बंगाल के हल्दिया में बोले पीएम मोदी-'किसान का हक हम देकर रहेंगे'

पीएम मोदी ने कहा कि रेस्क्यू का काम तेज़ी से चल रहा है। उत्तराखंड में ऐसे परिवार मुश्किल से मिलते हैं जिनका कोई न कोई सदस्य फौज में न हो। वहां के लोगों का हौसला, किसी भी आपदा को मात दे सकता है।

Aditya Mishra
Published on: 7 Feb 2021 11:24 AM GMT
बंगाल के हल्दिया में बोले पीएम मोदी-किसान का हक हम देकर रहेंगे
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि बंगाल में मां दुर्गा की पूजा-विसर्जन पर रोक लगाने के लिए राजनीति की जाती है।

मिदनापुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दो चुनावी राज्यों का दौरा किया। पीएम मोदी ने आज दोपहर में सबसे पहले असम में रैली को संबोधित किया।

उसके बाद बंगाल के हल्दिया पहुंचे। यहां पर भारत माता की जय, जय श्री राम के नारे से पीएम मोदी का स्वागत किया गया।

पीएम मोदी ने हल्दिया में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए सबसे पहले उत्तराखंड में हुई त्रासदी की जानकारी लोगों के साथ साझा की और बताया कि मैं लगातार अपडेट ले रहा हूं।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लिए पूरा देश प्रार्थना कर रहा है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत सहित पूरी दुनिया को राह दिखाने वाली धरती बंगाल को मैं सर झुकाकर नमन करता हूं। पिछली बार मैं नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर बंगाल में आया था।

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Chamauli बंगाल में बोले पीएम मोदी- उत्तराखंड के लिए पूरा देश प्रार्थना कर रहा है(फोटो:सोशल मीडिया)

उत्तराखंड में रेस्क्यू का काम तेज़ी से चल रहा है: पीएम मोदी

उन्होंने कहा कि रेस्क्यू का काम तेज़ी से चल रहा है। उत्तराखंड में ऐसे परिवार मुश्किल से मिलते हैं जिनका कोई न कोई सदस्य फौज में न हो। यानि वहां के लोगों का हौसला, किसी भी आपदा को मात दे सकता है। वहां के लोग के लिए मैं प्रार्थना कर रहा हूं, बंगाल प्रार्थना कर रहा है, देश प्रार्थना कर रहा है।"

बंगाल के लोगों की ममता की अपेक्षा थी लेकिन वह निर्ममता का शिकार हो गया

पीएम मोदी ने आगे कहा कि बंगाल के लोगों की ममता की अपेक्षा थी लेकिन वह निर्ममता का शिकार हो गया। 10 साल के शासनकाल में यह साफ हो गया कि ये कोई परिवर्तन नहीं बल्कि लेफ्ट का पुनर्जीवन ही है। इससे पश्चिम बंगाल में गरीबी का दायरा बढ़ता गया, उद्योगों में ताले लगते गए।

पीएम मोदी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत को बदनाम करने की अंतर्राष्ट्रीय साजिश रची जा रही है। चाय और योग जैसी चीजों पर हमला किया जा रहा है।

लेकिन क्या आपने दीदी के मुंह से इन साजिशों के खिलाफ एक भी शब्द सुना है। मैं इन षड्यंत्रकारियों से कहना चाहता हूं कि देश इन सभी षड्यंत्रों का पूरे जोर से जवाब देगा।

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'किसान का हक हम देकर रहेंगे': पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने अपने भाषणों में किसानों के बेहतरी के लिए शुरू की योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार द्वारा मैं आज यहां घोषणा करने आया हूं कि यहां चुनाव के बाद बीजेपी सरकार बनने पर पहली कैबिनेट मीटिंग में केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे किसानों के हितकारी योजनाओं को तेज करने का फैसला लिया जाएगा।

इसके साथ ही अब तक के रुके हुए धन को भी किसानों को दिया जाएगा। इसके साथ ही पीएम मोदी ने नारा लगाया, 'किसान का हक हम देकर रहेंगे।'

उन्होंने कहा कि हल्दिया समेत पश्चिम बंगाल के विकास से जुड़ी करीब 5,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास करने के लिए आपके बीच आया हूं। कोलकाता में साढ़े 8 हजार करोड़ रुपये की लागत से नया प्रोजेक्ट शुरू हो रहा है। बजट में चाय बागान पर खास ध्यान दिया गया।

असम में पीएम मोदी ने की 7700 करोड़ रुपये के असोम माला प्रोजेक्ट की शुरुआत

वहीं इससे पहले असम के ढेकियाजुली में प्रधानमंत्री ने आज 7700 करोड़ रुपये असोम माला प्रोजेक्ट की शुरुआत की। इसके अलावा राज्य को 2 मेडिकल कॉलेज भी पीएम मोदी ने दिया।

शहीदों का एक-एक बूंद खून हमारे संकल्प को मजबूत करता है-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज असम में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ये वही धरती है जहां पर लोगों ने विदेशी आक्रांताओं से युद्ध किया था। 1942 में इसी धरती पर असम के स्वतंत्रता सेनानियों ने देश की आजादी के लिए, तिरंगे के सम्मान के लिए अपना बलिदान दिया था। इन्हीं शहीदों का एक एक बूंद खून उनका साहस हमारे संकल्प को मजबूत करता है।

ASSAM बंगाल में बोले पीएम मोदी- उत्तराखंड के लिए पूरा देश प्रार्थना कर रहा है(फोटो:सोशल मीडिया)

हमारी चाय को बदनाम करना चाहते हैं-पीएम मोदी

किसान आंदोलन को लेकर विदेशी साजिश का हवाले देते हुए ग्रेटा थनबर्ग के टूलकिट खुलासे पर कहा कि आज देश को बदनाम करने के लिए साजिश रचने वाले इस स्तर तक पहुंच गए हैं कि भारत की चाय को भी नहीं छोड़ रहे हैं।

आपने खबरों में सुना होगा ये साजिश करने वाले कह रहे हैं कि भारत की चाय की छवि को बदनाम करना है। कुछ दस्तावेज सामने आए हैं जिससे खुलासा होता है कि विदेश में बैठी ताकतें चाय के साथ भारत की जो पहचान जुड़ी है उस पर हमला करने का प्रयास कर रहे हैं।

क्या ये हमला आपको मंजूर है। इस हमले के बाद चुप रहने वाले मंजूर हैं आपको? क्या हमला करने वालों की तारीफ करने वाले आपको मंजूर है। हर किसी को जवाब देना होगा जिन्होंने हिन्दुस्तान की चाय को बदनाम करने का बीड़ा उठाया है।

पीएम मोदी ने कहा कि वे असम की धरती से इन षड़यंत्रकारियों से कहना चाहते हैं कि वे चाहे जितनी मर्जी साजिश कर लें, देश इनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगा।

मेरा टी वर्कर इस लड़ाई को जीत कर रहेगा, इन हमलों में इतनी ताकत नहीं है कि वो हमारे टी गार्डन वर्कर का मुकाबला कर सके।

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Aditya Mishra

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