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Krishna Janmashtami 2023: इस साल कब मनाई जाएगी कृष्ण जन्माष्टमी, क्या है शुभ मुहूर्त और मान्यताएं

Krishna Janmashtami 2023 Date: हर साल पूरे देश में जन्माष्टमी पूरे धूम धाम से मनाया जाता है। वहीँ इस साल ये त्योहार 2 दिन मनाया जायेगा 6 सितंबर और 7 सितंबर 2023 को।

Shweta Shrivastava
Published on: 31 Aug 2023 11:22 AM GMT
Krishna Janmashtami 2023: इस साल कब मनाई जाएगी कृष्ण जन्माष्टमी, क्या है शुभ मुहूर्त और मान्यताएं
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Krishna Janmashtami 2023 Date (Image Credit-Social Media)

Krishna Janmashtami 2023 Date: इस साल बहुत से लोग कृष्ण जन्माष्टमी 2023 की तारीख को लेकर असमंजस में हैं कि ये 6 सितंबर को है या 7 सितंबर 2023 को, जबकि तिथि के अनुसार ये 2 दिन मनाई जाएगी अष्टमी 6 सितंबर को दोपहर 3:37 बजे शुरू होगी और 7 सितंबर 2023 को शाम 4:14 बजे समाप्त होगी।

कृष्ण जन्माष्टमी 2023 तिथि, शुभ मुहूर्त और अनुष्ठान (Krishna Janmashtami Puja Muhurat)

हर साल पूरे देश में जन्माष्टमी पूरे धूम धाम से मनाया जाता है। वहीँ इस साल ये त्योहार 2 दिन मनाया जायेगा 6 सितंबर और 7 सितंबर 2023 को। इस साल इस त्योहार को लेकर असमंजस की स्थिति है कि इसे किस दिन मनाया जाये। ये इसलिए है क्योकि पंचांग के अनुसार 7 सितंबर को शाम को तिथि समाप्त हो रही है। आपको बता दें कि ये उत्सव भाद्रपद माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है और इसे गोकुलाष्टमी, श्रीकृष्ण जयंती, कृष्णाष्टमी और कृष्ण जन्माष्टमी के नाम से भी जाना जाता है।

भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, कृष्ण का जन्म इसी दिन रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस वर्ष, जन्माष्टमी दो अलग-अलग दिनों में पड़ेगी क्योंकि द्रिक पंचांग के अनुसार, रोहिणी नक्षत्र और अष्टमी तिथि जन्माष्टमी की रात को पड़ रही है। जबकि रोहिणी नक्षत्र 6 सितंबर 2023 को सुबह 9:20 शुरू होगा और 7 सितंबर को सुबह 10:25 बजे समाप्त होगा, अष्टमी तिथि 6 सितंबर 2023 को दोपहर 3:37 बजे और 7 सितंबर 2023 को शाम 4:14 बजे शुरू होगी। .

ये दिन विशेष रूप से कृष्ण के प्रारंभिक जीवन के स्थानों मथुरा और वृंदावन (बृंदाबन) में मनाया जाता है। फिर कृष्ण की मूर्ति को दूध और पानी से धोया जाता है नए कपड़े पहनाए जाते हैं और पूजा की जाती है। इस दिन भक्त व्रत भी रखते हैं और आधी रात को उनका जन्मदिन भी मनाते हैं।

भगवान कृष्ण के मंदिरों और घरेलू मंदिरों को फूलों और पत्तों से सजाया जाता है, और घर में प्रसाद के रूप में देने से पहले भगवन श्री कृष्ण को मिठाइयाँ चढ़ाई जाती हैं। पूरे देश में इसे काफी पसंद किया जाता है। यह दिन व्यापक रूप से बहुत उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। मथुरा जन्माष्टमी उत्सव दुनिया भर में प्रसिद्ध है क्योंकि ये भगवान कृष्ण का जन्मस्थान है और लोग इसे बहुत खुशी के साथ मनाते हैं।

Shweta Shrivastava

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