×

Shiv Panchakshar Mantra Benefits:महाशिवरात्रि पर करें पंचाक्षर मंत्र के साथ इन मंत्रों का जाप, जानिए महत्व और लाभ

Shiv Panchakshar Mantra Benefits: शिव जी की पूजा से हर समस्या का हल होता है।इस दिन षोड्शोचार विधि से पूजा के साथ मंत्रों का जाप करने से हर इच्छा की पूर्ति होती है। खासकर कर शिवरात्रि के दिन पंचाक्षर मंत्र के साथ इन मंत्रों का जाप करने महादेव जल्द प्रसन्न होते है...

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 24 Feb 2025 12:42 PM IST
Panchakshar Stotram Mantra,Image-social media
X

Panchakshar Mantra Kya Hai:महाशिवरात्रि हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। इस वर्ष यह पर्व 26 फरवरी को मनाया जाएगा। यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का प्रतीक माना जाता है। शिव भक्त इस दिन विशेष पूजा, व्रत और रात्रि जागरण कर भोलेनाथ की उपासना करते हैं।

पंचाक्षर मंत्र क्या होता है

‘ॐ नमः शिवाय’ को पंचाक्षर मंत्र कहा जाता है क्योंकि इसमें पाँच अक्षर (न, म, शि, व, य) होते हैं। यह भगवान शिव का सबसे पवित्र और शक्तिशाली मंत्र माना जाता है। इस मंत्र का नियमित जाप करने से मानसिक शांति मिलती है। नकारात्मकता दूर होती है,सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है,शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। शिव पंचाक्षर स्तोत्र का पाठ सोमवार के दिन और महाशिवरात्रि के दिन करना शुभ माना जाता है. साथ ही, कुंडली में कालसर्प दोष होने पर भी इस स्तोत्र का पाठ करना चाहिए.

शिव पंचाक्षर स्तोत्र का महत्व

महान संत आदि शंकराचार्य ने ‘शिव पंचाक्षर स्तोत्र’ की रचना की थी, जिसमें इस मंत्र की महिमा का वर्णन है। महाशिवरात्रि पर इस स्तोत्र का पाठ करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में किसी चीज की कमी नहीं रहती।

शिव पंचाक्षर स्तोत्रम् का मतलब

नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय।

नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नम:शिवाय॥॥

जो नागों की माला धारण करते हैं, तीन नेत्रों वाले हैं, भस्म लगाए रहते हैं और हमेशा शुद्ध, दिव्य व दिगंबर स्वरूप में रहते हैं—उन भगवान शिव को ‘न’ अक्षर से नमस्कार है।

मंदाकिनीसलिलचन्दनचर्चिताय नन्दीश्वरप्रमथनाथ महेश्वराय।

मण्दारपुष्पबहुपुष्पसुपूजिताय तस्मै मकाराय नम:शिवाय॥॥

जो मंदाकिनी (गंगा) के जल और चंदन से सुशोभित हैं, नंदी के स्वामी हैं, और दिव्य पुष्पों से पूजित होते हैं—उन भगवान शिव को ‘म’ अक्षर से प्रणाम है।

शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्दसूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय।

श्रीनीलकण्ठाय बृषध्वजाय तस्मै शिकाराय नम:शिवाय॥॥

जो माता पार्वती के मुखकमल के सूर्य स्वरूप हैं, दक्ष के यज्ञ को नष्ट करने वाले हैं, और नीलकंठ के रूप में प्रसिद्ध हैं—उन भगवान शिव को ‘शि’ अक्षर से नमन है।

वसिष्ठकुम्भोद्भवगौतमार्यमुनीन्द्रदेवार्चितशेखराय।

चन्द्रार्कवैश्वानरलोचनाय तस्मै वकाराय नम:शिवाय॥॥

जो वसिष्ठ, अगस्त्य, गौतम ऋषि और देवताओं द्वारा पूजित हैं, जिनके सिर पर चंद्रमा और सूर्य शोभायमान हैं—उन भगवान शिव को ‘व’ अक्षर से वंदन है।

यक्षस्वरूपाय जटाधराय पिनाकहस्ताय सनातनाय।

दिव्याय देवाय दिगम्बराय तस्मै यकाराय नम:शिवाय॥॥

जो यक्षों के स्वरूप में विराजमान हैं, जटा धारण करते हैं, त्रिशूल रखते हैं और सनातन देवता हैं—उन भगवान शिव को ‘य’ अक्षर से प्रणाम है।

पञ्चाक्षरिमदं पुण्यं य: पठेच्छिवसन्निधौ।

शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते॥॥

जो व्यक्ति इस पवित्र पंचाक्षर स्तोत्र का पाठ भगवान शिव के समीप करता है, वह शिवलोक को प्राप्त करता है और शिव के साथ आनंदित होता है। महाशिवरात्रि पर इस मंत्र और स्तोत्र का जाप करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और सभी बाधाएँ दूर होती हैं।

शिव जी की उपासना करने से साधक के जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। वहीं, धार्मिक ग्रंथों में सोमवार का दिन भगवान शिव की आराधना के लिए समर्पित माना गया है। महामृत्युंजय मंत्र समेत शिव जी के कई ऐसे मंत्र हैं जो व्यक्ति को कई तरह के लाभ पहुंचा सकते हैं।जानते हैं कि रोजाना किन मंत्रों के जाप से शिव जी की कृपा प्राप्त की जा सकती है।

महाशिवरात्रि पर पढें ये मंत्र

ॐ नमः शिवाय

यह मंत्र सरल और प्रभावशाली है। यदि कोई रोजाना इस मंत्र का जाप करता है तो उसे आरोग्य की प्राप्ति हो सकती है।

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

महामृत्युंजय मंत्र रोजाना इस मंत्र का जप करने से व्यक्ति की अकाल मृत्यु का भय टाला जा सकता है।

ॐ नमो भगवते रुद्राय नमः

इस रूद्र मंत्र का जाप करने से व्यक्ति की हर इच्छा पूरी हो सकती है।

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥

शिव जी का बहुत ही प्रभावशाली मंत्र है। इससे आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है।

ऊं पषुप्ताय नमः

इस प्रभावशाली मंत्र का जाप करने से शिवजी की विशेष कृपा प्राप्त हो सकती है।



Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story