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Shardiya Navratri Ke Upay: नवरात्रि में करें ये उपाय और कन्याओं को दें ये उपहार, बरसेगी मां दुर्गा की विशेष कृपा

Shardiya Navratri Ke Upay: शारदीय नवरात्रि में अभी कुछ दिन बचें है कन्या पूजन होने वाला है। अगर आप भी मां दुर्गा की विशेष कृपा चाहते हैं तो इन दिन कुछ खास करें और कन्या पूजन में रखें इसका ध्यान

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 19 Oct 2023 1:15 AM GMT (Updated on: 19 Oct 2023 1:15 AM GMT)
Shardiya Navratri Ke Upay: नवरात्रि में करें ये उपाय और कन्याओं को दें ये उपहार, बरसेगी मां दुर्गा की विशेष कृपा
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Shardiya Navratri Ke Upay: शारदीय नवरात्रि के नौ दिन चल रहे हैं इसमें मां की भक्ति से माहौल बढ़िया रहेगा। नवरात्रि में ज्यादातर घरों में मां दुर्गा का आहवान किया जाता है। व्रत उपावास से मां आदिशक्ति को प्रसन्न किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि चाहे कोई भी नवरात्रि हो कुछ सरल उपाय से जीवन सुखमय होता है। ये उपाय जल्दी ही शुभ फल प्रदान करते हैं। अगर आपकी चाहत भी है तो शारदीय नवरात्रि के 9 दिन धन, संतान, प्रमोशन, विवाह, रुके हुए कामों को जल्द पूरा कराने के लिए ये उपायों करें। अगर आपके मन में भी कोई मनोकामना है, तो वह अवश्य पूरी होगी।

शारदीय नवरात्रि में उपाय

  • शारदीय नवरात्रि में पहले दिन से 9 दिन तक मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनायें और घर के मेन दरवाजे पर तोरण लगाने से मां दुर्गा की कृपा बरसती है।नवरात्रि में नौ दिन तक लगातार हनुमान मंदिर में जाकर पान चढ़ाएं। नौ दिन किए गए ये कार्य जिस भी मनोकामान के लिए करेंगे वह जरूर पूरी होगी।
  • किसी भी तरह की बीमारी ठीक करने के लिए देवी मां के सामने नौ दिन अखंड ज्योत जलाना चाहिए और यदि ऐसा न कर सकें तो नौ दिन सुबह-शाम देवी के समक्ष घी का दीया जलाएं और उस दीपक में 4 लौंग डाल दें।
  • अर्गला स्तोत्र व कीलकम् का पाठ रोज़ाना माता के सामने करें व हलवा का भोग चढ़ाकर एक कमल का पुष्प अर्पण करें ऐसा करने से आपकी विवाह की चाहत पूरी हो जाएगी ।
  • किसी से रिश्ता जोड़ना हो या संतान की चाहत नवरात्रि में पूरे नौ दिन पांच तरह के सूखे मेवे लाल चुनरी में रखकर देवी को भोग लगाएं और बाद में उसे प्रसाद स्वरुप खा लें।धन प्राप्ति के लिए नवरात्रि में पूरे नौ दिन रोज एक समय पर देवी को ताजे पान के पत्ते पर सुपारी और सिक्के रखकर समर्पित करें।
  • देवी मां से सुख और ऐश्वर्य का आशीर्वाद चाहिए तो देवी को नौ दिन लगातार 7 इलायची और मिश्री का भोग लगाएं। नवरात्रि में लाल आसन पर बैठकर संध्याकाल में जो जातक विष्णु सहस्रनाम तथा ललिता सहस्रनाम का पाठ करता है।
  • नवरात्रि में पहले एक, दूसरे दिन दो ऐस करते हुए क्रमश नौ कन्याओं को हर दिन भोजन कराएं और उनकी पूजा कर उन्हें दक्षिणा भेंट करें। ये उपाय आपके घर-परिवार पर आने वाले हर सकंट को हर लेगा और आपके घर में सुख-शांति का वास होगा।
  • नवरात्र में घर में सोने (Gold) या चांदी (Silver) की कोई भी शुभ सामग्री जैसे, स्वास्तिक, ॐ, श्री, हाथी, कलश,दीपक, गरूड़ घंटी, पात्र, कमल, श्रीयंत्र,आचमनी, मुकुट, त्रिशूल आदि खरीद लें और इसे देवी के चरणों मे समर्पित कर दें और नवरात्रि के अंतिम दिन उस सामग्री को गुलाबी कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। यह उपाय आपके घर में धन वर्षा करा देगा।
  • यदि लाख कोशिशों के बाद भी आपका कर्ज से पीछा नहीं छूट रहा, तो नवरात्र में सूर्य डूबने के पश्‍चात 21 गुलाब के फूल, सवा किलो साबूत लाल मसूर लाल कपड़े में बांधकर माता के सामने रखकर घी का दीपक जलाकर रोज़ाना 108 बार यह मंत्र पढ़ें- 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे'।
  • इसके उपरांत पूजा समाप्त होने के बाद अपने ऊपर सात बार उतारें व किसी को भी दान कर दें। साथ ही माता से कर्ज मुक्ति की प्रार्थना करें। ऐसा करने से आपको अवश्य कर्ज से मुक्ति मिलेगी।अपने जीवन के दुर्भाग्य को दूर करने के लिए दुर्गा अष्टमी की रात में अपने घर के मुख्य दरवाजे पर रात 12 बजे गाय के घी का एक दीपक जलाएं।


शारदीय नवरात्रि में कन्या पूजन में दे ये उपहार

नवरात्रि में कन्याओं को मां दुर्गा का रूप माना जाता है। ऐसे में नवरात्र के दौरान कन्या पूजन करने और कन्याओं को भोजन कराने से मां दुर्गा अपने भक्तों से प्रसन्न हो जाती है। कन्याओं को भोजन कराने के साथ भेंट में कुछ उपहार देने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि मां दुर्गा छोटी कन्याओं के रूप में अपने भक्तों को आर्शीवाद देने के लिए घर आती है। एक दिन पहले ही भक्त कन्याओं को निमंत्रण दे देते हैं। इन छोटी कन्याओं को सम्मानपूर्वक अपने घर में बुलाना चाहिए। फिर प्रेमपूर्वक पैर घुलकर कन्याओं का पूजन और श्रंगार करने के बाद भोजन कराया जाता है। इसके बाद कन्याओं को गिफ्ट देकर दक्षिणा और फल दिए जाते हैं। आइए आपको बताते हैं कि कन्याओं को क्या भेंट या गिफ्ट करने से मां दुर्गा अपने भक्तों पर प्रसन्न होती है।

नवरात्रि में कन्याओं को दें लाल वस्‍त्र उपहार

नवरात्र में कन्याओं को लाल वस्त्र देने का विशेष महत्व है। क्योंकि मां दुर्गा को लाल रंग बहुत प्रिय है। इसमें आप कन्याओं को लाल रंग की चुनरी उपहार रूप में दे सकते हैं। हिंदू धर्म में लाल रंग को वृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

नवरात्रि में कन्याओं को फल दें

नवरात्र का कन्‍याओं को भोजन कराने के बाद एक मौसमी फल देना बहुत फलदायक होता है। इसलिए कन्याओं को फल जरूरी देना होता है। इसलिए फलों में सबसे शुभ केला और नारियल को माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्‍णुजी को केला और मां लक्ष्मी को श्रीफल यानी नारियल बहुत प्रिय है।

नवरात्रि में मिठाई

कन्‍याओं को भोजन में मिठाई जरूरी खिलानी चाहिए। इसमें आप चाहे तो मार्केट की बनी मिठाई खिला सकते हैं नहीं तो घर का बना सूजी का या आटे का हलवा मां दुर्गा को भोग लगाकर खिला सकते हैं। इससे आपके गुरू ग्रह मजबूत होते हैं।

नवरात्रि में श्रृंगार का सामान

नवरात्र में कन्‍याओं को भोजन कराने के बाद श्रंगार का सामान भी उपहार रूप में दे सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि कन्याओं को दी गई श्रंगार सामग्री सीधे मां द्वारा स्वीकार की जाती है।

नवरात्रि में चावल दें

ऐसी मान्यता है कि कन्‍याओं को भोजन कराने के बाद जब विदा किया जाता है तो विदाई में उनको कोचा भरा जाता है। इस कोचे में चावल और गुड़ दिया जाता है। ऐसे करने से आपके घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है।

नवरात्रि में सिक्‍के दें

नवरात्र में कन्‍या भोजन कराने के बाद उन्हें दक्षिणा देने की परंपरा है। इसलिए कन्याओं को विदा करते समय उन्‍हें दक्षिणा के स्‍वरूप कुछ रुपये-पैसे जरूर देने चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा आप पर हमेशा बनी रहती है।

इसके अलावा आप कन्याओं उपहार रूप में बर्तन, पेंसिल बॉक्स, बच्चों वाली पर्स, कई खिलौना, कन्याओं के श्रंगार का सामान आदि दे सकते हैं।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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