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Surya grahan-2021: सूर्य ग्रहण के बाद दान से मिलेगा 10 करोड़ गुना ज्यादा लाभ, भरा रहेगा धन-धान्य का भंडार

10 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा।सूर्य ग्रहण के बाद दान जरूर करें, इसका व्यक्ति के जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। सूर्य ग्रहण के बाद जितना दान करते हैं उसका 10 करोड़ गुना फल मिलता है और सूर्य की कृपा से रंक भी राजा बन जाता है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 7 Jun 2021 12:13 PM IST (Updated on: 7 Jun 2021 12:16 PM IST)
सूर्य ग्रहण के बाद दान
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सांकेतिक तस्वीर( सौ. से सोशल मीडिया) 

Surya Grahan 2021 : आज से चौथे दिन 10 जून को सूर्य ग्रहण लग रहा है। इस बार लगने वाला वलयकार सूर्य ग्रहण वृष राशि में मृगशिरा नक्षत्र में लग रहा है। इस ग्रहण का प्रभाव बच्चे, बड़े और परिवार , समाज और व्यवसाय पर पड़ रहा है।

उत्तरी अमेरिका के उत्तरी भाग, यूरोप और एशिया में आंशिक व उत्तरी कनाडा, ग्रीनलैंड और रुस में दिखेगा। लेकिन भारत में नहीं दिखेगा। इससे इसका प्रभाव भी भारत पर नहीं रहेगा। सूर्य ग्रहण का प्रारंभ और समापन का समय कुछ इस तरह है कि

10 जून के दिन दोपहर 13:42 बजे से सूर्य ग्रहण का आरंभ

10 जून 18:41 बजे तक सूर्य ग्रहण का समापन

हिंदू पंचांग के अनुसार तीसरे मास ज्येष्ठ में साल का पहला सूर्य ग्रहण लग रहा है। सूर्य ग्रहण के दौरान सूतक काल मान्य नहीं। इसलिए इस बार धार्मिक कृत्य पर मनाही नहीं होगी। जिस दिन सूर्य ग्रहण लग रहा है उस दिन धार्मिक दृष्टि से कई महत्वपूर्ण तिथि है। ज्येष्ठ की अमावस्या, शनि जयंती और वट सावित्री एक साथ है।

सूर्य ग्रहण के बाद दान का महत्व

जब चंद्र सूर्य और पृथ्वी के बीच होता है, लेकिन उसका आकार पृथ्वी से देखने पर इतना नज़र नहीं आता कि वह पूरी तरह सूर्य की रोशनी को ढक सके। इस स्थिति में चंद्र के बाहरी किनारे पर सूर्य काफ़ी चमकदार रूप से रिंग यानि एक अंगूठी की तरह प्रतीत होता है। इस घटना को ही वलयाकार सूर्य ग्रहण कहते है।इस बार विद्वानों का मत है कि सूर्य ग्रहण के बाद कोरोना का असर थोड़ा कम होगा ।लेकिन पूरी तरह से खत्म नहीं होगा। इसलिए सुख-समृद्धि के साथ जीवन में प्यार और सम्मान बना रहे।इसके लिए सूर्य ग्रहण के बाद कुछ धार्मिक कृत्य करने चाहिए और कुछ चीजों का दान करने से लाभ और ग्रहण का प्रभाव कम होता है।

सूर्य ग्रहण के बाद करें गेंहू का दान

ग्रहण बाद स्नान करके धार्मिक कृत्य पूजा-पाठ करना चाहिए और गेहूं या आटे का दान करने से जीवनभर खुशहाल रहेंगे और लक्ष्मी की कृपा बरसेगी। धन की कमी नहीं होगी।

सूर्य ग्रहण के बाद मंदिर की सफाई करें

ग्रहण खत्म होने के बाद मंदिर की सफाई और घर की सफाई कर गंगा जल छिड़कना चाहिए। इससे घर में ईश्वर का वास होता है और वास्तु सही रहता है।

सूर्य ग्रहण के बाद वस्त्र दान करें

ग्रहण के बाद जरूरतमंदों को कपड़े का दान करने से शनि दोष दूर होता है और पैसे की कमी नहीं रहती है।

सूर्य ग्रहण के बाद पक्षियों और जानवरों को दान

पक्षियों को दाना और जानवरों को पका हुआ अन्न ग्रहण के बाद देने से अविवाहितों की शादी की बाधा दूर होती है।


सांकेतिक तस्वीर( सौ. से सोशल मीडिया)

सूर्य ग्रहण के बाद फलों का दान

ग्रहण के बाद मौसमी फलों का दान करने से स्वास्थ्य से संबंधित परेशानी का निदान होता है।

सूर्य ग्रहण के बाद धातु का दान

ग्रहण के बाद सोना, चांदी लोहा या किसी भी अन्य धातु से बनी चीजों का दान करने से संतान और परिवार से संबंधित परेशानी का निदान होता है।

सूर्य ग्रहण के बाद सुहाग सामग्री

ग्रहण के बाद सुहागिनों को सुहाग की चीजों का दान करने से दांपत्य जीवन में खुशहाली आती है । सुहाग बना रहता है।

कहते हैं कि सूर्य ग्रहण के बाद जितना दान करते हैं उसका 10 करोड़ गुना फल मिलता है और सूर्य की कृपा से रंक भी राजा बन जाता है। इस सूर्य के बाद आप भी उस दिन या अगले दिन अच्छे से इच्छानुसार दान करेंगे तो लाभ मिलेगा।



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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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