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Narendra Modi ki Kundli: क्या कहते हैं पीएम मोदी के सितारे, 2024 में बनेंगे प्रधानमंत्री
Narendra Modi Ki Kundli: देश-विदेश में प्रधानमंत्री मोदी के प्रति सम्मान और उनके प्रभाव में वृद्धि होगा। पीएम मोदी अभी भी पूरी दुनिया में अपना प्रभाव बढ़ाने में कामयाब हो सकते हैं। क्या कहती है कुंडली...
Narendra Modi ki Kundli: ज्योतिष के अनुसार पीएम मोदी साल 2024 में भाऱत के प्रधानमंत्री बन पाएंगे या नहीं। जानते हैं क्या कहती है पीएम मोदी की जन्मकुंडली…नरेंद्र मोदी की कुंडली में है तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का योग, वर्तमान प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी का जन्मदिन 17 सितंबर को है। प्रधानमंत्री लगातार दो बार देश के प्रधानमंत्री बने है और जन जन के लोकप्रिय नेता है। नरेंद्र मोदी की कुंडली में गुरु चंद्रमा के योग से 2024 में शनि की साढ़े साती चलेगी, इस समय वे फिर से पीएम बनकर आएंगे। ऐसा होने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता है।
साल 2024 में शनि की साढ़े साती के समय उनकी कुंडली में मंगल होने से फिर उन्हें पीएम बनने का मौका मिलेगा। और संभावना सहित 2028 तक देश का नेतृत्व करेंगे और फिर राहु की महादशा में नेतृत्व परिवर्तन होगा पार्टी वही रहेगी ।
क्या कहते हैं पीएम मोदी के सितारे
भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी का जन्म 17 सितंबर 1950 को दोपहर अभिजीत मुहूर्त में 12 बजकर 9 मिनिट पर गुजरात के वडनगर में हुआ था। वहीं लग्न कुंडली के अनुसार मोदी जी की कुंडली वृश्चिक लग्न की है और इनकी कुंडली के स्वामी मंगल देव है। मोदी जी की लग्न व जन्म राशि वृश्चिक ही है। जो एक अच्छा संयोग है। वहीं जन्मकुंडली में लग्नेश मंगल नवमेश चंद्रमा के साथ विराजमान हैं। इसलिए जैसे ही पीएम मोदी की कुंडली में चंद्रमा की दशा शुरू हुई। उसके बाद ही वह राजनीति में चमकने लगे। साथ ही उनका वर्चस्व पार्टी में बढ़ने लगा।
पीएम मोदी की कुंडली में शुभ योग
ज्योतिष अनुसार पीएम मोदी की कुंडली में मंगल व चंद्रमा लग्न में विराजमान हैं, जहां मंगल देव रोचक नाम का पंच महापुरुष योग बनाकर विराजमान हैं। साथ ही चंद्रमा के साथ नीच भंग राजयोग भी बनाते हैं। वहीं पीएम मोदी की जन्मकुंडली में एकादश स्थान में सूर्य व बुध की युति है। जिससे बुधादित्य राजयोग का निर्माण हुआ है। इसलिए पीएम मोदी हमेशा एक लोक्रप्रिय नेता रहेंगे। साथ ही वह हमेशा मान- सम्मान को प्राप्त करेंगे। वहीं कुंडली में मंगल देव छठे व पहले घर के स्वामी है और वह लग्न में बैठे हैं इसलिए दुश्मन कभी भी इनसे जीत नहीं पाएंगे।
क्या तीसरी बार प्रधानंत्री बनेंगे मोदी?
पीएम नरेंद्र मोदी की कुंडली
नाम – नरेंद्र दामोदरदास मोदी
जन्म स्थान – बड़नगर, गुजरात
जन्म तिथि – 17 सितंबर 1950
जन्म समय – गुप्त ( पूर्वाह्न 11 बजे )
राशि लग्न- वृश्चिक- स्वामी
मंगल राशि - वृश्चिक- स्वामी मंगल
अगर हम पीएम मोदी के आने वाले समय मतलब खासकर साल 2024 की बात करें। तो ज्योतिष अनुसार पीएम मोदी पर मई 2023 से मंगल में बृहस्पति की अंतर्दशा 21 अप्रैल 2024 तक चलेगी। मंगल की महादशा नवंबर 2028 तक रहेगी। ऐसे में मंगल और गुरु का आपस में मित्रता का भाव है। इसलिए इसलिए मोदी जी चुनाव में शानदार जीत हासिल कर सकते हैं।। साथ ही वह एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे। अप्रैल 2024 से जून 2025 तक मोदी जी देश हित में बड़े फैसले ले सकते हैं। जून 2025 से मैं 2026 तक पीएम मोदी जी की सेहत में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
बता दें कि पीएम मोदी की कुंडली असाधारण है,जो उन्हें असाधारण व्यक्तित्व का मालिक बनाता है।कुंडली के लग्न में लग्नेश मंगल, भाग्येश चंद्रमा के साथ, पराक्रमेश और सुखेश शनि कर्म भाव में सप्तमेश और व्ययेश शुक्र के साथ, राहु पंचम भाव में शत्रु सूर्य के घर में और बुध एकादश में स्वाग्रही होकर मित्र सूर्य और केतु के साथ विराजमान है। लग्न का स्वग्रही मंगल इन्हें अदम्य साहस, ऊर्जावान, हिम्मती और सक्रिय बना कर विरोधियों के हर दांव का करारा जवाब देने वाला बनाता है।
मोदी जी दो बार प्रधानमंत्री रह चुके है उनकी कुंडली में 3 बार प्रधानमंत्री बनने के योग है। प्रधानमंत्री मोदी का लग्नेश मंगल लग्न में चंद्रमा के साथ युति है। चंद्र-मंगल युति यानी नवमेश और लग्नेश का संबंध उनकी कुंडली में राजयोग है और इन दोनों ग्रहों की युति को किसी भी कुंडली में एक अच्छा धन योग मानते है। शुक्र-शनि का भी साथ अच्छा है।
कुंडली में सूर्य दशम भाव और एकादश भाव में विराजमान हैं, जिसके साथ ही उच्च का बुध बैठा है। देश-विदेश में प्रधानमंत्री मोदी के प्रति सम्मान और उनके प्रभाव में वृद्धि होगा। पीएम मोदी अभी भी पूरी दुनिया में अपना प्रभाव बढ़ाने में कामयाब हो सकते हैं।
नरेन्द्र मोदी को राजयोग
श्री नरेन्द्र मोदी जी की जन्म कुंडली वृश्चिक लग्न और वृश्चिक राशि की है । मोदी जी की पत्रिका में वृश्चिक लग्न का स्वामी मंगल लग्न में , उनकी राशि का स्वामी मंगल लग्न में और सूर्य लग्न जोकि कन्या है उसका स्वामी बुध भी सूर्य लग्न में है तीनों लग्नों के स्वामी लग्न में ये एक अदभुत राजयोग है जो मोदी जी को शानदार शक्सियत का मालिक साहसी ,महत्वाकांक्षी , और असाधारण बनाता है ऐसे व्यक्ति कुछ ठान ले तो पीछे नहीं हटते , नोट बन्दी हो या कृषि कानून या चीन के साथ बॉर्डर विवाद या सर्जिकल स्ट्राइक हो , मोदी जी ने बार बार दिखाया की कैसे कठिन और विपरीत परिस्थिति में भी अडिग राहा जाता है।
मोदी जी की कुण्डली में कई शुभ योग और राजयोग बने हुए हैं। जैसे गजकेसरी योग, मूसल योग, केदार योग, रूचक योग, वोशि योग, भेरी योग, चंद्र मंगल योग, नीच भंग योग, अमर योग, कालह योग, शंख योग तथा वरिष्ठ योग आदि , जिन्होंने मोदी जी को देश विदेश में मशहूर किया और इतना प्रभावशाली प्रधानमंत्री बनाया । मोदी जी की कुण्डली में कर्म और स्टेटस भाव का स्वामी सत्ता कारक सूर्य एकादश भाव में एकादश भाव के स्वामी बुध के साथ बुधादित्य योग में है जो मोदी जी को कर्म से सफलता दिलाने में निर्णायक भूमिका निभा रहा है। नवम भाव का स्वामी चंद्र लग्नेश के साथ बैठकर पूर्व जन्मों के प्रताप और माता के आशीर्वाद से विशेष सफलता दिलवा रहा है मोदी जी भाग्य के घोड़े पर सवार है और रहेंगे ।
धन और वाणी भाव का स्वामी वक्रीय गुरु चतुर्थ भाव में है पराक्रम भाव का स्वामी और चतुर्थ जनता का सपोर्ट , जनता का प्यार चतुर्थ भाव स्वामी शनि दशम भाव में है जो मोदी जी को अदभुत वाणी और भाषण देने की कला का स्वामी बनाता है मोदी जी की कम्युनिकेशन स्किल्स की दुनिया मुरीद है । 2 3 4 5 10 भाव का सम्बन्ध शनि और गुरु मिलकर बना रहे है शनि यहां अपने भाव चतुर्थ को देख रहा है और गुरु कर्म भाव को देखकर राजनीति में जनता के सपोर्ट से सफलता दे रहे है यहां शुक्र 7 भाव का भी साथ मिल रहा है राजनीति में सफलता के लिए 3 4 6 7 9 10 11 भाव अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है जो मोदी जी की कुण्डली से जगजाहिर होता है।
पीएम मोदी की कुंडली में लग्न में बैठा मंगल और चंद्रमा अच्छा और राजयोग दे रहा है।पीएम मोदी की जन्म कुंडली में गजकेसरी योग, वरिष्ठ योग भेरी योग, चंद्र मंगल योग, अमर योग, कालह योग, शंख योग है। जो उन्हे नेतृत्व की क्षमता देता है। उनकी कुंडली में बृहस्पति का केंद्र में होना और मंगल का स्वराशि में होना बहुत अच्छा प्रबंधन करने के गुण हैं। ऐसे में व्यक्ति को बहुत बड़ी मात्रा में जनसमर्थन और जनता का सहयोग प्राप्त होता है