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West Bengal: कोरोना के इलाज के लिए झोलाछाप डॉक्टरों को ट्रेनिंग, स्वास्थ्य विभाग का फैसला

कोरोना के इलाज के मद्देनजर ग्रामीण स्वास्थ्य सिस्टम को मजबूत करने के लिए पश्चिम बंगाल में साउथ दिनाजपुर के स्वास्थ्य विभाग ने झोलाछाप डॉक्टरों की मदद लेने का फैसला किया है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani LalPublished By Vidushi Mishra
Published on: 6 Jun 2021 12:05 PM IST
health department of South Dinajpur in West Bengal has decided to take the help of quacks.
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डॉक्टर(फोटो-सोशल मीडिया)

कोलकाता: कोरोना से लोगों की जान बचाने के लिए झोलाछाप डॉक्टरों की मदद लेने का एक नायाब तरीका पश्चिम बंगाल में अपनाया जा रहा है। देश के ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल सुविधाओं की हालत किसी से छिपी नहीं है। गांव के लोग इलाज के लिए झोलाछाप डॉक्टरों पर ही आश्रित रहते हैं क्योंकि यही सबसे नजदीक और आसानी से मिल जाते हैं।

कोरोना वायरस संक्रमण जिस तरह ग्रामीण क्षेत्रों में फैला है उससे स्थिति और भी चिंताजनक हो गई है। बीमार पड़ रहे लोग झोलाछाप डॉक्टरों के पास जाते हैं और सही इलाज न मिल पाने पर स्थिति और भी खराब हो जाती है।

हेल्थकेयर वर्कर का दर्जा

कोरोना के इलाज के मद्देनजर ग्रामीण स्वास्थ्य सिस्टम को मजबूत करने के लिए पश्चिम बंगाल में साउथ दिनाजपुर के स्वास्थ्य विभाग ने झोलाछाप डॉक्टरों की मदद लेने का फैसला किया है। इन झोलाछाप डॉक्टरों को 'अनौपचारिक हेल्थकेयर वर्कर' कहा जाता है।


अधिकारियों का कहना है कि गांव के लोग टेस्ट कराने से कतराते हैं। इसकी एक वजह लोगों में कोरोना को लेकर जागरूकता की भारी कमी है। इसका परिणाम ये है कि ग्रामीण क्षेत्रों में इन्फेक्शन बढ़ता जा रहा है और मौतें हो रहीं हैं।

शुरुआती इलाज

ऐसी स्थिति में ग्रामीणजनों के बीच जागरूकता फैलाने और संक्रमण का जल्दी पता लगाने के लिए अनौपचारिक हेल्थकेयर वर्कर्स को ट्रेनिंग देने का काम शुरू किया गया है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अभी तक करीब डेढ़ हजार झोलाछाप डॉक्टरों को ट्रेनिंग दे कर ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात किया जा चुका है। ये लोगों में कोरोना के लक्षण की पहचान कर उचित दवाइयां देते हैं। साथ ही जरूरत पड़ने पर जांच कराने के लिए लोगों को भेजते हैं।

जिला स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में करीब ढाई हजार झोलाछाप डॉक्टर हैं जिनमें से अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं। ऐसे तमाम झोलाछाप डॉक्टर गांववालों के बीच बहुत लोकप्रिय होते हैं। ऐसे में इनका अच्छा इस्तेमाल किया जा सकता है।



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Vidushi Mishra

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