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बंगाल में एक साथ होंगे आखिरी दो चरणों के मतदान! जानिए पर्यवेक्षकों की राय

चुनाव पर्यवेक्षकों ने कहा है कि अगर उन्हें अतिरिक्त सुरक्षाबल दिए जाए तो अंतिम 2 फेज की वोटिंग एक साथ कराई जा सकती है।

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Newstrack Network NetworkPublished By Shreya
Published on: 21 April 2021 4:16 AM GMT (Updated on: 21 April 2021 5:50 AM GMT)
बंगाल में एक साथ होंगे आखिरी दो चरणों के मतदान! जानिए पर्यवेक्षकों की राय
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कोलकाता: पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस (Corona Virus) के कहर के बीच विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Elections 2021) जारी है। इस बीच अटकलें हैं कि आखिरी दो चरणों के चुनाव एक साथ कराए जा सकते हैं। दरअसल, चुनाव पर्यवेक्षकों ने कहा है कि अगर उन्हें अतिरिक्त सुरक्षाबल (Security Forces) दे दिए जाए तो अंतिम दो फेज की वोटिंग एक साथ ही कराई जा सकती है।

बता दें कि बंगाल में अभी तीन चरण का चुनाव और बाकी है। 22 अप्रैल को छठे फेज का मतदान होना है, जबकि सातवें चरण का 26 अप्रैल और आठवें चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा। हालांकि कोरोना वायरस (Corona Virus) के कहर को देखते हुए अन्य चरणों के मतदान को एक साथ कराए जाने की मांग की जा रही है। सूबे की मुख्यमंत्री और टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी भी बाकी बचे चरणों का चुनाव एक साथ कराने की अपील कर चुकी हैं।

चुनाव आयोग (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

चुनाव पर्यवेक्षकों ने निर्वाचन आयोग को लिखी थी चिट्ठी

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव पर्यवेक्षकों ने इस मुद्दे पर बीते हफ्ते भारत निर्वाचन आयोग को एक चिट्ठी लिखी थी, लेकिन अब तक पैनल की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है। बता दें कि इसलिए पर्यवेक्षकों ने अंतिम दो चरणों में विलय का सुझाव दिया था, क्योंकि अगला चरण बेहद करीब है, ऐसे में उसे लेकर कुछ नहीं किया जा सकता। जबकि मंगलवार को चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि अंतिम दो चरणों के विलय का कोई प्रस्ताव नहीं था।

इसलिए स्वीकार नहीं की जा सकती सिफारिश

वहीं, चुनाव आयोग के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने चिट्ठी को लेकर कहा कि दो वजहों से पर्यवेक्षकों की सिफारिश को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त बल चुनाव का एक हिस्सा है, जो देशभर में तैनात हैं। उन्हें बंगाल भेजे जाने के लिए अग्रिम सूचना की जरूरत है। ये काम तीन से चार महीने पहले होना चाहिए।

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