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Sawan Mein Puja Karne ki Vidhi: भगवान की पूजा करते समय न करें ये गलतियां, नहीं मिलेगा मनचाहा फल

Sawan Puja Tips: हिंदू धर्म में पूजा-पाठ करने का अहम महत्व बताया है। आइए आपको बताते हैं कि भगवान की पूजा करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और किन गलतियों को नहीं करना चाहिए।

Vidushi Mishra
Published on: 14 July 2022 3:26 PM IST
sawan mein puja karne ki vidhi
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पूजा करने की विधि (फोटो- सोशल मीडिया)

Sawan Mein Puja Karne ki Vidhi : सावन का महीना शुरू हो गया है। भक्त अपनी अटूट भक्ति से भगवान की पूजा अर्चना करेंगे। शुद्ध सच्चे मन भाव और श्रद्धा से भगवान की पूजा करने से भगवान जल्दी प्रसन्न होते हैं। इसी वजह से हिंदू धर्म में पूजा-पाठ करने का अहम महत्व बताया है। ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि भगवान की पूजा करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और किन गलतियों को नहीं करना चाहिए।

भगवान की पूजा में ये चीजें न करें अर्पित

घर में या मंदिर में कहीं भी भगवान की पूजा करने के कुछ विशेष नियम हैं। जिनका पालन करना जरूरी होता है।

ऐसा कहा जाता है कि भगवान को कभी भी अपने हाथ में धारण किया पुष्प, ताम्र पात्र में रखा चंदन और प्लास्टिक के बर्तन में रखा गंगाजल भूलकर भी न चढ़ाए।

भगवान तांबे या कांसे के पात्र में ही जल अर्पित करना चाहिए।

कौन से देवता को क्या अर्पित करें

पूजा के समय किस भगवान को क्या चीज अर्पित करना शुभ माना जाता है और क्या चीज किस भगवान को चढ़ाना वर्जित है आइए जानते हैं-

भगवान विष्णु को चावल नहीं अर्पित करने चाहिए।

गणेश जी को तुलसी न चढ़ाए।

मां दुर्गा को दुर्वा न चढ़ाए।

सूर्य देव को गलती से भी बिल्व पत्र न चढ़ाए।

भगवान शिव को केतकी के फूल, हल्दी और तुलसी दल नहीं चढ़ाना चाहिए।


पूजा के दौरान दीपक

भगवान की पूजा करते समय भगवान के सामने घी का दीपक प्रज्जवलित किया जाता है। पूजा के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि पूजा का दीपक बुझे नहीं।

पूजा के दौरान दीपक से दीपक न जलाएं

पूजा के दौरान कई बार लोग माचिश न होने या अन्य कारणों की वजह से पूजा करते समय दीपक तो जलाते है। लेकिन कई बार लोग दीपक से दीपक जला लेते हैं। ऐसे कभी नहीं जलाना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से व्यक्ति दरिद्रता से घिर जाता है।

किसी की उतरी हुई अंगूठी न पहनें

हिंदू ज्योतिष शास्त्र में ऐसा बताया गया है कि पूजा के दौरान कभी किसी की सोने की अंगूठी अपने हाथों में न पहने। बताया जाता है कि किसी भी मांगलिक कार्य के दौरान दूसरे व्यक्ति की अंगूठी नहीं पहननी चाहिए। आप पूजा के दौरान कुश की अंगूठी बनाकर पहन सकते हैं।

पूजा में ऐसे बैठे शादीशुदा जोड़े

घर या मंदिर में किसी भी पूजा अनुष्ठान या हवन कथा हो रही हो तो पूजा में अपनी पत्नी को दाहिनी हाथ की तरफ बैठाना चाहिए।

इसके अलावा अभिषेक करने, ब्राह्मणों के पैर धुलवाते समय और सिंदूर दान करते समय पत्नी को पति के बाईं तरफ बैठना चाहिए।



Vidushi Mishra

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