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Nag Panchami 2022: 2 अगस्त को है नाग पंचमी का त्यौहार, जानें पूजन मुहूर्त, विधि और महत्त्व

Nag Panchami 2022: धार्मिक मान्यता के अनुसार, नाग पंचमी के दिन नाग देवता की आराधना करने से भक्तों को उनका आशीर्वाद प्राप्त होने के साथ कई अन्य प्रकार के भी शुभ फलों की भी प्राप्ति होती हैं।

Preeti Mishra
Written By Preeti Mishra
Published on: 27 July 2022 3:18 PM IST
Nag Panchami 2022
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Nag Panchami 2022 (Image: Newstrack)

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Nag Panchami 2022: हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन के महीने में कई व्रत और त्यौहार पड़ते हैं। भगवान् शिव को समर्पित सावन का महीना हिन्दू धर्म में बेहद विशेष माना जाता है। बता दें कि सावन के महीने में ही नाग पंचमी मनाई जाती है। हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ही नाग पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है। उल्लेखनीय है कि नागपंचमी पूर्ण रूप से नाग देवता को समर्पित त्यौहार माना जाता है। हिन्दू मान्यता के अनुसार नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।

हिन्दू पौराणिक काल से ही सांपों को देवताओं की तरह पूजते आ रहे है। धार्मिक मान्यतााओं के अनुसार नाग की पूजा करने से सांपों के डसने का भय समाप्त हो जाता है। धार्मिक पुराणों में बताया गया है कि भगवान भोलेनाथ के गले में भी नाग देवता हमेशा लिपटे रहते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, नाग पंचमी के दिन नाग देवता की आराधना करने से भक्तों को उनका आशीर्वाद प्राप्त होने के साथ कई अन्य प्रकार के भी शुभ फलों की भी प्राप्ति होती हैं।

नाग पंचमी 2022 की तिथि और शुभ मुहर्त

सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि मंगलवार 2 अगस्त 2022 के दिन पड़ रही है। इसी दिन नाग पंचमी का त्यौहार मनाया जायगा।

शुभ मुहूर्त

नाग पंचमी 2022 तिथि की शुरुआत- मंगलवार 02 अगस्त सुबह 5 बजकर 13 मिनट से

नाग पंचमी 2022 तिथि समाप्ति- बुधवार 03 अगस्त सुबह 05 बजकर 41 मिनट पर

नाग पंचमी 2022 पूजा का क्या है शुभ मुहूर्त- मंगलवार 02 अगस्त सुबह 5 बजकर 43 मिनट से शुरू होकर सुबह 8 बजकर 25 मिनट तक

नाग पंचमी की पूजन विधि

धार्मिक पुराणों के अनुसार नाग पंचमी वाले दिन अनन्त, वासुकी, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट, शंख, कालिया और पिंगल नामक देव नागों की पूजा जरूर की जाती है। मान्यताओं के अनुसार ऐसे में इस दिन घर के दरवाजे पर सांप की आठ आकृति बनाई जाती है।

फिर उसमें हल्दी, रोली, चावल और फूल चढ़ाकर नागदेवता की पूजा करके मिष्ठान का भोग लगाते हुए नाग देवता की कथा अवश्य पढ़ना चाहिए। पूजा करने के बाद कच्चा दूध में घी, चीनी मिलाकर उसे लकड़ी पर रखें गए सांप को अर्पित करें।

नाग पंचमी की पूजा का विशेष है महत्व

हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन के संकटों का नाश होकर उन्हें मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि इस दिन नागों के दर्शन प्राप्त होना बेहद शुभफलदायी है। इसके अलावा इस दिन सांपों को दूध से स्नान कराने और दूध पिलाने से भी व्यक्ति को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।




Preeti Mishra

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Content Writer (Health and Tourism)

प्रीति मिश्रा, मीडिया इंडस्ट्री में 10 साल से ज्यादा का अनुभव है। डिजिटल के साथ-साथ प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी काम करने का तजुर्बा है। हेल्थ, लाइफस्टाइल, और टूरिज्म के साथ-साथ बिज़नेस पर भी कई वर्षों तक लिखा है। मेरा सफ़र दूरदर्शन से शुरू होकर DLA और हिंदुस्तान होते हुए न्यूजट्रैक तक पंहुचा है। मैं न्यूज़ट्रैक में ट्रेवल और टूरिज्म सेक्शन के साथ हेल्थ सेक्शन को लीड कर रही हैं।

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