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Solar Eclipse Safety Tips: क्यों नहीं देखते सूर्य को खुली आंखों से? वजह जानकर डरे नहीं, ऐसे देखें और करें बचाव
Surya Grahan के दौरान सूर्य की तीखी रौशनी को बर्दाश्त करना आंखों के लिए खतरनाक है। आंखों के सामने काले धब्बे दिखने लगे या फिर अपना चेहरा आईना में साफ न दिखाई दे तो समझ लें कि आंखों की रौशनी जाने लगी है।
सूर्य ग्रहण में क्यों नहीं देखते सूर्य को खुली आंखों से?
वलयाकार सूर्य ग्रहण 10 जून 2021 को लग रहा है। साल 2021 में भी वलयाकार सर्य ग्रहण लगा था। इस बार भी 4 से 5 घंटे तक लगने वाला सूर्य ग्रहण वलयाकार भी है। इस दौरान सूर्य अंगूठी या रिंग की तरह दिखेगा। शनि जयंती के दिन 10 जून को सूर्य ग्रहण दोपहर 01.41 बजे से शुरू होकर दोपहर 06.42 मिनट पर खत्म होगा।जब सूर्य और धरती के बीच चंद्रमा आ जाता है तब सूर्य ग्रहण लगता है।
साल का पहला सर्य ग्रहण अमेरिका, युरोप, ग्रीनलैंड, एशिया के कुछ भागों में आंशिक रुप से दिखेगा। लेकिन भारत से सूर्य ग्रहण का कोई संबंध नहीं है। कहने का मतलब कि इस बार का सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। वैसे भी एहतियात के तौर पर सूर्य ग्रहण के समय सूर्य को नंगी आंखों से देखना वर्जित है।म
सूर्य ग्रहण में आंखों को बचाएं..
वैज्ञानिकों और धर्मशास्त्र के जानकारों के अनुसार जब ग्रहण लगता है चाहे वह सूर्य हो या चंद्र, उस दौरान कुछ बातों का ख्याल रखकर सेहत पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव से बचा जा सकता हैं। मतलब ये कि ग्रहण के समय सूर्य को सीधे ना देखकर सनग्लासेस या एक्सरे सीट की मदद से देख सकते हैं। इसकी वजह है कि सूर्य की तीखी रौशनी को बर्दाश्त करना हमारी आंखों के लिए खतरनाक है। जब सूर्य को चंद्रमा ढक लेता है तो वह प्रकिया कुछ मिनट, कुछ घंटों की होती है। सूर्य कभी भी अपनी तीखी किरणों के साथ चंद्र को चीरते हुए बाहर निकल सकता है और उस वक्त निकलती किरणों का सीधा संपर्क हमारी आंखों से होता है। जो आंखों खराब करने,अंधपन बढ़ाने या फिर आंखों के रेटिना को नुकसान पहुंचाता है।
सूर्य ग्रहण से आंखों की रेटिना खराब- विज्ञान की नजर में
वैसे भी सूर्य की किरणों को आम दिनों में भी देखना सही नहीं होता है। इससे आंख की रेटिना पर भी असर पड़ता है। जो सौर रेटिना पैथी एक फोटो केमिकल विषाक्तता है। इससे रेटिना ऊतकों पर असर पड़ता है। इस लिए सूर्य ग्रहण के समय सीधे तौर पर सूर्य को नही देखना चाहिए। इससे आंशिक या पूर्ण अंधेपन का शिकार हो जाते हैं। इसलिए सूर्य की पारा पैंगनी किरणों से आंखों को बचाकर आंख की रेटिना को खराब होने से बचा सकते है।
सूर्य को खुली आंखों से देखने के बाद आपको आंखों के सामने काले धब्बे दिखने लगे या फिर अपना चेहरा आइना में साफ न दिखाई दे तो समझ लीजिए कि आपकी आंखों की रौशनी प्रभावित होने लगी है। इसके लिए जल्द से जल्द उपचार शुरू कर दें ताकि समय रहते आंखों की रौशनी बनी रहें।
इन बातों का ख्याल सूर्य ग्रहण के समय जरूर रखें
- सूर्य ग्रहण को देखने के लिए सामान्य ग्लास के इस्तेमाल से बचेंगे तो अच्छा रहेगा।
- टेलीस्कोप या एलुमिनाइज्ड माइलर फिल्टर ग्लास की मदद से सूर्य की तीक्ष्ण रौशनी को देख सकते हैं।
- सामान्य चश्में या कैमरे से भी सूर्य ग्रहण को देखने से बचें।
- ग्रहण के दौरान बहुत जरूरी न हो तो बाहर न निकलें। अगर निकलना हो तो प्रोटेक्शन लेकर ही निकलें।
- बच्चों को ग्रहण के दौरान बाहर बिल्कुल ना निकलने दें, उनकी आंखों के लिए घातक है सूर्य की किरणे।
- ग्रहण के बाद आंखों पर पानी के खूब छींटे मारेंगे तो आंखों को राहत मिलेगा।
10 जून को सूर्य ग्रहण लगने के बाद सभी को एहतियात बरतने की जरूरत है। बच्चे-बड़े , बुजुर्गों और महिलाओं के ग्रहण के दौरान सभी नियमों का पालन करना चाहिए और ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि ग्रहण के पश्चात कोरोना का असर थोड़ा कम हो सकता है। इसके बाद 4 दिसंबर को इसी साल दूसरा सूर्य ग्रहण लगेगा।