TRENDING TAGS :
Uber and BluSmart: उबर और ब्लूस्मार्ट के बीच अधिग्रहण की उठ रहीं अटकलें: आइए जानते इससे जुड़े तथ्य और प्रतिक्रियाएं
Uber and BluSmart Acquisition: ब्लूस्मार्ट ने उबर के साथ किसी भी अधिग्रहण वार्ता से स्पष्ट इनकार किया है...
Uber and BluSmart History
Uber and BluSmart History: हाल ही में, ऑटो जगत में यह चर्चा जोरों पर है कि, वैश्विक राइड-हेलिंग कंपनी उबर (Uber) भारत की इलेक्ट्रिक वाहन आधारित कैब सेवा प्रदाता ब्लूस्मार्ट (BluSmart) का अधिग्रहण करने के लिए शुरुआती चरण की बातचीत कर रही है। यह अटकलें तब उभरीं जब ब्लूस्मार्ट की मूल कंपनी जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड (Gensol Engineering Ltd) वित्तीय कठिनाइयों का सामना कर रही है, जिसके परिणामस्वरूप उसके शेयरों में पिछले 15 दिनों में 50% से अधिक की गिरावट आई है।
ब्लूस्मार्ट की प्रतिक्रिया
इन अटकलों के बीच, ब्लूस्मार्ट ने उबर के साथ किसी भी अधिग्रहण वार्ता से स्पष्ट इनकार किया है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, "स्वच्छ ऊर्जा के साथ शहरी परिवहन को बदलने की हमारी प्रतिबद्धता अटल है और हम लंबी अवधि के लिए निर्माण करना जारी रखते हैं।" उन्होंने सभी हितधारकों से इन निराधार अफवाहों पर ध्यान न देने और सटीक जानकारी के लिए कंपनी की आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करने का आग्रह किया है।
ब्लूस्मार्ट की हालिया प्रगति
ब्लूस्मार्ट ने दिसंबर 2023 में एक नए इक्विटी राउंड में 200 करोड़ रुपये जुटाए हैं। कंपनी इस फंडिंग का उपयोग बड़े पैमाने पर ईवी चार्जिंग सुपरहब बनाने और अपनी इलेक्ट्रिक राइड हेलिंग सेवा के विस्तार के लिए करेगी। वर्तमान में, ब्लूस्मार्ट के पास भारतीय सड़कों पर 5,500 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन हैं और उसने 10 मिलियन से अधिक इलेक्ट्रिक यात्राएं पूरी की हैं, जिससे लगभग 24,000 मीट्रिक टन CO2 की बचत हुई है।
उबर का भारत में अधिग्रहण का इतिहास
यह पहली बार नहीं है जब उबर ने भारत में अधिग्रहण की संभावनाओं पर विचार किया है। जनवरी 2020 में, उबर ने अपने फूड डिलीवरी बिजनेस 'उबर ईट्स' को जोमैटो को बेच दिया था, जिसके बदले में उबर को जोमैटो के 9.99% शेयर मिले थे। यह कदम उबर के लिए घाटे में चल रहे फूड डिलीवरी बिजनेस से बाहर निकलने और राइड-शेयरिंग बिजनेस पर फोकस करने की रणनीति का हिस्सा था।
जेनसोल इंजीनियरिंग की वित्तीय स्थिति
जेनसोल इंजीनियरिंग, जो ब्लूस्मार्ट की पेरेंट कंपनी है, वर्तमान में वित्तीय चुनौतियों का सामना कर रही है। कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई है, और क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों ने इसकी रेटिंग घटाकर 'D' कर दी है, जो डिफॉल्ट स्थिति को दर्शाता है। यह स्थिति कंपनी के लोन पेमेंट में देरी के कारण उत्पन्न हुई है।
उबर का संभावित अधिग्रहण और बाजार प्रतिस्पर्धा
यदि उबर ब्लूस्मार्ट का अधिग्रहण करती है, तो यह भारत में उसकी इलेक्ट्रिक कैब सेवाओं को मजबूत करेगा, जहां उसे रैपिडो (Rapido) जैसी कंपनियों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। रैपिडो ने हाल ही में एयरपोर्ट कैब सेवाएं शुरू की हैं, जिससे ओला (Ola) और उबर को कड़ी टक्कर मिल रही है। वर्तमान में, उबर और ब्लूस्मार्ट के बीच अधिग्रहण को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है। ब्लूस्मार्ट ने स्पष्ट रूप से ऐसी किसी भी वार्ता से इनकार किया है। इसलिए, इस विषय पर आगे की जानकारी के लिए आधिकारिक घोषणाओं के सामने आने का अभी कुछ समय तक इंतजार करना होगा।