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बंगाल में भाजपा ने जय श्रीराम के नारे को बनाया हथियार, सीएए पर शाह का बड़ा दांव

ममता बनर्जी पर बड़ा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि जब यहां जय श्रीराम नहीं बोला जाएगा तो क्या पाकिस्तान में बोला जाएगा।

Roshni Khan
Published on: 12 Feb 2021 8:44 AM IST
बंगाल में भाजपा ने जय श्रीराम के नारे को बनाया हथियार, सीएए पर शाह का बड़ा दांव
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बंगाल में भाजपा ने जय श्रीराम के नारे को बनाया हथियार, सीएए पर शाह का बड़ा दांव (PC: social media)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में जय श्रीराम के नारे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बिदकने के बाद भाजपा ने अब इस नारे को बड़ा हथियार बना लिया है। पश्चिम बंगाल के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जनसभा में लोगों से हाथ उठाकर जय श्रीराम, जय जय राम के नारे लगवाए।

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ममता बनर्जी पर बड़ा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि जब यहां जय श्रीराम नहीं बोला जाएगा तो क्या पाकिस्तान में बोला जाएगा। अमित शाह की ओर से किए गए हमले से साफ है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा इस नारे को बड़ा हथियार बनाकर ममता के खिलाफ ध्रुवीकरण की कोशिश में जुटी हुई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि ममता भाजपा की सियासत का किस रणनीति से जवाब देती हैं।

वैक्सीनेशन खत्म होते ही लागू होगा सीएए

इसके साथ ही भाजपा ने सीएए को लेकर भी बड़ा दांव चला है। गृह मंत्री शाह ने ठाकुरनगर की जनसभा में कहा कि सीएए को लेकर हम पर झूठा होने का आरोप लगाया जा रहा है। नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद कोरोना महामारी फैल गई तो ममता दीदी आरोप लगाने लगीं कि मोदी सरकार ने लोगों से झूठा वादा किया है मगर हम जो कहते हैं उस पर अमल भी करते हैं।

उन्होंने बड़ा एलान करते हुए कहा कि वैक्सीनेशन का काम खत्म होने और कोरोना महामारी से मुक्ति मिलते ही आप सभी को नागरिकता देने का काम भाजपा सरकार करेगी। इस बारे में किसी को कोई शक नहीं होना चाहिए।

बंगाल के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है सीएए

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बंगाल की सियासत में इस बार ठाकुरनगर को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। विधानसभा चुनाव के नजरिए से इस इलाके का महत्व काफी बढ़ गया है क्योंकि ठाकुरनगर मटुआ समुदाय का गढ़ माना जाता है और यहां के लोगों के लिए सीएए पर अमल काफी महत्वपूर्ण है। माना जा रहा है कि गृहमंत्री ने इसी के मद्देनजर यह बड़ा एलान किया है। यह कस्बा बांग्लादेश की सीमा से भारत कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

ममता खुद लगाने लगेंगी यह नारा

लोगों के बीच जय श्रीराम के नारे का उद्घोष करते हुए शाह ने कहा कि ममता दीदी को इस नारे से काफी परहेज है। ममता दीदी को यह नारा काफी अपमानजनक लगता है क्योंकि वह तुष्टीकरण के जरिए समाज के एक वर्ग का वोट पाती रही हैं।

अब भविष्य में भी उनकी नजर उसी वोट बैंक पर टिकी हुई है, लेकिन उन्हें इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि जय श्रीराम का नारा अगर भारत में नहीं लगाया जाएगा तो क्या पाकिस्तान में बोला जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं गारंटी देता हूं कि चुनाव खत्म होते होते ममता दीदी खुद भी जय श्रीराम का नारा लगाने लगेंगी।

किसान सम्मान निधि का नहीं मिला लाभ

उन्होंने चुनौती भरे अंदाज में कहा कि ममता दीदी को अब यह गलतफहमी छोड़ देनी चाहिए कि गुंडे उन्हें चुनाव जीता देंगे। भाजपा ने दंगा प्रमुख गुंडों के सामने बूथ प्रमुखों को उतारा है और बंगाल की जनता ने इस बार राज्य में बदलाव करने का फैसला कर लिया है।

उन्होंने कहा कि अभी तक यहां के लोगों के अकाउंट में किसान सम्मान निधि का 6000 रुपए नहीं आता। आखिर यह पैसा कहां से आएगा। जब ममता दीदी ने किसानों के अकाउंट का डिटेल ही नहीं भेजा है तो आखिरकार उन्हें पीएम किसान निधि की योजना का लाभ कैसे मिल सकता है।

फिर सीएम बनने का ख्वाब देखना छोड़ें

ममता सरकार पर हमला करते हुए शाह ने कहा कि यहां के लोगों को आयुष्मान योजना के लाभ से भी वंचित रखा गया है, लेकिन मैं यहां के लोगों से वादा करता हूं कि भाजपा की सरकार बनने पर आयुष्मान योजना का लाभ यहां के लोगों को एक महीने के भीतर ही मिलने लगेगा। मई के बाद ममता बनर्जी इसे नहीं रोक पाएंगी क्योंकि वे राज्य की मुख्यमंत्री ही नहीं रह पाएंगी।

सिर्फ भतीजे का कल्याण चाहती हैं ममता

शाह ने कहा कि गरीबों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 115 योजनाएं बनाई गई हैं, लेकिन ममता बनर्जी ने उन्हें बंगाल में नहीं लागू होने दिया। सच्चाई तो यह है कि ममता बनर्जी को गरीबों के कल्याण की कोई चिंता ही नहीं है।

वे तो सिर्फ अपने भतीजे के कल्याण में लगी हुई हैं। उनकी पूरी कोशिश केवल इस बात की है कि कब जल्द से जल्द उनका भतीजा राज्य का मुख्यमंत्री बन जाए मगर उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि उनका यह सपना कभी पूरा होने वाला नहीं है।

सोनार बांग्ला बनाकर रहेंगे

बुआ और भतीजे के भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए ही भाजपा की ओर से परिवर्तन यात्रा की शुरुआत की गई है। यह परिवर्तन यात्रा बंगाल की बेरोजगारी को समाप्त करने के लिए है। हम बंगाल को सोनार बांग्ला बनाना चाहते हैं। आपने ममता बनर्जी को बहुत समय दे दिया। एक बार नरेंद्र मोदी को मौका देकर देखिए। हम निश्चित रूप से इसे सोनार बांग्ला बनाने में कामयाब होंगे।

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परिवर्तन यात्राओं से ममता की घेरेबंदी

भाजपा ने राज्य में परिवर्तन यात्राएं निकालकर ममता बनर्जी की मजबूत घेरेबंदी की जमीन तैयार कर ली है। भाजपा की परिवर्तन यात्रा में लोगों का भारी हुजूम उमड़ रहा है और यह धीरे-धीरे तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी के लिए चिंता का बड़ा कारण बनता जा रहा है।

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चुनाव आयोग की तैयारियों को देखते हुए माना जा रहा है कि राज्य में विधानसभा चुनाव का एलान किसी भी समय हो सकता है और ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि ममता बनर्जी की ओर से भाजपा की रणनीति का क्या जवाब दिया जाता है।

रिपोर्ट- अंशुमान तिवारी

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