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Nav Durga Prashnavali Chakra: जीवन से हैं परेशान, तो नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र करेगा समाधान

Nav Durga Prashnavali Chakra: नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र एक महत्वपूर्ण धार्मिक पद्धति है जो नवदुर्गा की पूजा के दौरान उनके भक्तों को अद्वितीय और आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करती है। यह उनके जीवन में शक्ति, समृद्धि, और आनंद को लाने काम का है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 9 April 2024 11:09 AM IST (Updated on: 9 April 2024 11:09 AM IST)
Nav Durga Prashnavali Chakra: जीवन से हैं परेशान, तो नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र करेगा समाधान
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Nav Durga Prashnavali Chakra नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र: नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र एक पूजा या ध्यान की अद्वितीय पद्धति है जो नवदुर्गा की नौ रूपों के प्रति श्रद्धाभक्ति का सशक्त उत्सव है। इस पद्धति के अनुसार, प्रत्येक दुर्गा की एक विशेष प्रश्नावली (सवालों की सूची) होती है, जिसे भक्त उन्हें पूजने और ध्यान करने के दौरान प्रयोग करते हैं। यह एक परंपरागत रूप से कई धार्मिक साहित्यों और तांत्रिक शास्त्रों में उल्लेखित है।

यह प्रश्नावली चक्र अक्सर नवरात्रि के उत्सव के दौरान भक्तों द्वारा प्रयोग की जाती है, जो नवदुर्गा की पूजा और अर्चना करते हैं। प्रत्येक दुर्गा के प्रति एक विशिष्ट मंत्र, पूजा विधि, और प्रार्थना के साथ उसकी प्रश्नावली होती है। इस पद्धति में, भक्त नवदुर्गा के प्रत्येक रूप के सामने अपने सवाल प्रस्तुत करते हैं और उनकी कृपा और आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए उनकी आराधना करते हैं। इस प्रक्रिया के माध्यम से, भक्त नवदुर्गा के असीम शक्ति और कृपा का अनुभव करते हैं और अपने जीवन में समृद्धि और शांति की प्राप्ति के लिए उन्हें प्रार्थना करते हैं।

चैत नवरात्रि का 9 अप्रैल से आरंभ हो चुका है। इन नौ दिनों में हर एक भक्त अपने-अपने तरीके से माँ की आराधना करता है उन्हें प्रसन्न करने का हर संभव प्रयास करता है। इस शुभ अवसर पर हम आपके लिए लाएं हैं नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र। इस चक्र के माध्यम से आप अपने जीवन की सभी परेशानियों व उनसे जुड़े सवालों का हल पा सकते हैं।

वदुर्गा प्रश्नावली चमत्कारिक चक्र की विधि-

पहले पांच बार ऊँ ऐं ह्लीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे मंत्र का जप करने के बाद 1 बार इस मंत्र का जप करें-

या देवी सर्वभूतेषु मातृरुपेण संस्थिता।

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

इस मंत्र का जाप करने के बाद भक्त आंखें बंद करके अपना सवाल पूछें और माता दुर्गा का स्मरण करते हुए प्रश्नावली चक्र पर कर्सर घुमाते हुए रोक दें। जिस कोष्ठक (खाने) पर कर्सर रुके, उस कोष्ठक में लिखे अंक के अनुसार नीचे लिखे फलादेश को ही अपने अपने प्रश्न का उत्तर समझें।

नवदुर्गा प्रश्नावली लाभ

धन का लाभ होगा एवं मान-सम्मान भी मिलेगा।

धन हानि अथवा अन्य प्रकार का अनिष्ट होने की आशंका है।

किसी अभिन्न मित्र से मिलन होगा, जिससे मन प्रसन्न होगा।

कोई व्याधि अथवा रोग होने की आशंका है, अत: कार्य अभी टाल देना ही आपके लिए अच्छा रहेगा।

धैर्य रखिए जो भी कार्य आपने सोचा है, उसमें आपको सफलता मिलेगी|

कुछ दिन के लिए कार्य को स्थगित कर दें| किसी से कलह अथवा कहासुनी हो सकती है|

आपका अच्छा समय शुरु हो गया है। अतिशीघ्र ही सुंदर एवं स्वस्थ पुत्र होने के योग हैं। इसके अतिरिक्त आपकी अन्य मनोकामनाएं भी पूर्ण होंगी।

विचार पूरी तरह त्याग दें| इस कार्य में मृत्यु भी होने की आशंका है।

देश समाज अथवा सरकार की दृष्टि में सम्मान बढ़ेगा। आपका सोचा हुआ कार्य अच्छा है।

अपना कार्य आरंभ करें, अपेक्षित लाभ प्राप्त होगा|

जिस कार्य के बारे में सोच रहे हैं, उसमें हानि होने की सम्भावना है|

मनोकामना पूर्ण होगी और पुत्र से भी आपको विशेष लाभ मिलेगा।

कार्य में आ रही बाधाएं दूर करने के लिए शनिदेव की उपासना करें|

चिंता न करें, अच्छा समय शुरु हो गया है, सुख-संपत्ति प्राप्त होगी।

आर्थिक तंगी के कारण ही आपके घर में सुख-शांति नहीं है। धैर्य एवं संयम रखें, एक माह बाद स्थितियां बदलने लगेंगी।

समयाभाव एवं कालगत दोषों को दृष्टिगत रखकर नवरात्रि में स्मरण जप के लिए कुछ सरल मंत्र हैं। विश्वास एवं निष्ठा के साथ इन्हीं मंत्रों से पूजा-प्रार्थना करने से माता भगवती न केवल प्रसन्न होती है, वरन् उसकी दुर्लभ मनोकामना भी पूरी करती है।

देविपूजि पद कमल तुम्हारे

सुरनर म‍ुनि सब होहि सुखारे।

मोर मनोरथ मानहुं नीके

बसहु सदा उरपुर सबही के।

जय गजबदन षडानन माता

जगत जननि दामिनी ढु‍ति गाता।

अजा, अनादि शक्ति अविनाशिनी सदा शंभु अरघंग निवासिनी

जगसंभव पालन कारिनी निज इच्छा लीला वपु धारिणी।

उद्भव स्थित‍ि संहार कारिणिम क्लेश

हारिणिम सर्वश्रे यस्करीसीतां, न तोऽहंरामवल्ले भाम।

दुर्गा प्रश्नावली विधि

माँ दुर्गा प्रश्नावली चक्र देवी दुर्गा के भक्तों के लिए है, जो उनकी दिव्य शक्तियों में विश्वास करते हैं। दुर्गा प्रश्नावली ऑनलाइन दुर्गा प्रश्नावली चक्र पर आधारित है। चक्र में 01 से 15 तक 15 अंक होते हैं। प्रत्येक अंक के साथ एक उत्तर जुड़ा होता है।जीवन में आपके सामने ऐसी स्थिति आ सकती है जहां आपको निर्णय लेना होगा। या हो सकता है कि आप अपने भविष्य के लिए कुछ मार्गदर्शन चाहते हों। दुर्गा प्रश्नावली, दुर्गा प्रश्नावली चक्र के 15 अंकों पर आधारित उत्तरों का वेब सक्षम संस्करण है।दुर्गा प्रश्नावली का प्रयोग करने के लिए सबसे पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। पूरी आस्था के साथ कुछ पल के लिए मां दुर्गा का ध्यान करें। मंत्र "ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।" का जाप करें। 5 बार.. इसके बाद देवी दुर्गा की तस्वीर पर क्लिक करें. मां दुर्गा से की गई आपकी प्रार्थनाएं आपको 15 उत्तरों में से एक उत्तर देती हैं। कृपया देवी दुर्गा से प्रार्थना करें और अपने प्रश्नों के उत्तर प्राप्त करें।



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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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