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Rivian and Volkswagen: रिवियन और फॉक्सवैगन के बीच आर्किटेक्चर और सॉफ्टवेयर को लेकर हुआ समझौता, जानिए डिटेल

Rivian and Volkswagen: जर्मन कंपनी फॉक्सवैगन को यह फैसला टेस्ला और चीन की BYD जैसी अन्य प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के EV वाहनों की बढ़ती लोकप्रियता और प्रतिस्पर्धा के चलते भी लेना पड़ा है।

Jyotsna Singh
Published on: 26 Jun 2024 7:14 PM IST
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Rivian and Volkswagen: वैश्विक बाजार में इलेक्ट्रिक कारों के निर्माण में दिन दूनी रात चौगुनी वृद्धि होती जा रही है। अब कई दिग्गज वाहन निर्माता कंपनियां मार्केट में नए फीचर्स के साथ वाहनों को लांच करने के लिए अब आपस में साझेदारी कर वाहनों का निर्माण कर रही है। इसी कड़ी में अमेरिकन कंपनी रिवियन और जर्मन कंपनी फॉक्सवैगन के बीच आर्किटेक्चर और सॉफ्टवेयर को लेकर हुए समझौते का कारण इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करना है। यही वजह है कि फॉक्सवैगन ICE वाहनों से इलेक्ट्रिक में स्विच करने की ओर आगे बढ़ रही है। अनुबंध के तहत प्रोजेक्ट के लिए फॉक्सवैगन ने दिग्गज EV निर्माता टेस्ला की प्रतिद्वंद्वी रिवियन में 5 अरब डॉलर भारतीय राशि के अनुसार करीब 41,790 करोड़ रुपये तक का निवेश करने का ऐलान किया है। जर्मन कंपनी फॉक्सवैगन को यह फैसला टेस्ला और चीन की BYD जैसी अन्य प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती लोकप्रियता और मार्केट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते भी लेना पड़ा है।

साझेदारी के पीछे ये है उद्देश्य

अमेरिकन कंपनी रिवियन और जर्मन कंपनी फॉक्सवैगन के बीच इस साझेदारी का उद्देश्य मुख्य रूप से एक संयुक्त उद्यम के माध्यम से आर्किटेक्चर और सॉफ्टवेयर को साझा करना है। इस घोषणा के बाद से रिवियन के शेयरों में लगभग 50 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। फॉक्सवैगन ने कहा कि वह शुरुआत में इलेक्ट्रिक ट्रक और SUV निर्माता रिवियन में 1 अरब डॉलर भारतीय राशि के अनुसार करीब 8,358 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है। जो की आगे जाकर 2026 तक यह 4 अरब डॉलर भारतीय राशि के अनुसार करीब 33,432 करोड़ रुपये हो जाने की उम्मीद है।


साझेदारी से होगा लाभ

नए इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण को लेकर रिवियन और जर्मन कंपनी फॉक्सवैगन के बीच हुई साझेदारी से फॉक्सवैगन को रिवियन के सॉफ्टवेयर की कम समय में पहुंच उपलब्ध मिलेगी। जिससे जर्मन कार निर्माता रिवियन के सॉफ्टवेयर को बिना ज्यादा समय गवाएं अपनी कारों में इस्तेमाल कर सकेगा। वहीं इस सॉफ्टवेयर की ज्यादा खपत से अमेरिकन वाहन निर्माता कंपनी रिवियन को भी ये साझेदारी लाभकारी साबित होगी। इस साझेदारी से फॉक्सवैगन के जरिए रिवियन को प्राप्त होने वाले चिप्स जैसे कई EV वाहनों में इस्तेमाल होने वाले आवश्यक कंपोनेंट सहित साझा आपूर्ति से इलेक्ट्रिक वाहनों में परिचालन लागत को कम करने में सहायक सिद्ध होगी। इसी कड़ी में जल्द ही वाहन निर्माता कंपनी अपनी इलेक्ट्रिक कार रिवियन R2 SUV का निर्माण शुरू करने जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि कंपनी इस 2026 की शुरुआत में लॉन्च कर सकती है।





Shalini singh

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