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Mahindra Motors: महिंद्रा मोटर्स ने अपने खिलाफ दर्ज हुई FIR पर दी सफाई, गाड़ी में एयरबैग नहीं होने से संबंधित आरोपों को किया स्वीकार
Mahindra Motors: महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा और कंपनी के 12 कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर के बाद कम्पनी ने अपने एक आधिकारिक बयान में दुर्घटनाग्रस्त हुई स्कॉर्पियो गाड़ी में एयरबैग मौजूद नहीं होने से संबंधित आरोपों को स्वीकार किया है।
Mahindra Motors: उत्तर प्रदेश में महिंद्रा स्कॉर्पियो गाड़ी से हुई एक दुर्घटना को लेकर कंपनी के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। जिसके अंतर्गत 14 जनवरी 2022 को अपूर्व दोस्तों के साथ लखनऊ से कानपुर लौट रहे थे। कोहरे के कारण गाड़ी डिवाइडर से टकराकर पलट गई थी जिसमें मौके पर ही अपूर्व की मौत हो गई थी। जिसके तहत उत्तर प्रदेश के कानपुर में महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा और कंपनी के 12 कर्मचारियों के खिलाफ मृतक के पिता ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। अब कंपनी ने इस पर मामले में अपनी सफाई दी है।
स्कॉर्पियो गाड़ी में एयरबैग नहीं होने से संबंधित आरोपों को किया स्वीकार
महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा और कंपनी के 12 कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर के बाद कम्पनी ने अपने एक आधिकारिक बयान में दुर्घटनाग्रस्त हुई स्कॉर्पियो गाड़ी में एयरबैग मौजूद नहीं होने से संबंधित आरोपों को स्वीकार किया है। साथ में कंपनी का ये भी कहना है कि 2020 में लॉन्च हुए स्कॉर्पियो S9 वर्जन में ज्यादा से ज्यादा सुरक्षा मानकों को शामिल किया गया था। जिसके तहत इस एसयूवी में कई अन्य सेफ्टी फीचर्स के साथ इसमें ड्यूल एयरबैग के साथ मार्केट में उतारा गया था।
एफआईआर के पूछे क्या है पूरा मामला?
मृतक अपूर्व के पिता राजेश मिश्रा ने आरोप लगाया कि बातचीत के दौरान एजेंसी के मैनजर व स्टाफ ने उनसे अभद्रता की है । राजेश ने आरोप लगाया कि उन्होंने कार की टेक्निकल जांच कराई, जिसमें उन्हें कार में एयरबैग न होने की जानकारी मिली।राजेश ने मामले की शिकायत रायपुरवा थाने में की, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई जिसके बाद राजेश ने कोर्ट की शरण ली। कानपुर निवासी राजेश मिश्रा ने पिछले दिनों महिंद्रा कंपनी के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी।
कोर्ट के आदेश के बाद रायपुरवा थाने में एजेंसी के मैनेजर, चंद्र प्रकाश गुरनानी, विक्रम सिंह मेहता, राजेश गणेश जेजुरिकर, अनीस दिलीप शाह, थोथला नारायनासामी, हैग्रेव खेतान, मुथैया मुरगप्पन मुथैया व आनंद गोपाल महिंद्रा समेत 13 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।इसमें बताया गया कि उन्होंने 2020 में 17.39 लाख रुपये की महिंद्रा स्कॉर्पियो उनके बेटे अपूर्व को गिफ्ट में दी थी।
14 जनवरी, 2022 को अपूर्व की यह गाड़ी कोहरे के कारण डिवाइडर से टकरा गई और गाड़ी के कई बार पलटने से उसकी मौत हो गई। उन्हाेंने आरोप लगाया है कि स्कॉर्पियो कार में जांच में पाया कि उसमें एयरबैग नहीं थे, जिसके कारण उनके बेटे की मौत हुई।
महिन्द्रा कंपनी द्वारा दुर्घटनाग्रस्त हुई स्कॉर्पियो की गहन जांच के बाद दी सफाई
दुर्घटनाग्रस्त हुई स्कॉर्पियो में एयर बैग न खुलने से हुई मौत से संबंधित जांच को लेकर महिंद्रा ने बताया कि उन्होंने अपने इस वाहन की सन 2022 में घटना और वाहन की सुरक्षा प्रणालियों की कार्यक्षमता की विस्तृत जांच के लिए सेफ्टी जांच करवाई थी, कंपनी ने कहा है कि टेस्ट के दौरान एसयूवी की आंतरिक जांच में एयरबैग की खराबी को लेकर कोई कमी निकल कर सामने नहीं आई थी। इसी के साथ महिंद्रा कम्पनी का अपनी इस एसयूवी को लेकर ये भी कहना है कि इस तरह गाड़ी पलटने के मामलों में फ्रंट एयरबैग आमतौर पर डिजाइन मानकों के अनुसार नहीं खुलते हैं।
महिंद्रा स्कॉर्पियो के S9 में सेफ्टी फीचर की क्या हैं खूबियां
इस एसयूवी में सेफ्टी फीचर्स की खूबियों को लेकर बात करें तो इसमें कई फीचर्स मौजूद मिलते हैं जिनमें ड्यूल एयरबैग्स, सुरक्षा ओवरस्पीड चेतावनी, ब्रेकिंग और ट्रैक्शन एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम यानी एबीएस, कॉर्नरिंग प्रोजेक्टर हेडलैम्प्स, 5.9-इंच टचस्क्रीन इन्फोटेनमेंट सिस्टम, इंटीग्रेटेड टर्न इंडिकेटर्स शामिल हैं। स्कॉर्पियो के S9 वर्जन में एलईडी लाइट, ओआरवीएम इंडीकेटर, फॉग लैम्प, हाइड्रोलिक बोनट दिए हुए हैं।इस कार में 140 ब्रेक हॉर्स पावर के साथ एमहॉक इंजन से लैस है। कार के इंटिरियर की बात करें तो इसमें ऑटोमेटिक टेम्परेचर कंट्रोल, 15 सेंटीमीटर की टचस्क्रीन जीपीएस नेवीगेशन के साथ कनेक्ट की गई है। इस नेवीगेशन सिस्टम में दस भाषाएं मिलती हैं। महिंद्रा की इस एसयूवी की आगे की रो में ड्राइवर को मिलाकर दो लोग बैठ सकते है। जबकि दूसरी रो में तीन लोग और बाकी बैक साइड में दो लोग बैठ सकते हैं।
इस लिए जरूरी होता है कार की रेटिंग को सबसे पहले देखना
एनसीएपी यानी ग्लोबल एनकैप यानी ग्लोबल न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम एक ऐसी संस्था है, जो स्वतंत्र रूप से नई कारों का कई मापदंडों पर क्रैश टेस्टिंग कर रेटिंग प्रदान करती है। यह संस्था टेस्ट की गई कारों को 0-5 स्टार की रेटिंग देती है। अगर आप अपने लिए कार लेने जा रहें हैं तो सबसे पहले उस वाहन की सुरक्षा रेटिंग को देखना बेहद अनिवार्य हो जाता है। हर वाहन चालक की पहली अहम जरूरत सड़क पर किसी भी प्रकार के जोखिम से खुद को सुरक्षित रखना होता है।
इसीलिए ऑटो मेकर कंपनियां अपने वाहनों का एनसीएपी रेटिंग यानी कार क्रैश टेस्ट करवाती हैं। टेस्ट के दौरान मिली प्रतिक्रियाओं के आधार पर भी उस वाहन को सुरक्षा रेटिंग प्रदान की जाती है। लेकिन आम तौर पर लोग अभी भी सिर्फ कार का लुक और उसका बजट देखकर गाड़ी बुक करवाने की भूल कर बैठते हैं।
महिंद्रा स्कॉर्पियो के S9 नहीं है एक सुरक्षित वाहन
महिंद्रा स्कॉर्पियो के S9 को इसमें शामिल कई कमियों के आधार पर बिलकुल भी एक सुरक्षित वाहन नहीं कहा जा सकता। इस मॉडल में कई जरूरी सुरक्षा फीचर उपलब्ध नहीं हैं। जिनमें सबसे ज्यादा जरूरी हो जाता है हर वाहन चालकों के लिए गाड़ी की सेफ्टी रेटिंग। महिंद्रा स्कॉर्पियो के S9 का एनसीएपी रेटिंग टेस्ट ही नहीं किया गया है। यानी सेफ्टी रेटिंग के लिहाज से ये गाड़ी पूरी तरह से असक्षम साबित होती है। इस मॉडल में कई ऐसे जरूरी सेफ्टी फीचर्स नदारत हैं जिनमे खासतौर से....सुरक्षा ओवरस्पीड चेतावनी,
ब्रेकिंग और ट्रैक्शन एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम, लेन प्रस्थान चेतावनी, आपातकालीन ब्रेक लाइट, आगे टकराव की चेतावनी (एफसीडब्ल्यू), स्वचालित आपातकालीन ब्रेकिंग (एईबी),हाई-बीम सहायता, एनसीएपी रेटिंग,ब्लाइंड स्पॉट का पता लगाना, लेन प्रस्थान रोकथाम, रियर क्रॉस-ट्रैफ़िक सहायता, एयरबैग्स सिर्फ 2 एयरबैग (ड्राइवर, यात्री) के लिए
मध्य और पीछे तीन-बिंदु सीटबेल्ट के लिए नहीं, मध्य रियर हेड रेस्ट नहीं है, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (टीपीएमएस) नहीं है जैसे कई सुरक्षा के लिहाज से बेहद आवश्यक फीचर्स इस मॉडल में नहीं शामिल किए गए हैं।