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Janmashtami 2024: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के व्रत के फल
Janmashtami 2024: जन्माष्टमी की पूरी रात, जागरण करके जप-ध्यान का विशेष महत्व है ।भविष्य पुराण में लिखा है कि जन्माष्टमी का व्रत अकाल मृत्यु नहीं होने देता है। जो जन्माष्टमी का व्रत करते हैं, उनके घर में गर्भपात नहीं होता।
Janamashtami 2024: 26 अगस्त 2024 सोमवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी है।भारतवर्ष में रहनेवाला जो प्राणी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत करता है, वह सौ जन्मों के पापों से मुक्त हो जाता है | जो गर्भवती देवी जन्माष्टमी का व्रत करती हैं। उसका गर्भ ठीक से पेट में रह सकता है और ठीक समय जन्म होता है। ऐसा भविष्यपुराण में लिखा है। 20 करोड एकादशी का फल देनेवाला व्रत कहा जाता है जन्माष्टमी के व्रत को। जन्माष्टमी के दिन किया हुआ जप अनंत गुना फल देता है।
उसमें भी जन्माष्टमी की पूरी रात, जागरण करके जप-ध्यान का विशेष महत्व है ।भविष्य पुराण में लिखा है कि जन्माष्टमी का व्रत अकाल मृत्यु नहीं होने देता है। जो जन्माष्टमी का व्रत करते हैं, उनके घर में गर्भपात नहीं होता। एकादशी का व्रत हजारों - लाखों पाप नष्ट करने वाला अदभुत ईश्वरीय वरदान है। एकादशी के दिन जो संयम होता है उससे ज्यादा संयम जन्माष्टमी को होना चाहिए।
बाजारु वस्तु तो वैसे भी साधक के लिए विष है। लेकिन जन्माष्टमी के दिन तो चटोरापन, चाय, नाश्ता या इधर - उधर का कचरा अपने मुख में न डालें। इस दिन तो उपवास का आत्मिक अमृत पान करें ।अन्न, जल, तो रोज खाते - पीते रहते हैं, अब परमात्मा का रस ही पियें । अपने अहं को खाकर समाप्त कर दें।