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Flopped Cars In India: मारुति की SUV: भारत में फ्लॉप, विदेशों में सुपरहिट
Flopped Car In India : कुछ मॉडल ऐसे भी हैं जो भारतीय बाजार में अपनी जगह नहीं बना पाए, लेकिन विदेशों में उनकी जबरदस्त मांग रही। ऐसा ही एक उदाहरण मारुति की SUV का है, जो भारत में फ्लॉप रही लेकिन विदेशों में सुपरहिट साबित हुई।
Flopped Cars In India : मारुति सुजुकी, जो भारत में अपने किफायती और भरोसेमंद वाहनों के लिए जानी जाती है, ने वर्षों से कई सफल मॉडलों को लॉन्च किया है। हालांकि, कुछ मॉडल ऐसे भी हैं जो भारतीय बाजार में अपनी जगह नहीं बना पाए, लेकिन विदेशों में उनकी जबरदस्त मांग रही। ऐसा ही एक उदाहरण मारुति की SUV का है, जो भारत में फ्लॉप रही लेकिन विदेशों में सुपरहिट साबित हुई।
भारत में फ्लॉप होने के कारण
इस SUV का भारतीय बाजार में फ्लॉप होने के कई कारण हो सकते हैं। सबसे पहले, भारतीय उपभोक्ता अक्सर वाहनों के माइलेज और कीमत पर ध्यान देते हैं। मारुति की यह SUV, अन्य मॉडलों की तुलना में महंगी थी और इसका माइलेज भी औसत से कम था। इसके अलावा, भारतीय बाजार में पहले से ही मौजूद प्रतिस्पर्धी कंपनियों की SUV ने इस मॉडल को मजबूत टक्कर दी।
दूसरा कारण इसका डिज़ाइन और फीचर्स हो सकता है। भारतीय उपभोक्ता अब केवल कीमत ही नहीं, बल्कि स्टाइल, आराम और फीचर्स पर भी जोर देने लगे हैं। हो सकता है कि मारुति की यह SUV इन मामलों में अन्य विकल्पों से कमतर साबित हुई हो।
विदेशों में सुपरहिट होने के कारण
विदेशी बाजार में इस SUV की सफलता के पीछे कई कारण हैं। सबसे पहले, यह समझना जरूरी है कि अलग-अलग बाजारों में उपभोक्ताओं की प्राथमिकताएं भी अलग-अलग होती हैं। विदेशों में, विशेषकर यूरोप और अफ्रीका में, उपभोक्ताओं को इस SUV का डिज़ाइन, मजबूती और विश्वसनीयता काफी पसंद आई।जुलाई महीने में Jimny की 4528 यूनिट्स की एक्सपोर्ट हुई जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा सिर्फ 78 यूनिट्स का ही रहा था। ऐसे में कंपनी ने इस बार 4450 यूनिट्स ज्यादा एक्सपोर्ट की और इसकी ग्रोथ में सीधा 5705% का जम्प लगा जुलाई में jimny का मार्केट शेयर 7.31% का रहा है।
इसके अलावा, इस SUV में जो फीचर्स उपलब्ध थे, वे विदेशी बाजार के मानकों के अनुसार काफी उच्च स्तरीय थे। इसमें सुरक्षा के अत्याधुनिक फीचर्स, उच्च गुणवत्ता वाली इंटीरियर फिनिश और बेहतर ड्राइविंग अनुभव शामिल थे। ये सभी पहलू विदेशी उपभोक्ताओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण थे और यही वजह है कि इस SUV को विदेशों में बड़ी सफलता मिली।एक अन्य महत्वपूर्ण कारण है कि मारुति ने इस SUV को विदेशी बाजारों में आक्रामक तरीके से प्रमोट किया। कंपनी ने विदेशी उपभोक्ताओं की जरूरतों और प्राथमिकताओं को समझकर अपने मार्केटिंग और प्रमोशनल अभियान तैयार किए। इसका परिणाम यह हुआ कि विदेशी बाजारों में इस SUV को एक प्रीमियम उत्पाद के रूप में देखा गया, जिससे इसकी मांग और बढ़ गई।
मारुति की इस SUV की कहानी
भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण सबक है। यह दिखाता है कि एक ही उत्पाद विभिन्न बाजारों में अलग-अलग प्रदर्शन कर सकता है। इसलिए, कंपनियों को अपने उत्पादों को वैश्विक बाजार में उतारते समय विभिन्न बाजारों की जरूरतों और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखना चाहिए। मारुति की यह SUV भारतीय बाजार में भले ही सफल नहीं हो पाई हो, लेकिन इसकी विदेशी सफलता ने साबित कर दिया कि यह एक उत्कृष्ट उत्पाद था।
इसका डिज़ाइन, फीचर्स और प्रदर्शन विदेशी बाजार के अनुरूप थे, जिससे यह वहां सुपरहिट साबित हुई। इस घटना से मारुति सुजुकी और अन्य ऑटोमोबाइल कंपनियों को यह सीखने की जरूरत है कि हर बाजार की अपनी विशेषताएं और आवश्यकताएं होती हैं, और उन्हें समझकर ही किसी उत्पाद को सफलता मिल सकती है।