TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Ram navami Puja Vidhi: आत्मविश्वास और एकाग्रता बढ़ाने के लिए करें राम नाम जप, जानिए रामनवमी पूजा विधि- महत्व

Ram navami Puja Vidhi: राम नवमी यह त्योहार हिन्दू समाज में एकता, समरसता, और धार्मिक अनुष्ठान की भावना को उत्साहित करता है। इसके अलावा, यह भगवान राम के जीवन और उनके धार्मिक तत्वों को याद करने और मानने का अवसर प्रदान करता है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 17 April 2024 6:30 AM IST (Updated on: 17 April 2024 7:57 AM IST)
Ram navami Puja Vidhi: आत्मविश्वास और एकाग्रता बढ़ाने के लिए करें राम नाम जप, जानिए रामनवमी पूजा विधि- महत्व
X

Ram navami Puja Vidhi रामनवमी हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जो भगवान राम के जन्मदिन के अवसर को मनाता है। यह त्योहार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाया जाता है, जिसे रामनवमी के रूप में जाना जाता है।रामनवमी के दिन भगवान राम के भक्तों द्वारा भगवान की पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन और धार्मिक कार्यक्रमों के साथ मनाया जाता है। विभिन्न भागों में, मंदिरों में और लोगों के घरों में भगवान राम के चित्र, मूर्तियाँ और चित्रण आदि सजाए जाते हैं।

यह त्योहार भगवान राम की विशेष पूजा-अर्चना के अलावा, धर्म, नैतिकता, और अध्यात्म के संदेशों को समर्पित करता है। रामायण कथा के पाठ, कथा-कलाकारों के द्वारा रामलीला का आयोजन, और धार्मिक संगीत समारोह भी इस दिन का महत्व बढ़ाते हैं।रामनवमी के दिन के उत्सवी विशेष प्रसाद बांटे जाते हैं, जैसे मिठाई, प्रसाद, और भोजन। यह त्योहार हिन्दू समाज में एकता, समरसता, और धार्मिक अनुष्ठान की भावना को उत्साहित करता है। इसके अलावा, यह भगवान राम के जीवन और उनके धार्मिक तत्वों को याद करने और मानने का अवसर प्रदान करता है।

रामनवमी का शुभ मुहूर्त

महर्षि वाल्मिकी के लिखे रामायण के अनुसार भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान श्री राम का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को कर्क राशि में अभिजीत मुहूर्त और पुनर्वसु नक्षत्र में हुआ था।भगवान राम का जन्मदिन रामनवमी के रूप में देश-विदेश में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह दिन चैत्र नवरात्रि के अंत का प्रतीक है, जो देवी दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित नौ दिवसीय त्योहार है, जिसके बाद आदर्श पुरुष भगवान राम के जन्म का भव्य उत्सव मनाया जाता है।वैदिक ज्योतिष के अनुसार भगवान राम के जन्म के समय सूर्य, बुध, बृहस्पति, शुक्र और शनि का विशेष संयोग बना था। इस वर्ष हिंदू कैलेंडर के अनुसार राम नवमी का त्योहार 17 अप्रैल 2024, दिन बुधवार को मनाया जाएगा।

राम नवमी: 16 अप्रैल 2024 (सोमवार)

नवमी तिथि प्रारंभ: 16 अप्रैल 2024, दोपहर 1:23 बजे

नवमी तिथि समाप्त: 17 अप्रैल 2024, दोपहर 3:14 बजे

पुनर्वसु नक्षत्र: 16 अप्रैल 2024, रात 9:28 बजे से 17 अप्रैल 2024, रात 11:20 बजे तक

विजय मुहूर्त: 17 अप्रैल 2024, सुबह 10:45 बजे से 11:30 बजे तक

अभिजित मुहूर्त: 17 अप्रैल 2024, दोपहर 12:08 बजे से 12:53 बजे तक


रामनवमी की पूजा विधि

स्नान: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

पूजा: घर में राम दरबार सजाएं और भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और भरत की पूजा करें।

भजन: भगवान राम के भजन गाएं और आरती करें।

उपवास: कुछ भक्त राम नवमी के दिन उपवास भी करते हैं।

दान: दान-पुण्य करें और जरूरतमंदों को भोजन कराएं।

मेला: कई स्थानों पर राम नवमी के अवसर पर मेले का आयोजन भी होता है।

राम नाम जप का महत्व:

धार्मिक शास्त्रों के अनुसार राम का नाम अमोघ है. राम नाम जप एक प्राचीन और सरल मंत्र है, जिसके अनेक लाभ हैं. यह मंत्र भगवान राम को समर्पित है, जो हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता हैं. राम नाम का जप करने से मन शांत होता है और चिंता, तनाव, और क्रोध कम होता है. पापों का नाश और आत्मा शुद्ध होती है और मोक्ष प्राप्ति की संभावना बढ़ती है. राम नाम जप से आत्मविश्वास और एकाग्रता भी बढ़ती है।



\
Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story