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Electric Bike Price Hike: दोपहिया वाहनों की कीमतों में होगी वृद्धि, जानें क्या है कारण
Electric Bike Price Hike: इस कंपनी ने एक बयान में कहा कि बढ़ती इनपुट लागत से उबरने के लिए वह अपने इलेक्ट्रिक वाहनों की रेंज में कीमतों में बढ़ोतरी की जा रही है।
Electric Bike Price Hike: भारतीय ऑटो मार्केट में कई नई ऑटोमेकर कंपनियां अपने वाहनों की बिक्री में शानदार प्रदर्शन कर रहीं हैं। जिनमें से एक नाम जयपुर की इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माता हॉप इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का भी आता है। इस कम्पनी के वाहनों की रेंज में स्कूटर से लेकर इलेक्ट्रिक बाईक तक शामिल हैं। अब ये कम्पनी अपने वाहनों पर नए साल के शुरुवाती महीने से अपनी इलेक्ट्रिक दोपहिया रेंज की कीमतों में वृद्धि करने जा रही है। इस कंपनी ने एक बयान में कहा कि बढ़ती इनपुट लागत से उबरने के लिए वह अपने इलेक्ट्रिक वाहनों की रेंज में कीमतों में बढ़ोतरी की जा रही है।हॉप इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कंपनी ने बताया कि वह ऑक्सो, लियो और LYF मॉडल की कीमत में इसके वेरिएंट के अनुसार कुल 3 से 5 प्रतिशत की वृद्धि करने का ऐलान कर चुकी है।
हॉप रेंज लियो और LYF इलेक्ट्रिक स्कूटर और इनकी कीमत
इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कंपनी हॉप द्वारा की जा रही मूल्यवृद्धि की बात करें तो हॉप इलेक्ट्रिक की दोपहिया वाहन रेंज के तहत लियो और LYF इलेक्ट्रिक स्कूटर को एक बार चार्ज करने पर 125 किलोमीटर की दूरी तय करने की क्षमता रखते हैं। अब कम्पनी इनकी कीमतों में बढ़ोतरी करने जा रही है। जिनकी शुरुआती कीमत क्रमश: 84,360 रुपये और 67,500 रुपये के करीब है।
हॉप ऑक्सो इलेक्ट्रिक बाइक रेंज और इनकी कीमत
हॉप ऑक्सो इलेक्ट्रिक बाइक की भी सफलता पूर्वक बिक्री करती है। इसी के साथ इन इलेक्ट्रिक बाइक्स 95 किमी प्रति घंटा की टॉप स्पीड से भाग सकती हैं। हॉप ऑक्सो इलेक्ट्रिक बाइक की रेंज की बात करें तो यह बाइक एक बार चार्ज करने पर 150 किलोमीटर की रेंज देने में पूरी से सक्षम होती हैं। इन इलेक्ट्रिक बाइक की कीमत ₹1.43 लाख एक्स-शोरूम के करीब है।
क्या कहते हैं हॉप इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के सह-संस्थापक निखिल भाटिया
अमूमन देखा गया है कि नए साल से पहले वाहन निर्माता अपने उत्पादों की कीमतों में इजाफा करती हैं। हॉप इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की कीमत में वृद्धि को लेकर हॉप के इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के सह-संस्थापक निखिल भाटिया ने कहा, "दो पहिया वाहनों पर मूल्य वृद्धि का निर्णय सामग्री की लागत में वृद्धि की वजह से लिया गया है, ताकि उत्पादों के गुणवत्ता मानकों को बनाए रख सकें।"
इस बार भी कंपनियां इनपुट लागत बढ़ने को जिम्मेदार ठहराते हुए अगले महीने से अपने वाहनों की कीमत में 2-3 फीसदी के बीच इजाफा करने की पूरी तैयारी हैं।