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Mahua Moitra Case: महुआ मोइत्रा के मामले में तेजी से एक्शन मगर रमेश विधूड़ी का मामला ठंडे बस्ते में, महीना भर बाद भी नहीं हुई समिति की दूसरी बैठक

Mahua Moitra Case: विधूड़ी के मामले को लेकर अभी तक विशेषाधिकार समिति की दूसरी बैठक तक नहीं हो सकी है। समिति की पहली बैठक 10 अक्टूबर को हुई थी मगर एक महीने से अधिक समय तक दूसरी बैठक न किए जाने को लेकर सवाल भी उठाए जा रहे हैं। कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर हमला भी बोला है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 14 Nov 2023 11:42 AM IST
Mahua Moitra Case: महुआ मोइत्रा के मामले में तेजी से एक्शन मगर रमेश विधूड़ी का मामला ठंडे बस्ते में, महीना भर बाद भी नहीं हुई समिति की दूसरी बैठक
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Mahua Moitra Case: पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में तृणमूल कांग्रेस की संसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ एथिक्स कमेटी ने काफी तेजी से एक्शन लिया है। लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने महुआ मोइत्रा को निष्कासित किए जाने की सिफारिश कर दी है। दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी का मामला ठंडा बस्ते में पड़ा हुआ है।

विधूड़ी के मामले को लेकर अभी तक विशेषाधिकार समिति की दूसरी बैठक तक नहीं हो सकी है। समिति की पहली बैठक 10 अक्टूबर को हुई थी मगर एक महीने से अधिक समय तक दूसरी बैठक न किए जाने को लेकर सवाल भी उठाए जा रहे हैं। कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर हमला भी बोला है। अब जानकारों का कहना है कि छठ पूजा के बाद अब इस मामले पर विचार किए जाने की संभावना है।

34 दिनों बाद भी नहीं हुई दूसरी बैठक

सितंबर महीने में संसद के विशेष सत्र के दौरान भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी पर बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली पर सदन में आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने का आरोप लगा था। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराते हुए बिधूड़ी के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग की थी। विपक्षी दलों की ओर से दबाव बनाए जाने के बाद यह मामला विशेषाधिकार समिति को सौंप दिया गया था।

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विशेषाधिकार समिति ने इस मामले में बिधूड़ी को 11 अक्टूबर को तलब भी किया था मगर बिधूड़ी ने राजस्थान के विधानसभा चुनाव में अपनी व्यस्तता के चलते पेशी से छूट दिए जाने की मांग की थी। उनका कहना था कि वे राजस्थान में अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के कारण व्यस्त हैं। इस कारण पेशी पर नहीं आ सकेंगे। विशेषाधिकार समिति में 10 अक्टूबर को बैठक करके उन्हें 11 अक्टूबर की पेशी से राहत दे दी थी मगर उसके बाद 34 दिनों का समय बीत चुका है और अभी तक समिति की कोई बैठक नहीं हुई है।

छठ पूजा के बाद हो सकता है फैसला

विशेषाधिकार समिति की बैठक न होने के पीछे लगातार दशहरा, दिवाली और छठ पूजा जैसे त्योहारों की दलील दी जा रही है। सूत्रों का कहना है कि लगातार त्योहारों के कारण समिति के सदस्यों की उपलब्धता नहीं हो पा रही है। इसी कारण 10 अक्टूबर की बैठक के बाद अगली बैठक नहीं हो सकी है। एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों का कहना है कि विशेषाधिकार समिति की बैठक के बारे में फैसला छठ पूजा के बाद किया जाएगा।

दोनों सांसदों को तलब कर सकती है समिति

जानकारों के मुताबिक इस बार विशेषाधिकार समिति की ओर से दोनों सांसदों को तलब किया जा सकता है। इस मामले में भाजपा की ओर से बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई गई है। विशेषाधिकार समिति बिधूड़ी को तलब करने के साथ ही दानिश अली को भी तलब किए जाने की तारीख के संबंध में अपनी अगली बैठक के दौरान फैसला ले सकती है। भाजपा का कहना है कि बसपा सांसद ने आपत्तिजनक टिप्पणी करके बिधूड़ी को उकसाया था। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

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बिधूड़ी के मामले में ढिलाई पर उठे सवाल

वैसे लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ काफी तेजी दिखाई है जबकि बिधूड़ी का मामला लंबे समय से लंबित चल रहा है। महुआ मोइत्रा को सदन से निष्कासित किए जाने की सिफारिश की जा चुकी है। दो मामलों में अलग-अलग रवैए को लेकर सवाल भी उठाए जा रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर का कहना है कि महुआ मोइत्रा और रमेश बिधूड़ी का मामला मोदी सरकार के दौरे मापदंड को उजागर करता है।

उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी का मामला भी लोकसभा के विशेषाधिकार समिति के पास पड़ा है मगर इस मामले में अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। दूसरी ओर एथिक्स कमेटी ने महुआ मोइत्रा के मामले में गजब की तेजी दिखाई है। उनका कहना है कि भारतीय लोकतंत्र खतरे में है और संविधान को बचाने के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के लिए अलग-अलग मापदंड नहीं अपनाए जाने चाहिए।



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Shashi kant gautam

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