. स्वाहा, 14.स्वधा, 15. सुधा, 16. धन्या, 17. हिरण्मयीं,18. लक्ष्मी, 19. नित्यपुष्ट, 20. विभा, 21. अदिति 22. दीत्य, 23. दीप्ता, 24. वसुधा, 25. वसुधारिणी, 27. कांता, 28. कामाक्षी, 29. कमलसंभवा, 30. अनुग्रहप्रदा, 31. बुद्धि, 32. अनघा 33. हरिवल्लभी, 34. अशोक, 35. अमृता, 36. दीपा, 37. लोक शोक विनाशिनी, 38. धर्मनिलया, 39. करुणा, 40. लोकमट्री

41. पद्मप्रिया, 42. पद्महस्ता, 43. पद्माक्ष्य, 44. पद्मसुंदरी, 45. पद्मोद्भवापद्ममुखी, 47. पद्मनाभप्रिया, 48. रमा, 49. पद्ममालाधरा-, 50. देवी, 51. पद्मिनी, 52. पद्मगंधिनी, 53. पुण्यगंधा, 54. सुप्रसन्ना, 55. प्रसादाभिमुखी, 56. प्रभा, 57. चन्द्र वंदना, 58. चंदा, 59. चन्द्र सहोदरी, 60. चतुर्भुजा, 61. चन्द्ररूपा 62. इंदिरा, 63. इंदुशीतला, 64. अह्लाद जननी, 65. पुष्टि, 66. शिव, 67. शिवाकारी, 68. सत्या, 69. विमला, 70. विश्वजननी, 71. पुष्टि, 72. दरिद्रियनशिनी, 73. प्रीता पुष्करिणी-, 74. शांता, 75. शुक्लमालबारा, 77. बिल्वनिलया, 78. वरारोहा, 79. शस्विनी,80. वसुंधरा

81. उदरंगा, 82. हरिनी, 83. हेमा मालिनी, 84. धनधान्यकी, 85. सिद्धि, 86. स्टरीनासौम्य, 87. शुभप्रभा, 88. नृपवेशवगाथानंदा, 89. वरलक्ष्मी, 90. वसुप्रदा, 91. शुभा, 92. हिरण्यप्राका, 93. समुद्रतनया, 94. जया, 95. मंगला, 96. देवी, 97. विष्णुवक्ष, 98. विष्णुपत्नी, 99. प्रसन्नाक्षी 100. नारायण समाश्रिता, 101. दरिद्रिया ध्वंसिनी, 102. डेवलष्मी, 103. सर्वपद्रवनिवर्णिनी 104. नवदुर्गा, 105. महाकाली, 106. ब्रह्मा-विष्णु-शिवात्मिका, 107. त्रिकालज्ञानसंपन्ना,108. भुवनेश्वराय


माँ लक्ष्मी के 108 नामों का अर्थ

1. प्रकृति- प्रकृति

2. विकृति- दो रूपी प्रकृति माँ

3. विद्या- बुद्धिमत्ता देवी

4. सर्वभूतहितप्रदा- ऐसा व्यक्ति जो संसार के सारे सुख दे सके

5. श्रद्धा- वह माँ जिसकी पूजा होती है

6. विभूति- धन की देवी माँ

7. सुरभि- सुगंधा देवी

8. परमात्मिका- सर्वव्यापी देवी

9. वाची- अमृतमयी वाणी

10. पद्मालया- वह माँ जो कमल पर रहती हैं

11. पद्मा- कमला देवी

12. शुचि- पवित्रता की देवी

13. स्वाहा- शुभ देवी

14. स्वधा- वह देवी जो अशुभता को दूर करे

15. सुधा- अमृत की देवी

16. धन्या- समृद्धि की देवी

17. हिरण्मयी- वह देवी जो स्वर्ण के समान है

18. लक्ष्मी- धन और समृद्धि की देवी

19. नित्यपुष्ट- वह देवी जिनसे नित्य शक्ति मिलती है

20. विभा- वह देवी जिनका चेहरा दीप्तिमान है

21. अदिति- वह देवी जिनकी चमक सूर्य की तरह है

22. दीत्य- वह देवी जो प्रार्थना का जवाब देती हैं

23. दीप्ता- लौ की तरह जगमगाने वाली देवी

24. वसुधा- पृथ्वी की देवी

25. वसुधारिणी- पृथ्वी की रक्षक देवी

26. कमला- कमलगंधा देवी

27. कांता- भगवान विष्णु की पत्नी

28. कामाक्षी- आकर्षक आंखों वाली देवी

29. कमलसम्भवा- वह देवी जो कमल में उपस्थित होती है

30. अनुग्रहप्रदा- वह देवी जो शुभकामनाओं का आशीर्वाद देती है

31. बुद्धि- बुद्धि की देवी

32. अनघा- निष्पाप या शुद्ध देवी

33. हरिवल्लभी-भगवान विष्णु की पत्नी

34. अशोका- दुख को दूर करने वाली देवी

35. अमृता- अमृत की देवी

36. दीपा- प्रकाशमयी देवी

37. लोकशोकविनाशिनी-सांसारिक संकटों का नाश करने वाली देवी

38. धर्मनिलया- धर्मरक्षिणी देवी

39. करुणा- ममता की मूर्ति देवी

40. लोकमात्रिका- जन-जन की देवी

41. पद्मप्रिया- वह देवी जिन्हें कमल प्रिय है

42. पद्महस्ता- जिनके हाथ में कमल हैं और जिनके हाथ कमल की तरह हैं

43. पद्माक्ष्य- वह देवी जिनकी आंखें कमल के समान है

44. पद्मसुन्दरी- कमल के समान सुंदर देवी

45. पद्मोद्भवा- कमल से उत्पन्न होने वाली देवी माँ

46. पद्ममुखी- कमल के सदृश मुख वाली देवी

47. पद्मनाभप्रिया- पद्मनाभ(भगवान विष्णु) की प्रेमिका

48. रमा- भगवान विष्णु के साथ रमण करने वाली देवी

49. पद्ममालाधरा- कमल की माला पहनने वाली देवी

50. देवी- देवी

51. पद्मिनी- कमल की तरह देवी

52. पद्मसुगन्धिनी- कमल की तरह सुगंध वाली देवी

53. पुण्यगन्धा- दिव्य सुगंधित देवी

54. सुप्रसन्ना- अनुकंपा करने वाली, सदा प्रसन्न चित्त रहने वाली देवी

55. प्रसादाभिमुखी- वरदान और इच्छाओं को अनुदान देने वाली देवी

56. प्रभा- देवी जिनका आभामंडल दिव्य और चमकदार हो

57. चंद्रवंदना- वह देवी जिनकी दीप्ति चंद्र के समान हो

58. चंदा- चन्द्र की तरह शांत देवी

59. चन्द्रसहोदरी- वह जो चंद्रमा की बहन है

60. चतुर्भुजा- चार भुजाओं वाली देवी

61. चन्द्ररूपा- चंद्रमा के समान रूप वाली देवी

62. इंदिरा- सूर्य की तरह चमक वाली देवी

63. इन्दुशीतला-चांद की तरह शीतल देवी

64. अह्लादजननी- प्रसन्नता देने वाली देवी

65. पुष्टि- स्वास्थ्य की देवी

66. शिवा- शुभ देवी

67. शिवाकारी- वह जो शुभ का अवतार है.

68. सत्या- सच्चाई की देवी

69. विमला- वह जो शुद्ध है

70. विश्वजननी- समस्त ब्रह्माण्ड की देवी

71. तुष्टी- तुरंत प्रसन्न होने वाली देवी

72. दारिद्र्यनाशिनी- दरिद्रता दूर करने वाली देवी

73. प्रीता पुष्करिण- वह देवी जिनकी आंखें सुखदायक हैं

74. शांता- शांतिपूर्ण देवी

75. शुक्लांबरा- श्वेत वस्त्र धारण करने वाली देवी

76. भास्करी- सूर्य के समान तेजस्वी देवी

77. बिल्वनिलया- बिल्व वृक्ष में निवास करने वाली देवी

78. वरारोहा- हर वरदान पूर्ण करने वाली देवी

79. यशस्विनी- यश, सुख, प्रसिद्धि और भाग्य की देवी

80. वसुंधरा- वह जो धरती माता की बेटी है

81. उदरंगा- जिनकी देह सुंदर है

82. हरिनी- वह देवी जो हिरण की तरह चंचला है

83. हेमामालिनी- स्वर्ण का हार धारण करने वाली देवी

84. धनधान्यकी- स्वास्थ्य प्रदान करने वाली देवी

85. सिद्धि- वह जो रक्षक है

86. सौम्या- कोमल और आकर्षक देवी

87. शुभप्रभा- वह देवी जो शुभता प्रदान करे

88. नृपवेशवगाथानंदा- वह देवी जो महलों में रहती है

89. वरलक्ष्मी- समृद्धि की दाता देवी

90. वसुप्रदा- धन को प्रदान करने वाली देवी

91. शुभा- शुभ देवी

92. हिरण्यप्रका- स्वर्ण प्रिया देवी

93. समुद्रतनया- समुद्र की बेटी

94. जया- विजय की देवी

95. मंगला- मंगल करने वाली देवी

96. देवी- देवता या देवी

97. विष्णुवक्षा- भगवान विष्णु के सान्निध्य में रहने वाली, उनके ह्रदय में निवास करने वाली देवी

98. विष्णुपत्नी- भगवान विष्णु की पत्नी

99. प्रसन्नाक्षी- खूबसूरत आंखों वाली देवी

100. नारायण समाश्रिता- नारायण के साथ रहने वाली देवी

101. दारिद्र्य ध्वंसिनी- गरीबी समाप्त करने वाली देवी

102. लक्ष्मी- देवी

103. सर्वोपद्रवनिवारिणी- हर उपद्रव और संकट का निवारण करने वाली

104. नवदुर्गा- नौ दुर्गा के सभी रूप

105. महाकाली- काली देवी

106. ब्रह्मा-विष्णु-शिवात्मिका- ब्रह्मा, विष्णु, शिव की आराध्या

107. त्रिकालज्ञानसम्पन्ना- जिन्हें तीनों कालों की जानकारी हो

108. भुवनेश्वरींड की स्वामिनी

इस तरह अगर रोज इन नामों का अर्थ समझकर जाप करते हैं तो मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है। मतलब मां लक्ष्मी को आसानी से प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। मां लक्ष्मी के आशीर्वाद से ही हम जीवन में सुख-संपत्ति और धन-संपदा प्राप्त करते हैं। वैसे तो कहा जाता है कि नियमित रूप से कमल गट्टे की माला से लक्ष्मी के 108 नामों का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी अवश्य प्रसन्न होती हैं और धन-धान्य का आशीर्वाद प्रदान करती हैं।

दोस्तों देश और दुनिया की खबरों को तेजी से जानने के लिए बने रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story