Sawan Me Nau Grah Shanti: सावन में ऐसे बनाएं कमजोर नव ग्रहों को बलवान और भाग्यशाली

Sawan Me Nau Grah Shanti :सावन मास चल रहा है। इस 30 दिन के माह में आपके नौ ग्रहों में कोई भी ग्रह कमजोर है तो आप इन उपायों से

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 26 July 2024 5:39 AM GMT (Updated on: 26 July 2024 12:14 PM GMT)
Sawan Me Nau Grah Shanti: सावन में ऐसे बनाएं कमजोर नव ग्रहों को बलवान और भाग्यशाली
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Sawan Me Nau Grah Shanti सावन महीना चल रहा हैं। रुद्राभिषेक और कांवड़ यात्रा के साथ सावन चल रहा है। भगवान शिव को सावन का महीना बेहद प्रिय है। इस महीने सावन की शुरुआत सोमवार हुई थी। ज्योतिष के अनुसार, इस बार ग्रह नक्षत्रों में कई महत्वपूर्ण संयोग बने हैं, जिसके कारण सावन महीना विशेष माना जा रहा है। यदि आप सावन महीने में भगवान शिव का रुद्राभिषेक करते हैं, तो इससे नवग्रहों की शांति होती है और आपके जीवन की सभी परेशानियाँ दूर हो जाती हैं। क्योंकि नौ ग्रहों की मजबूती सुखी और अच्छे जीवन की गारंटी है।

सावन में ग्रहों को ऐसे करें शांत

सूर्य: यदि आपकी कुंडली में सूर्य कमजोर है, तो प्रतिदिन सावन माह में शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।

चंद्रमा: यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा नीच स्थिति में है, तो प्रतिदिन कच्चे दूध में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें।

मंगल: मंगल ग्रह को मजबूत करने के लिए सावन महीने में शहद से शिवलिंग का अभिषेक करें।

बुध: बुध को प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन कच्चे दूध में पीले कनेर के फूल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें।

बृहस्पति: अगर आपकी कुंडली में बृहस्पति खराब स्थिति में है, तो प्रतिदिन जल में पीला चंदन मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें।

शुक्र: शुक्र धन और सौभाग्य का ग्रह है। इसे मजबूत करने के लिए हर दिन शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करें।

शनि: शनि के प्रकोप से बचने के लिए सावन महीने में प्रतिदिन गन्ने के रस से भगवान शिव का अभिषेक करें।

राहु: राहु को प्रसन्न करने के लिए हर दिन शिवलिंग पर श्रावण भांग चढ़ाएं।

केतु: अगर आपकी कुंडली में केतु कमजोर है, तो शिवलिंग पर सरसों का तेल चढ़ाएं।

ये उपाय श्रद्धालु रूप से किए जाने पर ग्रहों की शांति होती है और जीवन में समृद्धि आती है।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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