×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Shradh Paksh 2023 dates in hindi :कनागत 2023 कब से शुरू है, जानिए 16 दिन श्राद्ध पक्ष में कैसे पितर होंगे प्रसन्न

Shradh Paksh 2023 dates in hindi : कब से शुरू हो रहा श्राद्ध पक्ष। जानिए साल 2023 में पूरे 16 दिन कब कब पड़ेंगे।इस दौरान पितरों को कैसे प्रसन्न करेंगे

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 15 Sept 2023 3:52 PM IST
Shradh Paksh 2023 dates in hindi :कनागत 2023 कब से शुरू है, जानिए 16 दिन श्राद्ध पक्ष में कैसे पितर होंगे प्रसन्न
X

Shradh Paksh 2023 dates in hindi श्राद्ध पक्ष 2023 में कब से कब तक होंगे

29 सितंबर से इस साल 2023 में श्राद्ध पक्ष की शुरूआत हो रही है जो 16 दिनों का होगा। श्राद्ध पक्ष में जो भी व्यक्ति अपने पूर्वजों को याद करता है और पूर्वजों के नाम श्राद्ध करता है तो उसके बड़े से बड़े दुख और क्लेश दूर होने लगते हैं। पितरों की आत्माओं में इतनी शक्ति होती है कि वह व्यक्ति के बड़े से बड़े कष्टों का निवारण कर सकते हैं। पितृपक्ष ( pitr paksh) में पितरों को भोजन कराने से ग्रह दोष संबंधी मुसीबतें भी टल जाती हैं। इसलिए जातक को इन दिनों में विशेष सावधानियों के साथ अपने पूर्वजों को प्रसन्न करना चाहिए।

श्राद्ध पक्ष 2023 तिथि व मुहूर्त

पितृ पक्ष की शुरुआत भाद्र मास में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से होती है। आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि तक पितृ पक्ष रहता है।

पूर्णिमा श्राद्ध 29 सितंबर 2023 शनिवार

प्रतिपदा श्राद्ध30 सितंबर 2023रविवार

द्वितीया श्राद्ध1 अक्टूबर 2023सोमवार

तृतीया श्राद्ध2 अक्टूबर 2023मंगलवार

महा भरणी3 अक्टूबर 2023बुधवार

पंचमी श्राद्ध4 अक्टूबर 2023गुरूवार

षष्ठी श्राद्ध5 अक्टूबर 2023शुक्रवार

सप्तमी श्राद्ध6 अक्टूबर 2023रविवार

dष्टमी श्राद्ध7 अक्टूबर 2023सोमवार

नवमी श्राद्ध8 अक्टूबर 2023मंगलवार

दशमी श्राद्ध9अक्टूबर 2023 बुधवार

एकादशी श्राद्ध10 अक्टूबर 2023गुरूवार

द्वादशी श्राद्ध11 अक्टूबर2023शुक्रवार

चतुर्दशी श्राद्12 अक्टूबर 2023शनिवार

सर्व पितृ अमावस्या13 अक्टूबर 2023रविवार

श्राद्ध पक्ष क्यो जरूरी

श्राद्ध पक्ष में पितर संबंधित कार्य करने से व्यक्ति का जीवन खुशियों से भर जाता है। इस पक्ष में श्राद्ध तर्पण करने से पितर प्रसन्न होते हैं और आर्शीवाद देते हैं।

पितर दोष से मुक्ति के लिए इस पक्ष में श्राद्ध, तर्पण करना शुभ होता है।रोली, सिंदूर, छोटी सुपारी , रक्षा सूत्र, चावल, जनेऊ, कपूर, हल्दी, देसी घी, माचिस, शहद, काला तिल, तुलसी पत्ता , पान का पत्ता, जौ, हवन सामग्री, गुड़ , मिट्टी का दीया , रुई बत्ती, अगरबत्ती, दही, जौ का आटा, गंगाजल, खजूर, केला, सफेद फूल, उड़द, गाय का दूध, घी, खीर, स्वांक के चावल, मूंग, गन्ना।



\
Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story