TRENDING TAGS :
Driving License New Rules: इस सख्ती के साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया हुई अब आसान
Driving License New Rules: इविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया को पहले की अपेक्षा कहीं अधिक सरलीकृत कर दिया गया है।आइए इस विषय पर जानते हैं विस्तार से
Driving License New Rules: देश में लगातार बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाने के लिए सरकार कई तरह के उपाय अपना रही है। इसी के साथ अब परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी नए नियमों के तहत नाबालिग वाहन चालकों पर कड़ाई करने की भी तैयारी की जा रही है। जिसके तहत जुर्माना भरने के लिए उनके अभिभावकों को जिम्मेदार माना जाएगा। इसके साथ ही अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया को पहले की अपेक्षा कहीं अधिक सरलीकृत कर दिया गया है।आइए इस विषय पर जानते हैं विस्तार से
DL बनाने की अब ये है नई प्रक्रिया
परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा DL बनवाने ने नए नियमों के तहत अब वाहन चालक को क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके लिए अब निजी प्रशिक्षण केंद्रों की व्यवस्था की जाएगा। जहां DL बनवाने के लिए आवेदनकर्ताओं को अब RTO ना जाकर सीधे अपने घर के आस पास स्थित निजी प्रशिक्षण केंद्रों पर जाना होगा। वहां पर वाहन चालक को ड्राइविंग टेस्ट देना होगा।
ड्राइविंग लाइसेंस नियम 1 जून से हो सकते हैं लागू
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा नए ड्राइविंग लाइसेंस नियम की घोषणा के बाद इन्हें देश में 1 जून से लागू कर दिया जाएगा। साथ ही वाहन चालकों को डीएल जारी करने के लिए सरकार द्वारा अनुमोदित निजी प्रशिक्षण केंद्र लाइसेंस पात्रता के लिए टेस्ट लेने और प्रमाण पत्र जारी करने के लिए अब अधिकृत अंग के तौर पर काम करेंगे।
निजी ड्राइविंग प्रशिक्षण स्कूलों के लिए भी जारी की नई गाइड लाइन
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा निजी तौर पर लोगों को वाहन चलाने का प्रशिक्षण देने वाले ड्राइविंग स्कूलों के लिए भी अब नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है। मंत्रालय द्वारा निजी ड्राइविंग प्रशिक्षण स्कूलों के लिए जारी नए नियमों के अनुसार चाैपहिया वाहन प्रशिक्षण के लिए 2 एकड़ या न्यूनतम 1 एकड़ भूमि होना आवश्यक होगा। इसके अलावा टाइम लाइन की बात करें तो इन ड्राइविंग स्कूलों को हल्के मोटर वाहनों के लिए 4 सप्ताह में 29 घंटे और भारी वाहनों के लिए 6 सप्ताह में 38 घंटे के प्रशिक्षण समय सीमा का पालन करना जरूरी होगा।साथ ही इनके पास ड्राइविंग प्रशिक्षण लेने आए लोगों के लिए उपयुक्त टेस्टिंग सुविधा की व्यवस्था भी होनी चाहिए।वहीं इन ड्राइविंग स्कूलों के प्रशिक्षकों के पास शैक्षिक योग्यता के तौर पर हाई स्कूल डिप्लोमा, 5 साल का ड्राइविंग अनुभव और बायोमेट्रिक्स और IT सिस्टम की जानकारी होना बेहद आवश्यक होगा।
नाबालिग के वाहन चलाने पर माता-पिता के खिलाफ होगी कारवाई
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी नए नियम के तहत नाबालिग के वाहन चलाने पर माता-पिता के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी और उनसे इसके लिए अर्थदंड के तौर पर 25,000 रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा। इसके अतिरिक्त एक बार नाबालिग के वाहन चलाने पर पकड़े जाने के बाद उसे 25 वर्ष की आयु तक ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। इसके अलावा उस वाहन का पंजीकरण प्रमाणपत्र भी तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया जाएगा। जिसके लिए पुनः आवेदन करना होगा। बिना लाइसेंस वाहन चलाने वाले चालकों के लिए भी नए नियम में बेहद सख्ती कर दी गई है। वैध लाइसेंस के बिना या बिना लाइसेंस के वाहन चलाने पर अब 1,000-2,000 रुपये के बीच जुर्माना भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।