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Electric Vehicle: क्या आप एक इलेक्ट्रिक टू व्हीलर लेने जा रहें हैं, तो उससे पहले जान लें कुछ महत्वपूर्ण बातें...
Electric Vehicle: पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ऑटो मोबाइल सेक्टर ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए BS6 नॉर्म्स को सख्ती से लागू करने के साथ ही पर्यावरण अनुकूल धुवां रहित इलेक्ट्रिक व्हीकल्स वाहनों को ज्यादा से ज्यादा मार्केट का हिस्सा बनाया।
Electric Vehicle : पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ऑटो मोबाइल सेक्टर ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए BS6 नॉर्म्स को सख्ती से लागू करने के साथ ही पर्यावरण अनुकूल धुवां रहित इलेक्ट्रिक व्हीकल्स वाहनों को ज्यादा से ज्यादा मार्केट का हिस्सा बनाया। यही वजह है कि आज इलेक्ट्रिक व्हीकल्स ऑटो मार्केट की लगभग 50 फीसदी हिस्सेदारी के साथ पूरे भारत देश में दौड़ते नजर आ रहें हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते कल्चर के साथ इनके रख रखाव व इनसे जुड़ी कुछ सावधानियों के बारे जान लेना बेहद जरूरी है। यहां हम टू व्हीलर्स सेगमेंट में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट से जुड़ी कुछ आवश्यक बिंदुओं के बारे में बताने जा रहें हैं, जानते हैं डिटेल....
ईवी खरीदने से पहले मार्केट में कर लें ठीक से पड़ताल
अपने लिए एक इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने से पहले चुने हुए वेरिएंट से संबंधित सभी जानकारियों के बारे में ऑटो मार्केट में ठीक से पड़ताल कर ली जानी चाहिए। आपको इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने से पहले उस वेरिएंट की कीमत से लेकर उसकी फास्ट चार्जिंग कैपेसिटी, उसकी बैटरी की रिप्लेसमेंट डिटेल और उस स्कूटर की गारंटी आदि सारे डिटेल्स का तुलनात्मक जांच जरूर कर लेनी चाहिए।
सोच समझ कर करें ईवी का सलेक्शन
ऑटोमोबाइल मार्केट में डीजल और पेट्रोल इंजन वाहनों के लिए FAME-2 सब्सिडी के कारण पिछले कुछ वर्षों में भारतीय बाजार में बहुत सारे पर्यावरण अनुकूल EV ब्रांड्स आ गए हैं। जिसमें अधिकतर चीनी ब्रांड की हैं, या सस्ता प्रोडक्ट देने का दावा कर रहीं हैं। जो कम लागत, खराब क्वालिटी और कम परफॉर्मेंस वाले प्रॉडक्ट्स की बिक्री करती हैं। जबकि आपके लिए इन लोक लुभावन वादों पर यकीन न करते हुए सिर्फ भरोसेमंद ब्रांड के साथ जुड़ना बेहतर रहेगा। थोड़े पैसे बचाने के चक्कर में फिर बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
चार्जिंग फीचर का रखे ध्यान
इन व्हीकल्स को चार्ज करना एक बड़ा ही जिम्मेदारी का काम है। एक इलेक्ट्रिक टू व्हीलर खरीदने से पहले आपको इस बात पर सबसे ज्यादा गौर करना होगा कि आपके पास इसके लिए पर्याप्त चार्जिंग व्यवस्था उपलब्ध है या नहीं। अपने देश में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर अभी उतना ज्यादा स्ट्रॉन्ग नहीं है। चार्जिंग स्टेशंस पर आपको अपने वाहन की चार्ज करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
अपने लिए पर्याप्त रेंज का भी रखें खयाल
अपने देश में अभी ईवी के लिए एक सीमित रेंज का होना थोड़ा चिंताजनक है जबकि पेट्रोल वाहनों को तुरंत और कहीं भी रिफिल किया जा सकता है। इसलिए आपको स्कूटर चुनते समय उसके वास्तविक रेंज के जानकारी जरूर कर लेना बेहद जरूरी है। वरना आप एक बड़ी समस्या का शिकार हो सकते हैं। लेकिन जब एक बार आप अपनी रेंज तय करके ई वी का चुनाव करते हैं तो इस समस्या से बच सकते हैं। ई वी चालकों को अक्सर इस बात की चिंता रहती है कि कहीं उनकी स्कूटर की बैटरी डिस्चार्ज न हो जाए। लेकिन शुरू में ही कुछ समय तक ये चिंता ज्यादा महसूस होती है, लेकिन जब एक बार आप एक लंबा रेंज देने वाली ईलेक्ट्रिक स्कूटर चलाने लग जाते हैं तो आपको धीरे धीरे इसकी रेंज का अंदाजा लग जाता है।
टेस्ट ड्राइव लेना है जरूरी
इलेक्ट्रिक वाहनों को खरीदने से पहले उसका टेस्ट ड्राइव न लेना नुकसान का सौदा साबित हो सकता है। जो कंपनी अपने वाहन की टेस्ट ड्राइव न दे उसे बिल्कुल न खरीदें। किसी भी इलेक्ट्रिक वाहन को खरीदने से पहले उसका टेस्ट ड्राइव जरूर लें। इसे हर स्पीड पर चला कर जरूर देख लें। अगर आपको ड्राइव के दौरान कहीं भी दिक्कत महसूस हो जैसे, थ्रॉटल का सही से काम न करना, ब्रेक का सही से न लगना, गाड़ी का झटका देना, गाड़ी की मेन्यू फेक्चरिंग क्वालिटी का अप टू द मार्क न लगना तो गाड़ी को किसी भी सूरत में नहीं लेना चाहिए। मौजूदा समय में हीरो इलेक्ट्रिक, टीवीएस, बजाज और एथर जैसी कंपनियों के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स का परफॉर्मेंस सही देखने को मिला है। इन कंपनियों के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स में आपको रेंज या फीचर्स को लेकर कमी दिख सकती है, लेकिन इन कंपनियों के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स ग्राउंड पर अपना सफल परफार्मेंस दे चुके हैं।