Mahua Moitra: क्या महुआ मोइत्रा में कायम है ममता बनर्जी का भरोसा ?, पार्टी में मिली बड़ी जिम्मेदारी

Mahua Moitra: एथिक्स कमेटी ने टीएमसी सांसद को संसद से निष्कासित करने की सिफारिश अपनी रिपोर्ट में की है। इस पूरी लड़ाई में अकेले नजर आ रही महुआ को टीएमसी में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। उन्हें नादिया जिले का पार्टी प्रमुख नियुक्त किया गया है ।

Krishna Chaudhary
Published on: 14 Nov 2023 7:06 AM GMT (Updated on: 14 Nov 2023 7:27 AM GMT)
Instead of expulsion, Chief Minister Mamata Banerjee gave big responsibility to Mahua Moitra in the party.
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क्या महुआ मोइत्रा में कायम है ममता बनर्जी का भरोसा ?, पार्टी में मिली बड़ी जिम्मेदारी: Photo- Social Media

Mahua Moitra: संसद में सवाल पूछने के बदले पैसे (कैश फॉर क्वेरी केस) लेने के मामले में घिरीं महुआ मोइत्रा की सांसदी पर खतरा मंडरा रहा है। इस मामले की जांच करने वाली एथिक्स कमेटी ने टीएमसी सांसद को संसद से निष्कासित करने की सिफारिश अपनी रिपोर्ट में की है। इस पूरी लड़ाई में अकेले नजर आ रही महुआ को टीएमसी में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। उन्हें नादिया जिले का पार्टी प्रमुख नियुक्त किया गया है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली टीएमसी के इस फैसले की चर्चा इसलिए हो रही है कि जब से कैश फॉर क्वेरी का मामला शुरू हुआ महुआ मोइत्रा काफी अलग-थलग दिख रही थीं। सीएम ममता समेत तृणमुल कांग्रेस का कोई बड़ा नेता उनके लिए बोलता नजर नहीं आया। पार्टी की ओर से बस इतना कहा गया कि महुआ खुद अपना पक्ष रखेंगी। ऐसे में मीडिया में ममता बनर्जी के कृष्णानगर सांसद से नाराजगी की खबरें जोर पकड़ने लगीं।

महुआ मोइत्रा: Photo- Social Media

लोकसभा चुनाव में महुआ का टिकट कंफर्म !

कैश फॉर क्वेरी केस में पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से टीएमसी की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा को लेकर कई बड़े खुलासे हुए। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जाने लगा कि सीएम ममता बनर्जी इस विवाद को लेकर महुआ से नाखुश हैं और उनकी चुप्पी को इसी से जोड़कर देखा जाने लगा। कहा तो ये तक जाने लगा कि इसबार महुआ को टीएमसी लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका नहीं देगी। लेकिन पहले भतीजे अभिषेक बनर्जी का महुआ के समर्थन में बयान और फिर टीएमसी में मिली नई जिम्मेदारी के बाद अब कृष्णानगर की सांसद का टिकट कंफर्म माना जा रहा है।

महुआ ने ममता को शुक्रिया कहा

उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद पश्चिम बंगाल देश में तीसरा राज्य है, जहां से सबसे अधिक सांसद चुनकर दिल्ली पहुंचते हैं। राज्य में लोकसभा की कुल 42 सीटें हैं। पिछली बार बीजेपी ने चौंकाते हुए 18 सीटें जीत ली थीं। लेकिन इसबार सीएम ममता बनर्जी ने बंगाल में अधिक से अधिक सीटें जीतने के लिए खास रणनीति तैयार कर रखी हैं। आम चुनाव को देखते हुए उन्होंने 13 जिलों के जिलाध्यक्ष बदले हैं। उसमें एक जिला नादिया भी है।

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महुआ जिस कृष्णानगर सीट से सांसद हैं, वो नादिया नॉर्थ जिले में ही आती है। महुआ को पहले जिला अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। लेकिन अब दोबारा उनकी इस पद पर वापसी हुई है, वो भी ऐसे समय में जब उनकी सांसदी खतरे में है। उन्होंने इस भरोसे के लिए पार्टी प्रमुख का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने एक्स पर सीएम ममता बनर्जी को धन्यवाद कहते हुए कहा, मैं हमेशा पार्टी और कृष्णानगर के लोगों के लिए काम करती रहूंगी।

बता दें कि कैश फॉर क्वेरी मामले में जांच पूरा करने वाले संसद की एथिक्त कमेटी शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा स्पीकर को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद कमेटी के चेयरमैन विजय सोनकर इसे संसद में पेश करेंगे। फिर इस पर चर्चा होगी और इसके बाद निष्कासन पर वोटिंग होगी।

Shashi kant gautam

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