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Vehicles Export: विदेशों में बढ़ रही भारतीय वाहनों की मौजूदगी, ऑटोमोबाइल निर्यात ने तोड़े पिछले रिकॉर्ड, सामने आई रिपोर्ट
Vehicles Export: सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक इस साल की दूसरी तिमाही अप्रैल-जून में ऑटोमोबाइल निर्यात में सालाना आधार पर 15.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
Vehicles Export: भारतीय बाजार में पिछले काफी समय से विदेशी वाहनों की संख्या में तेजी से विस्तार होता हुआ देखा जा रहा है। विदेशी ऑटोमेकर कंपनियों को यहां वाहन बिक्री में तगड़ी सफलता हासिल हो रही है। वहीं ठीक इसके उलट विदेशों में भारत में निर्मित वाहनों की मांग में लगातार इजाफा होता जा रहा है। यही वजह है कि भारत अब वाहन निर्यात के क्षेत्र में लगातार वृद्धि करता जा रहा है। सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक इस साल की दूसरी तिमाही अप्रैल-जून में ऑटोमोबाइल निर्यात में सालाना आधार पर 15.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। जिसमें तिपहिया वाहनों की बिक्री में खास सफलता नहीं मिली है लेकिन बाकी सभी दो पहिया और चार पहिया सेगमेंट के वाहनों के निर्यात में पिछले साल की तुलना में जबरदस्त इजाफा हुआ है।
क्या कहती है SIAM की रिपोर्ट
भारतीय ऑटो बाजार में तेजी से मजबूत हो रहे निर्यात बाजार को लेकर सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल की दूसरी तिमाही में निर्यात किए गए वाहनों 10.32 लाख की तुलना में इस साल की दूसरी तिमाही अप्रैल-जून की इस अवधि के दौरान कुल 11.92 लाख वाहन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात किए गए हैं। जिसको देखकर ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि निर्यात का बाजार काफी तेजी पकड़ रहा है।
दोपहिया वाहनों ने निर्यात में तोड़ा पिछला रिकॉर्ड
वहीं दो पहिया वाहनों ने भी विदेशी धरती पर अपनी पहुंच को मजबूत किया है। इस साल 2024 को पहली तिमाही यानी जनवरी से लेकर मार्च तक लेकर दोपहिया वाहनों के निर्यात में 17 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसका निर्यात अब बढ़कर 9.23 लाख का आंकड़ा पार कर गया है। ये आंकड़ा पिछले एक साल पहले तक इस की अवधि में 7.91 लाख था। वहीं तिपहिया वाहनों का जिक्र करें तो पिछले साल इस अवधि में 73,360 तिपहिया वाहन निर्यात किए गए थे।ये आंकड़ा अब घटकर इस साल घटकर 71,281 रह गया। 2024 अप्रैल से लेकर जून के बीच की अवधि में तिपहिया वाहनों के निर्यात में 3 प्रतिशत की कमी आई है। इसके अलावा कमर्शियल वाहनों का निर्यात सालाना आधार पर एक साल पहले तक 14,625 रहा था वही अब 8 प्रतिशत बढ़कर 15,741 का आंकड़ा पार कर गया है।
कार निर्यात में इस कंपनी ने मारी बाजी
बात कार निर्यात की करें तो इस साल की दूसरी तिमाही में पिछले साल की समान अवधि में विदेशों में भेजी गई 1.52 लाख गाड़ियां की तुलना में सालाना आधार पर 19 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।यानी अप्रैल से लेकर जून तक कारों का निर्यात का आंकड़ा बढ़कर 1.8 लाख रहा है। इसमें 69,962 गाड़ियों का निर्यात किया गया है। जिसमें मारुति सुजुकी की कारों की विदेशों में सबसे ज्यादा डिमांड की गई है। इसकी तुलना में पिछले साल 62,857 कार भेजी थीं। जबकि अप्रैल-जून के बीच हुंडई मोटर कंपनी ने अपने 42,600 गाड़ियों का निर्यात कर मारुति के बाद सबसे ज्यादा संख्या में विदेशों में अपने वाहनों का निर्यात करने वाली कंपनी साबित हुई है।