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Masik Shivratri 2024: माघ माह में मासिक शिवरात्रि कब है, जानिए पूरे साल के शिवरात्रि व्रत की तारीख

Masik Shivratri:हर माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। मासिक शिवरात्रि पर भगवान शंकर की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 7 Feb 2024 6:27 AM GMT
Masik Shivratri 2024: माघ माह में मासिक शिवरात्रि कब है, जानिए पूरे साल के शिवरात्रि व्रत की तारीख
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Masik Shivratri 2024: मासिक शिवरात्रि का दिन बहुत ही खास और महत्वपूर्ण होता है।मासिक शिवरात्रि शिव जी की प्रिय तिथि है। कहा जाता है कि इस दिन पूजा और व्रत करने से शिव जी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर करते हैं। समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए शिवरात्रि के दिन शिवलिंग का रुद्राभिषेक करना बहुत शुभ फलदायी माना जाता है।

यह भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है। देवों के देव महादेव की आराधना से हर असंभव कार्य संभव हो जाता है। यह त्यौहार हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए शिवरात्रि का दिन बेहद खास माना जाता है।

बता दें कि साल का पहला मासिक शिवरात्रि व्रत 9 जनवरी को है। इस व्रत को करने से साधक को सुख, समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद मिलता है। वैसे तो महादेव की पूजा किसी भी समय की जा सकती है, लेकिन मासिक शिवरात्रि के दिन भोलेनाथ की पूजा रात में करने का विधान है। अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों होता है और इसके पीछे क्या कारण है? तो आइए आपकी जिज्ञासा को शांत करने के लिए जानते हैं मासिक शिवरात्रि से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें।

माघ मासिक शिवरात्रि शुभ समय

हिंदू कैलेंडर के अनुसार माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 8 फरवरी 2024 को सुबह 11:17 बजे शुरू होगी। इसका समापन 9 फरवरी 2024 को शाम 06:17 बजे होगा।

मासिक शिवरात्रि व्रत का महत्व

मासिक शिवरात्रि व्रत का बड़ा धार्मिक महत्व है। यह दिन भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा को समर्पित है। इस शुभ दिन पर, भक्त भक्ति और समर्पण के साथ भगवान शिव की पूजा करते हैं। वे अपने परिवार की खुशहाली के लिए भी व्रत रखते हैं। मासिक शिवरात्रि वह दिन है जब लोग विभिन्न प्रकार के धार्मिक कार्य करते हैं। इसके अलावा लोग शिव मंदिर में जाकर रुद्राभिषेक और जलाभिषेक करते हैं। ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों की जन्म कुंडली में चंद्रमा से संबंधित समस्याएं हैं उन्हें सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए यह व्रत अवश्य करना चाहिए।

मासिक शिवरात्रि पूजा विधि

मासिक शिवरात्रि के दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नानादि करें।यदि घर शिवलिंग है तो दूध, और गंगाजल आदि से अभिषेक करें। शिवरात्रि पूजा आधी रात को होती है, इसे निशिता काल भी कहा जाता है। पूजा शुरू करने से पहले स्नान कर लें और साफ कपड़े पहन लें. इसके बाद गंगाजल, दूध, घी, शहद, दही, सिन्दूर, चीनी, गुलाब जल आदि चढ़ाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। अभिषेक करते समय शिव मंत्र का जाप करें। चंदन लगाएं और धतूरा, बेलपत्र और धूप जलाएं। दीपक जलाएं और आहुति दें। इसके बाद रुद्राक्ष की माला से शिव चालीसा, शिव पुराण और शिव मंत्र का जाप करें। शिव आरती करें और भगवान से अपनी गलती के लिए माफी मांगें।

भगवान शिव का नमस्कार मंत्र

शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च।

ईशान: सर्वविद्यानामीश्वरः, सर्वभूतानां ब्रह्माधिपतिमहिर्बम्हनोधपतिरभम्हा शिवो मे अस्तु सदाशिवोम।

भगवान शिव का महामृत्युंजय मंत्र

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।

उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।

श्री शिवाय नम:

श्री शंकराय नम:

श्री महेश्वराय नम:

श्री संबसदा शिवाय नम:

श्री रूद्राय नम:

ॐ पार्वतीपतये नम:

मासिक शिवरात्रि 2024 के पूरे साल की तिथि

9 जनवरी 2024, मंगलवार पौष मासिक शिवरात्रि

8 फरवरी 2024, गुरुवार माघ मासिक शिवरात्रि

8 मार्च 2024, शुक्रवार महाशिवरात्रि, फाल्गुन शिवरात्रि

7 अप्रैल 2024, रविवार चैत्र मासिक शिवरात्रि

6 मई 2024, सोमवार वैशाख मासिक शिवरात्रि

4 जून 2024, मंगलवार ज्येष्ठ मासिक शिवरात्रि

4 जुलाई 2024, गुरुवार आषाढ़ मासिक शिवरात्रि

2 अगस्त 2024, शुक्रवार सावन मासिक शिवरात्रि

1 सितंबर 2024, रविवार भाद्रपद मासिक शिवरात्रि

30 सितंबर 2024, सोमवार अश्विन मासिक शिवरात्रि

30 अक्टूबर 2024, बुधवार कार्तिक मासिक शिवरात्रि

29 नवंबर 2024, शुक्रवार मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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