TRENDING TAGS :
इस तारीख को पड़ेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, जानें इसके बारे में सबकुछ
साल का आखिरी सूर्यग्रहण 26 दिसम्बर को लगने वाला है।खंडग्रास सूर्यग्रहण के चलते 26 दिसंबर को नगर के मंदिरों में पूजन दर्शन एक दिन पहले ही रात को 8 बजते ही बंद हो जायेंगे।
लखनऊ: साल का आखिरी सूर्यग्रहण 26 दिसम्बर को लगने वाला है। खंडग्रास सूर्यग्रहण के चलते 26 दिसंबर को नगर के मंदिरों में पूजन दर्शन एक दिन पहले ही रात को 8 बजते ही बंद हो जायेंगे।
सूर्यग्रहण के चलते 12 घंटों पहले लगने वाले सूतक के चलते 25 दिसंबर बुधवार रात 8 बजे के बाद से ही मंदिरों में पूजा पाठ बंद हो जाएंगे। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह सूर्य ग्रहण पौष माह की अमावस्या के दिन मूल नक्षत्र और धनु राशि में लगेगा।
ज्योतिषाचार्यो के अनुसार भारत के अलावा यह एशिया के कुछ देश, अफ्रीका, आस्ट्रेलिया में भी ये ग्रहण दिखाई देगा। भारत में ग्रहण काल 2 घंटे 52 मिनट का रहेगा। सुबह 8.04 बजे से ग्रहण का आरंभ होकर सुबह 10.56 बजे ग्रहण खत्म होगा।
ये भी पढ़ें...साल के पहले माह में होंगे 2 ग्रहण, जानिए जनवरी में आने वाली प्रमुख तिथि-वार
इन राशियों पर पड़ सकता है प्रभाव
मेष- ग्रहण के दौरान अपमान होने की संभावना है, इसलिए बुरे कर्मों से बचें।
वृष- शारीरिक और मानसिक कष्ट हो सकता है, इस स्थिति में अपना ख्याल रखें।
मिथुन- जीवनसाथी की सेहत बिगड़ सकती है। उनकी सेहत का ध्यान रखें।
कन्या- ग्रहण के प्रभाव से किसी तरह का कष्ट हो सकता है। थोड़ा सावधानी रखें।
तुला-धन लाभ होने की प्रबल संभावना है। आर्थिक जीवन में सुधार होगा।
वृश्चिक- वित्तीय हानि होने के संकेत मिल रहे हैं। इसलिए धन से जुड़े मामलों में लापरवाही न बरतें।
धनु-किसी प्रकार का कष्ट होने की आशंका है। थोड़ा सावधान रहें।
मकर- किसी तरह की हानि होने की आशंका है। सोच-समझकर कदम लेने की जरूरत है।
कुंभ- आपको किसी प्रकार का लाभ प्राप्त हो सकता है। मन में प्रसन्नता का भाव रहेगा।
मीन-आज आपकी खुशियों में वृद्धि होगी। किसी प्रकार का शुभ समाचार भी सुनने को मिल सकता है।
ये भी पढ़ें...एस्ट्रो : क्या एक महीने में तीन ग्रहण किसी बड़े भूकंप की पूर्व सूचना हैं ?
इन बातों का रखें ध्यान
शास्त्रों के मुताबिक, ग्रहण के दौरान भगवद मूर्ति स्पर्श करना, भोजन आदि समेत तमाम वर्जित कार्यों से बचना श्रेयस्कर बताया गया है गुरु मंत्र का जाप, किसी मंत्र की सिद्धी, रामायण, सूंदर कांड का पाठ, तंत्र सिद्धि ग्रहण काल में कर सकते हैं।
ग्रहण के बाद पवित्र नदियों में स्नान, शुद्धिकरण आदि करके दान देना चाहिए। इस समय में गर्भवती स्त्रियों को घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए। ग्रहण काल में सूर्य से पराबैंगनी किरणे निकलती हैं, जो गर्भस्थ शिशु के लिए हानिकारक होती हैं।
त्वचा, आंख और एलर्जी के रोगियों को भी ग्रहण के समय घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए। अगर घर से बाहर निकलना जरूरी हो तो मोटे कपड़े पहनकर बाहर निकल सकते हैं। इससे ग्रहण की किरणों के बुरे असर से बचा जा सकता हैं।
ये भी पढ़ें...हर रोज करते हैं पूजा-पाठ, फिर भी नहीं रहता मन शांत तो ये उपाय आजमाएं आप