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Sawan 2023 Puja Vidhi: सावन के महीने में ऐसे करें भगवान शिव की आराधना, मिलेगा मनवांछित फल

Sawan 2023 Bhagwan Shiv Puja Vidhi: 4 जुलाई से सावन मास की शुरुआत हो चुकी है। इस बार अधिकमास या मलमास की वजह से सावन में 8 सोमवार होंगें। कहते हैं भोले बाबा को सावन के सोमवार में गंगाजल, दूध, दही, बेलपत्र आदि समर्पित करने से वो जल्द प्रसन्न होते हैं।

Shweta Shrivastava
Published on: 5 July 2023 9:52 AM IST (Updated on: 6 July 2023 7:15 AM IST)
Sawan 2023 Puja Vidhi: सावन के महीने में ऐसे करें भगवान शिव की आराधना, मिलेगा मनवांछित फल
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Sawan 2023 Bhagwan Shiv Puja Vidhi (Image Credit-Social Media)

Sawan 2023 Bhagwan Shiv Puja Vidhi: सावन के महीने की शुरुआत हो चुकी है और ऐसे में भक्त शिव मंदिर में उनकी पूजा अर्चना से लेकर उन्हें हर तरह से मनाने का प्रयास करते नज़र आ रहे हैं। कहते हैं भोलेनाथ बेहद भोले हैं और उन्हें प्रसन्न करना सबसे आसान होता है। वो हर किसी की भक्ति से बेहद जल्दी प्रसन्न होकर उसे मनवांछित फल दे देते हैं। इसके साथ ही कुंवारी लड़कियां उनसे मनवांछित फल की कामना करतीं हैं तो सुहागिन औरते अपने सुहाग की सलामती और सदा सुहागन होने का वरदान मांगतीं हैं। भोले बाबा सभी की मनोकामनाओं को पूरी कर देते हैं। लेकिन वहीँ आपको इसके लिए भगवान् शिव की विधिवत पूजा करनी होगी। आइये जानते हैं कैसे भोले बाबा आपकी पूजा से जल्द प्रसन्न होंगे।

ऐसे करें भगवान शिव की आराधना, जल्द प्रसन्न होंगे भोले बाबा

4 जुलाई से सावन मास की शुरुआत हो चुकी है। इस बार अधिकमास या मलमास की वजह से सावन में 8 सोमवार होंगें। कहते हैं भोले बाबा को सावन के सोमवार में गंगाजल, दूध, दही, बेलपत्र आदि समर्पित करने से वो जल्द प्रसन्न होते हैं। साथ ही आपको सुख समृद्धि और भगवान् का आशीर्वाद मिलता है। आइये जान लेते हैं कि सावन के सोमवार का क्या महत्त्व है।

सावन के महीने में ही कांवड़ यात्रा भी शुरू हो जाती है जो सावन शिवरात्रि तक चलती है। वहीँ इस साल मलमास की वजह से इस बार 4 नहीं बल्कि 8 सोमवार होंगे। जिससे शिव भक्त काफी खुश हैं। इस बार सावन 31 अगस्त तक होगा। साथ ही 18 जुलाई से 16 अगस्त तक मलमास लगेगा। वहीँ इस साल सावन दो महीने रहेगा जिससे शिव भक्त भगवान् भोले नाथ की सेवा ज़्यादा समय तक कर पाएंगे।

सावन का महीना भगवान् शिव को अति प्रिय है साथ ही इस समय उनकी पूजा करने का विशेष महत्त्व भी बताया गया है। इस समय सावन के सोमवार का व्रत करने और साथ ही सावन के स्नान की भी विशेष परंपरा है। इतना ही नहीं शिव पुराण में भी इस बात का वर्णन है कि सावन मास में जो भी भगवान् शिव की सच्चे मन से आराधना करता है, सोमवार का व्रत रखता है और शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करता है भोलेनाथ उसकी सब मनोकामना पूरी करते हैं। सावन का ये पावन महीना भगवान् शिव और माता पार्वती को पूरी तरह से समर्पित होता है। इतना ही नहीं अगर भक्त भगवान् शिव और माता पार्वती की सच्चे ह्रदय से आराधना करते हैं तो उनके जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। साथ ही भगवान् शिव का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। साथ ही अगर आप भगवान् शिव का सावन के हर सोमवार को गंगाजल, दूध, दही और कुशाजल से अभिषेक करते हैं तो आपको सुख समृद्धि, वैभव, धन और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

साथ ही अगर आप सावन के मास में रुद्राभिषेक करवाना चाहते हैं तो इसके लिए शुभ मुहूर्त हैं -जुलाई माह में 4, 7, 10, 13, 14, 17, 19, 23, 24, 27, 30 और अगस्त में 2, 5, 6, 9, 12, 13, 16, 18, 21, 22, 25, 29 इन दिनों में आप भगवान् शिव का रुद्राभिषेक करवा सकते हैं। ये सभी शिववास तिथियां हैं जिसका विशेष महत्त्व होता है।



Shweta Shrivastava

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