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नागपंचमी कब हैं? जानिए इस पूजा के लिए शुभ मुहूर्त और योग
- नागपंचमी के दिन शिव के साथ नागों की पूजा का विधान है। नागों का मनुष्य और देवों के जीवन में महत्व है। नाग सृष्टि के पालनकर्ता विष्णु भगवान के लिए आरामदायक शय्या है तो शिव भगवान की गले की शोभा।
नागपंचमी कब हैं? 2021
भगवान शिव के प्रिय गले का हार नागों की पूजा नागपंचमी के दिन देशभर में धूमधाम से मनाई जाती है। इस दिन शिवभक्त नागों की पूजा करते हैं दूध पिलाते है और आशीर्वाद लेते हैं। हर साल नाग पंचमी सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। इस बार नाग पंचमी 12 और 13 अगस्त को है। उदयातिथि में नाग पंचमी 13 अगस्त को मनाई जाएगी।
नाग पंचमी के दिन शिव के साथ नागों की पूजा का विधान है। नागों का मनुष्य और देवों के जीवन में महत्व है। नाग सृष्टि के पालनकर्ता विष्णु भगवान के लिए आरामदायक शय्या है तो शिव भगवान की गले की शोभा। नाग पंचमी को
नागपंचमी का शुभ मुहूर्त
नागपंचमी के दिन नक्षत्र हस्त 07:59 AM के बाद चित्रा लगेगा और साध्य योग 01:46 PM तक रहेगा
- पचंमी तिथि का आरंभ- 12 अगस्त-15.24 से
- पचंमी तिथि का समापन- 13 अगस्त 13.42 तक
- नागपंचमी पूजा का शुभ मुहूर्त- 13 अगस्त 05.24 से 08.31 तक।
- नागपंचमी अभिजीत मुहूर्त - 12:05 PM से 12:57 PM
- नागपंचमी अमृत काल – 12:49 AM – 02:20 AM
- नागपंचमी ब्रह्म मुहूर्त – 04:30 AM से 05:18AM
- नागपंचमी विजय मुहूर्त- 02:13 PM से 03:06 PM
- नागपंचमी गोधूलि बेला- 06:22 PM से 06:46 PM
- नागपंचमी निशिता काल- 11:41 PM से 12:25 AM, 14 अगस्त
- नागपंचमी रवि योग - 08:00 AM से 05:31 AM 14 अगस्त
शिव पार्वती के साथ इस दिन शुभ मुहूर्त में नाग की पूजा करना चाहिए और जमीन को नहीं खोदना चाहिए। इस दिन पूजा और नियमों का पालन करने से काल सर्प योग से मुक्ति मिलती है।