TRENDING TAGS :
OLA: ओला बनी देश की सबसे बड़ी बैटरी सेल गीगा फैक्ट्री स्थापित करने वाली पहली कंपनी, वैश्विक ईवी हब बनाने के लक्ष्य की ओर
OLA: वैश्विक ईवी हब बनाने के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है ओला, देश में सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक स्कूटर विक्रेता का खिताब हासिल करने के बाद अब बनी देश की सबसे बड़ी बैटरी सेल गीगा फैक्ट्री स्थापित करने वाली पहली कंपनी।
OLA: टूर और ट्रेवल्स सर्विस प्रोवाइडर OLA कंपनी अपने अति महत्वाकांक्षी हौसलों के चलते नित नई बुलंदियों पर अपना नाम चस्पा करती जा रही है। पूरे देश भर में ऑन लाइन डोर टू डोर टैक्सी सर्विस बुकिंग की सुविधा मुहैय्या कराने का श्रेय इसी कम्पनी को जाता है। तेज़ी से तरक्की चढ़ती इस कंपनी ने इलेक्ट्रिक सेगमेंट में भी अपनी मजबूत पकड़ बना ली। इस कंपनी के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की बिक्री आंकड़ों की बात करें तो कंपनी ने सिर्फ मई महीने में इस सेगमेंट की बाकी सारी कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए कुल 32 हजार से ज्यादा इलेक्ट्रिक स्कूटरों की बिक्री का एक बड़ा रिकॉर्ड बनाया है। इस तरह ओला कंपनी इलेक्ट्रिक वेहिकल्स को बढ़ावा देकर भारत सरकार के इस मिशन की भी सारथी बन गई है। यही वजह है कि इस कंपनी को भारत सरकार द्वारा 80,000 करोड़ रुपये की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना के तहत प्रोत्साहन राशि देने की बात कही गई है।
कंपनी के बैटरी सेल गीगाफैक्ट्री के निर्माण की घोषणा
ओला इलेक्ट्रिक के सह-संस्थापक और सीईओ भाविश अग्रवाल ने ट्विटर पर अपने पोस्ट में लिखा है कि, ओला गीगाफैक्ट्री की स्थापना के शुरुवाती दौर में अपने पहले स्तंभ को खड़ा कर दिया है। इस तरह हमारी टीम भारत को वैश्विक ईवी हब और #endICEAge बनाने के लिए बहुत ही तेज़ी से आगे बढ़ रही है। उसे लेकर बहुत गर्व और उत्साहित हूं, ढेर सारी शुभकामनाएं मिलीं, धन्यवाद। रुकना नहीं, थकना नहीं। ओला इलेक्ट्रिक के सह-संस्थापक और सीईओ भाविश अग्रवाल ने हाल ही में बैटरी सेल गीगाफैक्ट्री के कंस्ट्रक्शन का एक वीडियो Twitter पर अपलोड किया है, इससे पहले कंपनी के बैटरी सेल गीगाफैक्ट्री के निर्माण की घोषणा भी की थी। इस फैक्ट्री के पहले पिलर की स्थापना के साथ ओला कंपनी का दावा है कि, इस योजना के अंतिम चरण तक पहुंचने के साथ ही कंपनी एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगी, जिसके तहत यह देश की सबसे बड़ी बैटरी सेल निर्माता के तौर पर अपनी पहचान को मजबूत करेगी। इसी यूनिट पर अब कंपनी अपने आगामी पेश होने वाले सभी वाहनों को निर्मित करेगी।
इलेक्ट्रिक वाहनों के सस्ते होने की भी उम्मीद
ओला कंपनी के गिगाफैक्ट्री प्रोजेक्ट से इलेक्ट्रिक वाहन मार्केट में तेजी आने की काफी ज्यादा उम्मीद लगाई जा रही है। देश में निर्मित इलेक्ट्रिक बैटरीज की कीमत तुलना में काफी कम हो सकती है, जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों के भी सस्ते होने के कयास लगाए जा रहें हैं। मौजूदा समय में इलेक्ट्रिक वाहनों में शामिल होने वाली बैटरी की कीमत इतनी ज्यादा होती हैं की यदि वाहन से बैटरी को अलग कर उसकी कीमत लगाई जाए तो आधी कीमत से भी कम उस वाहन की वैल्यू आंकी जाएगी। असल में किसी भी इलेक्ट्रिक वाहन के निर्माण में खर्च हुई कुल राशि का लगभग 40 से 50 प्रतिशत हिस्सा केवल बैटरी पर होता है। बैटरी की कीमतों का इतनी ज्यादा ऊंची होने के पीछे भी एक वजह है। असल में इलेक्ट्रिक वाहनों में लगाई जाने वाली बैटरी को दूसरे देशों से मंगवाया जाता है। जिसकी काफी ज्यादा कीमत इंपोर्ट टैक्स लग जाने से बढ़ जाती है और जिसका सीधा असर इलेक्ट्रिक वाहनों की कुल कीमत पर देखा जा सकता है।
Also Read
इस फैक्ट्री में होगी प्रति वर्ष 10 गीगावाट-घंटे बैटरी सेल उत्पादन की क्षमता
ओला कंपनी का यह ऐतिहासिक प्रोजेक्ट गिगाफैक्ट्री का यूनिट तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में बनकर तैयार हो रहा है। इस फैक्ट्री में प्रति वर्ष 10 गीगावाट-घंटे बैटरी सेल का उत्पादन किया जा सकेगा। ओला के इस महत्वाकांक्षी कदम को देखकर बाकी कंपनियों के बीच भी इस प्रोजेक्ट को लेकर सुगबुगाहट होना शुरू हो चुकी है। जल्द ही इस तरह के प्रोजेक्ट में अपना मुनाफा देखते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज, लॉग9 मटेरियल भी बैटरी सेल निर्माण के क्षेत्र में अपनी शुरुवात कर सकते हैं।