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Navratri 2022 Me Vishesh Upay:नवरात्रि में राशि केअनुसार करें ये उपाय, नवग्रहों का प्रभाव होगा खत्म, मां दुर्गा की प्राप्त होगी कृपा

Navratri Me Vishesh Upay: नवरात्रि का महत्वपूर्ण उत्तम दिन आने वाले हैं। आप अपनी राशि के अनुसार मां के चरण में कुछ चीजें अर्पित कर मां दुर्गा की असीम कृपा प्राप्त कर सकती है। इसके लिए नवरात्रि में राशियों के अनुसार ही नवग्रहों से प्रभावित लोगों को भी मां अम्बे आराधना दिन के अनुसार करने से विशेष कृपा प्राप्त होती है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 26 Sep 2022 2:30 AM GMT (Updated on: 26 Sep 2022 2:32 AM GMT)
Navratri Me Vishesh Upay
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सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

Navratri Me Vishesh Upay

नवरात्रि में विशेष उपाय

26 सितंबर से शारदीय नवरात्रि शुरू हो रही है। नवरात्रि में शक्ति का रूप मानी जानी वाली मां दुर्गा के नौ रूपों की साधना की जाती है। इनमें पहले नवरात्रि पर मां शैलपुत्री तो दूसरे नवरात्रि में मां ब्रह्मचारिणी, तीसरे में माता चंद्रघंटा तो चौथे नवरात्र पर मां कुष्मांडा, पांचवें नवरात्रि में स्कंदमाता तो छठे नवरात्रि पर कात्यायनी माता की पूजा की जाती है। सातवें, आठवें और नवें नवरात्रि में क्रमश मां कालरात्रि, मां महागौरी एवं माता सिद्धिदात्रि का पूजन किया जाता है। नवरात्रि का महत्वपूर्ण उत्तम दिन आने वाले हैं। आप अपनी राशि के अनुसार मां के चरण में कुछ चीजें अर्पित कर मां दुर्गा की असीम कृपा प्राप्त कर सकती है। इसके लिए नवरात्रि में राशियों के अनुसार ही नवग्रहों से प्रभावित लोगों को भी मां अम्बे आराधना दिन के अनुसार करने से विशेष कृपा प्राप्त होती है।

नवरात्रि में राशि के अनुसार मां दुर्गा की सेवा-चढ़ाएं ये समान:

नवरात्रि शुरू होने में कुछ दिन बाकी है अब अगर कोेई कमी रह गई होतो परेशान ना हो उसे अब भी कर सकते है। दिन के हिसाब से मां को ये चीजें भी अर्पित कर सकते हैं अगर अब तक ना किया होतो अब कर लें।

  • प्रथमा और द्वितीया को मां को उड़द, हल्दी तिल, शक्कर, लाल-पीली चूड़ियां, गुलाल चढ़ाना चाहिए। जो पहले भी बताया गया है।
  • तृतीया और चौथे दिन खीर, काजल, लाल वस्त्र, दही, मौसमी फल, सिंदूर, मसूर माता रानी को अर्पित करें।
  • पंचमी को मां को कमल का पुष्प, बिन्दी चढ़ाएं।
  • षष्ठी के दिन मां दुर्गा को चुनरी, पताका दुर्वा। चढ़ाना चाहिए।
  • सप्तमी के दिन अड़हुल पुष्प, बतासा, मौसमी फल, इत्र चढ़ाना चाहिए।
  • अष्टमी के दिन मां गोरी को पूड़ी, पीले रंग की मिठाई, कमल गट्टा, लाल वस्त्र, चंदन चढ़ाने से खुश होती है।
  • नवमी के दिन माता सिद्धीदात्री को खीर, श्रृंगार सामग्री, साबूदाना, विविध फल, अक्षत, बतासा चढाएं।
  • मेष राशि वाले लाल या गाढ़ा गुलाबी वस्त्र, लाल फूल, लाल पेड़ा आदि चढ़ाएं ।
  • वृष राशि वाले श्वेत वस्त्र, बतासा, केला, आदि चढ़ाएं ।
  • मिथुन राशि वाले हरा वस्त्र, हरे रंग का नैवेद्य, नाशपाती, मोसम्बी आदि चढ़ाएं ।
  • कर्क राशि वाले श्वेत वस्त्र, लाचिदाना, मखाना आदि चढ़ाएं ।
  • सिंह राशि वाले लाल, गुलाबी वस्त्र, अनार, लाल मिष्ठान, किशमिश आदि चढ़ाएं ।
  • कन्या राशि वाले हरा वस्त्र, हरा फल आदि चढ़ाएं ।
  • तुला राशि वाले श्वेत वस्त्र, बतासा, केला आदि चढ़ाएं ।
  • वृश्चिक राशि वाले लाल या गाढ़ा गुलाबी वस्त्र, लाल फूल, लाल पेड़ा आदि चढ़ाएं ।
  • धनु राशि वाले पीला वस्त्र, पीला पेड़ा, हल्दी आदि चढ़ाएं ।
  • मकर राशि वाले सलेटी वस्त्र, गहरे रंग की वस्तुएं आदि चढ़ाएं ।
  • कुंभ राशि वाले सलेटी रंग का वस्त्र, गहरे रंग की सामग्री आदि चढ़ाएं ।
  • मीन राशि वाले पीला या सुनहरा वस्त्र, पीला पेड़ा, पीला फल आदि चढ़ाएं।

Navratri Me Graho Ke Dushprabhav Se Bachne Ke Upay

नवरात्रि में नवग्रहों के दुष्प्रभाव से बचने के उपाय

नव दुर्गा शक्ति के नौ रूपों का ही नाम है। इनकी साधना से ग्रह पीड़ा से भी निजात मिलती है।जब नवग्रह शांति के लिये पूजन किया जाता है तो इस क्रम में बदलाव हो जाता है। प्रत्येक ग्रह की माता अलग होती है। किस दिन नवरात्रि को होती है किस ग्रह की पूजा होगी । इसलिए इस नवरात्रि आप भी देवी दुर्गा की साधना करके बच सकते हैं ग्रहों के दुष्प्रभाव से जानिए नवग्रह के दुष्प्रभाव को कैसे दूर करें।

दुर्गा सप्तशती का पाठ कर लेने से व्यक्ति का त्रिविध ताप संताप नष्ट हो जाता है जिसमे बताया गया है की तीनो लोकों के कल्याण के लिए किस तरह देवी दुर्गा माँ का अवतरण हुआ है और क्यों देवी माँ दुर्गा की ही आराधना से सभी मुख्य देवी देवताओ का आशीष साधक को प्राप्त होता है तो क्यों न होगा दोष शान्त या ग्रह शान्त क्योंकि नौ ग्रहो के तीन मुख्य रूप से स्वामी जिसने सात ग्रह के अधिष्ठात्र शिव परिवार और एक ग्रह के विष्णु और एक ग्रह की देवी है और जिससे चलती है पूरी ग्रहों की चाल।

  • नवरात्रि में जिनके सूर्य कमजोर हो तो उनको प्रसन्नता के लिए शैलपुत्री की उपासना करनी चाहिए। इससे लाभ मिलेगा |
  • नवरात्रि में चन्द्रमा के दुष्प्रभाव को दूर करने के लिए मां कुष्मांडा देवी पूजा करें राहत मिलेगी।
  • नवरात्रि में मंगल ग्रह के दुष्प्रभाव से बचने के लिए स्कन्द माता की पूजा करें आराम मिलेगा।
  • बुध ग्रह कि शांति तथा अर्थव्यस्था के उत्तरोत्तर वृद्धि के लिए कात्यायनी देवी की पूजा करें
  • नवरात्रि में गुरु कि अनुकूलता के लिए महागौरी की पूजा करेंगे तो लाभ मिलेगा।
  • नवरात्रि में शुक्र के शुभत्व के लिए सिद्धिदात्री का पूजा करेंगे तो अच्छा रहेगा।
  • शनि के दुष्प्रभाव को दूर करने के लिए शुभता पाने के लिए नवरात्रि में कालरात्रि उपासना से लाभ मिलेगा |
  • नवरात्रि में राहु कि महादशा या नीचस्थ राहु होने पर ब्रह्माचारिणी कि उपासना से शक्ति मिलती है |
  • नवरात्रि में केतु के विपरीत प्रभाव को दूर करने के लिए चन्द्रघंटा कि साधना अनुकूलता देती है |...

नवरात्रि में भी जिस ग्रह की शांति के लिये पूजा की जाती है। उसके बीज मंत्रों का जाप कर संबंधित ग्रह के कवच एवं अष्टोत्तरशतनाम का पाठ भी करें। नवरात्रि के पश्चात दशमी के दिन यंत्र की पूजा कर इसे पूजा स्थल में स्थापित करना चाहिये व नियमित रूप से इसकी पूजा करनी चाहिये। ग्रहों की शांति के लिए यह विशेष पूजा किसी विद्वान ज्योतिषाचार्य से ही करवानी चाहिए।

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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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