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Nitish Kumar Ki Kundali 2023: कैसा रहेगा नीतीश कुमार के लिए 2023, क्या बन सकते हैं आने वाले समय में प्रधानमंत्री
Nitish Kumar Ki Kundali 2023: नीतीश कुमार के लिए आनेवाला साल कैसा रहेगा, राजनीतिक में उठा-पटक और सत्ता की कमान होने के बावजूद क्या कुछ घटित होगा 2024 के चुनाव में क्या चखेंगे केंद्र की सत्ता की कमान जानने के लिए देेखते है...
Nitish Kumar Ki Kundali 2023 (क्या कहती है नीतीश कुमार की कुंडली): बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई बार बिहार की सत्ता की कमान संभाली है और आज भी सत्ता उनके हाथ में है। नीतीश कुमार एक अत्यधिक कुशल प्रशासक और चतुर राजनीतिज्ञ बनाता है। वहीं दूसरी ओर वे लोगों को लेकर नुकताचीन है और कभी-कभी एक अवसरवादी के रूप में गिने जा सकते है। जानते हैं तेजस्वी यादव के साथ उनका आगे साल कैसा गुजरेगा। आनवाला साल क्या कुछ लेकर आ रहा है।
नीतीश कुमार की कुंडली में ग्रह स्थिति
नीतीश कुमार का जन्मतिथु 1 मार्च 1951 में दोपहर 1.20 में और जन्म स्थान भक्तियारपुर, बिहार में हुआ था। उनकी कुंडली में, नौवें भाव के स्वामी शनि और चौथे भाव के स्वामी बुध की युति है जो राजयोग देता है। ग्रहों की ये स्थिति अच्छी है जो महत्वाकांक्षी, अनुशासित और सार्थक व्यक्तित्व का मालिक बनाता है। उच्च का शुक्र मंगल के साथ विराजमान है। नीतीश कुमार की कुंडली में, सूर्य नौवें भाव में गुरू, बुध के साथ विराजमान है औ राहु कुंभ में है। नीतीश कुमार राहु दसवें भाव में गुरू और सूर्य के साथ विराजमान है। गुरू सातवें भाव का स्वामी है। नीतीश कुमार की ये अंतर्दशा बदलाव का संकेत थी जो आरजेडी के गठबंधन का कारण बनी और वे सत्ताधीश होते रहे है।
नीतीश कुमार राहु -शनि से प्रभावित
नीतीश कुमार अभी तक शनि की अंतर्दशा से प्रभावित है और शनि राजयोग से सम्बद्ध है। ऐसे में वर्तमान चरण में बिहार की राजनीति में उनके द्वारा अपनी स्थिति को मजबूत बनाने की संभावना है। वहीं दूसरी ओर, नीतीश कुमार साढ़े साती के प्रभाव में है। इसलिए समय चुनौतीपूर्ण रहेगा।
नीतीश कुमार की कुंडली में दसवें भाव का स्वामी बुध, चंद्र और राहु के साथ बारहवें भाव में है जो विवाद देगा। उनके लिए अच्छा नहीं है। उन्हें सत्ता में बाधाओँ का सामना करना पड़ सकता है।
नीतीश की कुंडली में है प्रधानमंत्री बनने के योग ?
नीतीश की कुंडली राहु की महादशा शुरू हुई है। इसके बाद से उनकी लोकप्रियता में कमी आना शुरू हो गया। उनकी कुंडली में नवम भाव में राहु गुरु के साथ युति करके गुरु-चांडाल योग बना रहा है, जो असरकारक है। आने वाले समय में केंद्र की सत्ता अभी उनके हाथों से दूर है। 2023 में नीतीश की कुंडली में राहु की महादशा में शुक्र की अंतर्दशा शुरू होगी। नीतीश की कुंडली में शुक्र के प्रभाव से मालव्य राजयोग बनने वाला है। मई 2024 में लोकसभा चुनाव के समय गोचर में शुक्र अस्त रहेगा, इसलिए मालव्य राजयोग का परिणाम उन्हें नहीं मिलेगा। उस समय गुरु भी अस्त रहेंगे। ऐसे में नीतीश के ग्रहों के चलते उनके प्रधानमंत्री बनने की उम्मीद कम ही है।
नीतीश की कुंडली में राहु की महादशा में जून 2023 तक केतु की अंतर्दशा है। केतु की दशा के चलते उन्हें मानसिक उलझन, असहजता रहेगी और परिणाम आते आते रह जाएगा। नीतीश की कुंडली में राहु और सूर्य की ऊंचाई तक पहुंचाते पहुंचाते रह जाएगा। ग कुंडली में मंगल दशम भाव में पावरफुल था और उसको शनि चौथे घर से देख रहा था। इससे उन्हें जनता के प्यार के साथ नाम और ख्याति मिली। आने वाला समय सत्ता सुख तो देगा, लेकिन फिलहाल केंद्र की सत्ता से दूर रखेगा, लोकप्रियता के बावजूद सत्ता के शीर्ष पर रहने का सपना अधूरा रहेगा।