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Nawab Malik arrested: नवाब मलिक की गिरफ्तारी पर ममता बिफरीं, केंद्र के खिलाफ विपक्ष की एकजुटता पर जोर

Nawab Malik arrested: एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक (Senior NCP leader Nawab Malik) को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री मुखिया ममता बनर्जी ने मलिक की गिरफ्तारी पर कड़ा विरोध जताया है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Shashi kant gautam
Published on: 23 Feb 2022 3:02 PM GMT (Updated on: 23 Feb 2022 4:06 PM GMT)
Nawab Malik arrested: Mamta bifurcated on the arrest of Nawab Malik, emphasis on unity of opposition against the Center
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 नवाब मलिक- मुख्यमंत्री ममता बनर्जी: Photo - Social Media


New Delhi: महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) के मंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक (Senior NCP leader Nawab Malik) को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (Enforcement Directorate) की टीम आज मलिक के आवास पर पहुंची थी और बाद में उन्हें पूछताछ के लिए डीके दफ्तर लाया गया। दोपहर तीन बजे ईडी की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। मलिक की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है। जहां एक ओर भाजपा (BJP) की ओर से मलिक के इस्तीफे की मांग की जा रही है वहीं दूसरी ओर एनसीपी के मुखिया शरद पवार (NCP chief Sharad Pawar) अपनी पार्टी के नेताओं के साथ लगातार बैठकें करने में जुटे हुए हैं।

उधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने मलिक की गिरफ्तारी पर कड़ा विरोध जताया है। मलिक की गिरफ्तारी के बाद ममता ने शरद पवार से टेलीफोन पर बातचीत की है और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ विपक्ष की एकजुटता पर जोर दिया है। उनका कहना है कि विपक्षी दलों को एकजुट होकर केंद्र के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी।

पवार से की टेलीफोन पर बातचीत

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) ने केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ पहले से ही मोर्चा खोल रखा है। ईडी की ओर से नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद ममता की नाराजगी और बढ़ गई है और उन्होंने इस संबंध में पवार से टेलीफोन पर बातचीत की। टीएमसी सूत्रों का कहना है कि इस बातचीत के दौरान ममता ने विपक्षी दलों की एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।

इन एजेंसियों के माध्यम से विपक्ष के नेताओं को फंसाने की साजिश रची जा रही है। ऐसे में है विपक्षी दलों को एकजुट होकर इस साजिश के खिलाफ लड़ना होगा। पवार के साथ बातचीत के दौरान ममता ने मलिक की गिरफ्तारी के मुद्दे पर साथ देने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जिस तरह केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है,वह देश के संघीय ढांचे और संविधान के पूरी तरह खिलाफ है। इसलिए केंद्र के मंसूबों के खिलाफ विपक्ष को एकजुट होना होगा।

एनसीपी के मुखिया शरद पवार: Photo - Social Media

अभिषेक से पूछताछ का भी किया था विरोध

वैसे यह पहला मौका नहीं है जब ममता बनर्जी ने केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ मोर्चा खोला है। वे इसके पहले भी केंद्रीय एजेंसियों (central agencies) के खिलाफ काफी मुखर रही हैं। अपने भतीजे और टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी से पूछताछ के समय भी उन्होंने कड़ा विरोध जताया था।

ईडी की ओर से कोयला घोटाले (coal scam) के सिलसिले में अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुचिरा बनर्जी से पूछताछ की गई थी। इस मामले में पूछताछ के लिए बंगाल के कई और मंत्रियों और टीएमसी नेताओं को भी तलब किया गया था। उस समय भी ममता बनर्जी ने ईडी की ओर से उठाए गए कदम पर कड़ा विरोध जताया था।

केंद्र सरकार के खिलाफ ममता काफी मुखर

पिछले साल पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद ममता विभिन्न मुद्दों को लेकर काफी मुखर रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की तमाम कोशिशों के बावजूद भाजपा ममता को सत्ता से बेदखल करने में कामयाब नहीं हो पाई थी। इस जीत के बाद ममता के हौसले बुलंद हैं और उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।

कुछ समय पहले उन्होंने मुंबई जाकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray) और उनके बेटे आदित्य ठाकरे से मुलाकात भी की थी। ममता की एनसीपी मुखिया शरद पवार से भी बातचीत हुई थी और इस बातचीत के दौरान उन्होंने विपक्षी दलों की एकजुटता पर जोर दिया था।

विपक्षी मोर्चे के लिए बढ़ाई सक्रियता

हाल के दिनों में ममता केंद्र की भाजपा सरकार (BJP government) के खिलाफ विपक्ष का मोर्चा बनाने के लिए काफी सक्रिय रही हैं। पिछले दिनों उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन से टेलीफोन पर बातचीत की थी। इस बातचीत का मकसद भी केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा बनाना ही था।

ममता से बातचीत के बाद केसीआर भी सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने विपक्षी नेताओं से संपर्क साधने का काम शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि नवाब मलिक की गिरफ्तारी के मुद्दे पर विपक्षी दलों के नेता और मुखर होंगे और ममता इस मुद्दे को लेकर सियासी माहौल गरमाने की पूरी कोशिश करेंगी।

Shashi kant gautam

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