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19 सालों बाद 30 दिनों का होगा सावन

raghvendra
Published on: 13 July 2018 12:18 PM GMT
19 सालों बाद 30 दिनों का होगा सावन
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सहारनपुर: अषाढ़ का महीना दस्तक दे चुका है। अषाढ़ के बाद अपने खुशगवार मौसम और हिन्दू तीज त्योहारों के लिये अव्वल सावन का महीना अगले माह दस्तक देगा। लेकिन अधिकमास के चलते अब लोगों को सावन माह के लिए भी और अधिक इंतजार करना होगा। 28 जुलाई को शुरू होने वाला सावन माह 26 अगस्त को रक्षाबंधन पर्व के साथ ही संपन्न होगा, हालांकि इस बार का सावन 28 या 29 दिन की बजाय पूरे 30 दिन का रहने वाला है।

पिछले साल सावन 10 जुलाई को ही आ गया था जिसका 7 अगस्त को समापन हुआ। ऐसे में केवल 29 दिन का ही सावन महीना रहा था। पंचाग के जानकारों का कहना है कि इस बार का सावन महीना कुछ ज्यादा ही महत्वपूर्ण है योंकि ज्येष्ठ अधिकमास के बाद सावन पूरे 30 दिन का रहने वाला है। यह संयोग पूरे 19 साल बाद पड़ रहा है। पंचागों की तिथि गणना के मुताबिक इस बार सावन माह में दूज दो दिन रहेगी। कृष्ण पक्ष में दूज 29 और 30 जुलाई दोनों ही दिन रहेगी। ऐसे में रक्षाबंधन के बाद 29 व 30 जुलाई को भाई दूज मनाई जाएगी। वहीं एकादशी तिथि का क्षय होने से एकादशी व्रत 7 अगस्त को रहेगा लेकिन वैष्णव संप्रदाय के लोग 8 जुलाई को द्वादशी मनाएंगे।

सावन का पहला सोमवार 30 को

28 जुलाई से शुरू हो रहे पवित सावन माह का पहला सोमवार 30 जुलाई को आएगा इसके बाद 6 अगस्त, 13 अगस्त और फिर आखिरी सोमवार 20, अगस्त को रहेगा। ऐसे में सावन के इन चार सोमवार को महिलाओं द्वारा भगवान शिव की आराधना की जाएगी। मान्यता है कि सावन के सोमवार में व्रत रखने व शिवलिंग पर जल चढ़ाने से घर में सुख समृद्वी आती है।

11 अगस्त को हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी जिसे सावन महीने का पहला बड़ा त्योहार माना जाता है। जानकारों के मुताबिक कई साल बाद यह संयोग बन रहा है कि हरियाली अमावस्या शनिवार के दिन पड़ रही है। हरियाली अमावस्या के बाद हरियाली तीज का व्रत13 जुलाई को रहेगा। 15 अगस्त को देशभर में स्वतंत्रता दिवस के साथ इस बार नागपंचमी का पर्व भी मनाया जाएगा। वहीं 26 अगस्त को रक्षाबंधन रहेगा।

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राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

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