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Sawan Maas Ke Niyam: सावन में कौन से काम करे और कौन सा नहीं करने चाहिए? जानिए इस से जुड़े नियम जो देंगे शुभ फल

Sawan Maas Ke Niyam: सावन की पूजा सफल होगी और भगवान शिव की कृपा बरसे इसके लिए सावन मास मे कुछ नियमों का पालन करना चाहिए और कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए।

Suman Mishra। Astrologer
Published on: 16 Jun 2023 8:33 AM IST
Sawan Maas Ke Niyam: सावन में कौन से काम  करे और कौन सा नहीं करने चाहिए? जानिए इस से जुड़े नियम जो देंगे शुभ फल
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सांकेतिक तस्वीर,सौ. से सोशल मीडिया

Sawan me Koun Sa Kaam Kare Aur Koun Sa Nahi Kare

सावन में कौन से काम करे और कौन सा नहीं करने चाहिए?

4 जुलाई 2023 से शुरु हो रहे सावन मास में शिवजी की पूजा करने का विधान है। सावन का हर दिन महत्वपूर्ण व भगवान शिव को समर्पित है। इसमें किया गया हर सात्विक काम पुण्य दिलाता है। वैसे तो हर दिन इस माह के सौभाग्यवर्धक है। लेकिन बृहस्पतिवार के दिन को ज्यादा ही महत्वपूर्ण मानते हैं। इस दिन किए गए काम उम्र बढ़ाने के साथ उम्र घटाने का भी काम करते हैं।

भगवान शिव का प्रिय है सावन, इसे शास्त्रों में बहुत पवित्र माना गया है। इसी माह में भगवान शिव और माता पार्वती की शादी हुई थी। इस वजह से भी लोग इस महीने में व्रत-उपवास कर भगवान की भक्ति करते हैं। भगवान शिव की विशेष कृपा होने से व्यक्ति कष्टों से मुक्ति पा लेता है। सावन के महीने में शिव भगवान से व्रत व पूजा करने से हर परेशानी को दूर कर सकते हैं

सावन माह में इन कामों से परहेज करें

  • सावन में गुरुवार को घर में भारी कपड़ों को धोने, कबाड़ घर से बाहर निकालने, घर को धोने या पोछा लगाने से बच्चों, पुत्रों, घर के सदस्यों की शिक्षा, धर्म आदि पर शुभ प्रभाव में कमी आती है।
  • गुरुवार को विष्णु-लक्ष्मीजी की एक साथ पूजा करने से जीवन में खुशियां आती हैं और पति-पत्नी के बीच कभी दूरियां नहीं आतीं। साथ ही, धन में भी वृद्धि होती है।
  • महिलाओं की जन्मकुंडली में बृहस्पति पति और संतान का कारक है। इसका मतलब यह है कि गुरु ग्रह संतान और पति दोनों के जीवन को प्रभावित करता है। ऐसे में सावन के गुरुवार को महिलाएं अगर अपना सिर धोती हैं या बाल कटाती हैं तो इससे बृहस्पति कमजोर होता है और पति व संतान की उन्नति रुक जाती है।
  • सावन के गुरुवार को नाखून काटने और शेविंग करने से गुरु कमजोर होता है, जिससे जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उम्र कम हो जाता है। गुरुवार को जीव वार भी कहते है मतलब जीवन देने का दिन।
  • भगवान शिव की पूजा करते समय हल्दी का इस्तेमाल बिल्कुल भी न करें । क्योंकि हल्दी का संबंध स्त्रियों से है।शास्त्रों के अनुसार, श्रावण मास में शरीर में तेल नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
  • सावन के माह में भगवान शिव को केतकी का भी फूल नहीं चढ़ाना चाहिए। इससे अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। सावन माह में दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव को दूध से अभिषेक करते हैं। इसलिए नहीं खाना चाहिए। वहीं वैज्ञानिक दृष्टिकोण की बात करें तो सावन के माह में खेतों में कीट पतंगे होते हैं जिसका सेवन गाय, भैंस घास के साथ कर लेते है। ऐसे में यह हानिकारक बैक्टीरिया दूध के साथ व्यक्ति के शरीर में चले जाते हैं।
  • सावन के मौसम में मांस- मदिरा से दूरी बना लेना चाहिए। इस पूरे मास व्यक्ति को सात्विक जीवन जीना चाहिए। सावन मास में पेड़ों को काटने से बचना चाहिए। इस माह घर के सदस्यों की संख्या के बराबर पेड़ लगाना चाहिए। इससे तरक्की के साथ सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
  • सावन मास में बैंगन के अलावा साग का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, सावन का माह भगवान शिव का होता है। इसलिए इनकी पूरी श्रद्धा के साथ आराधना करना चाहिए। मन में किसी भी तरह के बुरे ख्याल नहीं लेना चाहिए।
  • सावन के माह में बिस्तर में नहीं लेटना चाहिए बल्कि जमीन में लेटना चाहिए। सावन मास में लहसुन, प्याज से तामसिक भोजन का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए क्योंकि इसका सेवन करने से शरीर में क्रोध, वासना आदि बढ़ती है जो भगवान की उपासना करने में बाधा उत्पन्न करती है

सावन माह में करे ये काम

सावन माह में पूजा के दौरान कुछ उपाय किए जाते है जिससे बीमारियों से छुटकारा पा सकते है...

  • अगर सेहत ठीक नहीं रहती है और इलाज के बाद भी आप बार-बार बीमार पड़ जाते हैं तो कुशा (एक प्रकार की घास) को गंगाजल में डालकर शिवलिंग पर चढ़ाएं एवं आखें बंद करके हाथ जोड़कर भगवान शिव से अपने अच्छे स्वास्थ की कामना करें।
  • सावन में चतुर्थी के दिन शहद से शिवलिंग का अभिषेक करेंगे तो टीबी की बीमारी नहीं होती है। सावन के हर सोमवार को भी भोलेनाथ को शहद चढ़ाना चाहिए। इससे आपको टीबी की समस्या से राहत मिलेगी।
  • कई बीमारियों से पीड़ित हैं या एक बीमारी ठीक नहीं होती, दूसरी बीमारी लग जाती है तो सावन के महीने में भगवान शिव को भांग और धतूरा चढ़ाएं। भांग और धतूरे को आयुर्वेद में औषधि माना गया है और इससे सभी तकलीफ दूर हो जाती है।
  • अगर मां बनने में परेशानी हो रही है तो सावन माह में बांस के हरे पत्तों को पीसकर दूध में मिलाएं और इस मिश्रण को शिवलिंग पर चढ़ाएं। जरूर संतान सुख प्राप्त होगा। इसके अलावा चिकित्सक से भी परामर्श लेते है।



Suman Mishra। Astrologer

Suman Mishra। Astrologer

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