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यदि आपकी कुंडली है शादी का योग तो फिर इन उपायों से दूर करें विवाह बाधा
जयपुर:ऐसे कितने माता-पिता हैं जो अपने बच्चों के विवाह के लेकर बहुत परेशान हैं। जब भी उनमें से किसी के विवाह की बात चलती है, तो कोई न कोई बाधा उपस्थित हो जाती है। इसके चलते उनका विवाह नहीं हो पाता। बहुत से युवा इस बात से बहुत अधिक निराश हो जाते हैं, उनके चेहरों पर भी उदासी और मायूसी व्याप्त हो जाती है। ऐसे अनेक व्यक्तियों को देखा गया है जो काफी उम्र के हो गए लेकिन उनका किसी न किसी अड़चन के कारण उनका विवाह नहीं हुआ। यहां कुछ ऐसे उपाय बता रहें जिनके करने से विवाह की बाधाएं समाप्त होती हैं। उन उपायों का प्रयोग करने से पहले यह देख लेना भी जरूरी है कुंडली में विवाह योग है भी या नहीं।
*यदि किसी लड़की की जन्म कुंडली योग के कारण उसके विवाह में बाधा आ रही है। उसे मंगलवार को चंडिका स्तोत्र मंगलवार को तथा शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। इससे विवाह में आई बाधा दूर हो जाती हैशु। क्ल पक्ष की पहली तिथि को प्रातः काल स्नान आदि से निवृत्त होकर राम सीता की सम्मिलित चित्र का षोडशोपचार पूजन करके चित्र के सामने बैठ जाएं और निम्निलिखित चौपाई का 108 बार जाप करें।
सुनु सिय सत्य असीस हमारी।
पूरहि मनकामना तुम्हारी।।
*किसी भी शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को भगवान कार्तिकेय के चित्र के आगे 21 माला जाप कर (हीं कुमाराय नम:)मंत्र को सिद्ध कर लेना आवश्यक है। इसके बाद नियमित रूप से इस मंत्र की 11 माला जाप प्रतिदिन करने से नजर दोष समाप्त होता है और 6 माह के भीतर युवती का विवाह संपन्न हो जाता है। जप में दुर्गा की माला प्रयुक्त करनी चाहिए।
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*शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार की संध्या में 5 तरह की मिठाई के साथ छोटी इलायची का जोड़ा तथा शुद्ध घी के दीपक के साथ जल अर्पित करें। इस उपाय को लगातार 3 गुरुवार तक करने से विवाह का योग बनता है।मंगलवार को प्रातः सूर्योदय काल में एक सूखा नारियल ले उसमें 300 ग्राम बूरा अर्थात पिसी हुई शक्कर तथा 11 रुपए का पंचमेवा मिला लें। उस नारियल में एक इतना बड़ा क्षेत्र करें, जिसमें आसानी से उंगली जा सके। उस नारियल में पिसी शक्कर और पंचमेवा मिलाकर भर दें और किसी पीपल के नीचे थोड़ा गड्ढा करके दबा दें। जो शक्कर बचे उसे गड्ढे के ऊपर ही डालकर एक पत्थर रख दें, जिससे कोई पशु उसे न निकाल पाए। इस क्रिया को आप लगातार 7 मंगलवार करें, किसी भी युवती के लिए लगातार 7 मंगलवार नहीं हो सकते। ऐसे में जब उसका स्वास्थ्य खराब हो तो उपाय रोक दें और शुद्ध होने पर पुनः आरंभ कर दें। एक सावधानी जरूर बरतें कि सोमवार की रात्रि से मंगलवार को प्रयोग होने तक पानी नहीं पीना है। सात मंगलवार पूरे होने पर प्रभाव दिखाई देगा।
* यदि कुंडली में विवाह योग है तो विवाह तो अवश्य होगा, चाहे देर से ही सही। उपाय यह है केवल हरसिंगार की जड़ या फिर पुष्प को पूर्णिमा की रात्रि में विवाह योग्य युवक-युवती के ऊपर 21 बार उतारकर तुलसी के पौधे के नीचे दबा दें। शीघ्र विवाह का योग समीप आ जाएगा। यह बड़ा ही अद्भुत प्रयोग है।
*विवाह योग्य युवक-युवती को प्रत्येक गुरुवार को स्नान करने वाले जल में एक चौथाई चम्मच हल्दी डालकर स्नान करना चाहिए। हल्दी के स्थान पर केसर का उपयोग भी किया जा सकता है।ऐसे लड़के लड़कियों को गुरुवार को गाय को भोग लगाएं। इसमें आटे के दो गोल पर थोड़ी सी हल्दी लगाकर थोड़ा गुड़ तथा पीली दाल डालकर गाय को खिलाएं। इस उपाय को करने से विवाह का योग शीघ्र बन जाता है। ऐसे युवक-युवती भूलकर भी बुजुर्गों का असम्मान न करें बल्कि उनका सम्मान कर आशीर्वाद प्राप्त करें।