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West Bengal: भाजपा को बड़ा झटका देने की तैयारी में TMC, मुकुल रॉय का दावा- BJP के 24 विधायक संपर्क में

भाजपा छोड़कर टीएमसी में शामिल होने वाले वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने बड़ा दावा किया है। रॉय का कहना है कि भाजपा के 24 विधायक उनके संपर्क में हैं। जिन्होंने ममता बनर्जी के साथ काम करने की इच्छा जताई है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Ashiki
Published on: 7 Sep 2021 9:46 AM GMT
TMC leader Mukul Roy
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TMC नेता मुकुल रॉय (Photo- Social Media)

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) की ओर से भाजपा (BJP) को लगातार झटके दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पिछले एक महीने के दौरान भाजपा के चार विधायकों को तोड़ चुकी हैं। इस बीच भाजपा छोड़कर टीएमसी में शामिल होने वाले वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने बड़ा दावा किया है। रॉय का कहना है कि भाजपा के 24 विधायक उनके संपर्क में हैं। जिन्होंने ममता बनर्जी के साथ काम करने की इच्छा जताई है।

पश्चिम बंगाल की तीन विधानसभा सीटों पर 30 सितंबर को चुनाव कराने की घोषणा की गई है। सियासी जानकारों का कहना है कि उपचुनाव से पहले टीएमसी की ओर से भाजपा को जबर्दस्त झटका दिया जा सकता है। मुकुल रॉय का बयान टीएमसी की इसी मुहिम का हिस्सा माना जा रहा है।

ममता की मंजूरी का हो रहा है इंतजार

वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने इसी साल जून में भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में वापसी की थी। उन्होंने 4 साल पहले 2017 में टीएमसी से इस्तीफा देकर भगवा खेमे का दामन थामा था। बाद में भाजपा की ओर से उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया गया मगर विधानसभा चुनाव में टीएमसी की भारी जीत के बाद मुकुल रॉय ने पाला बदल लिया। उन्होंने टीएमसी में शामिल होने के अपने कदम को घर वापसी बताया था।


अब मुकुल रॉय ने भाजपा के कई विधायकों के साथ अपने संपर्क में होने का दावा किया है। उनका कहना है कि भाजपा के करीब दो दर्जन विधायक उनके संपर्क में हैं। वे टीएमसी में शामिल होने के इच्छुक हैं। रॉय ने कहा कि ये सभी विधायक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मंजूरी और सही वक्त का इंतजार कर रहे हैं। आने वाले समय में भाजपा को भारी झटका लगेगा।

टीएमसी से जुड़े सूत्रों का भी कहना है कि आने वाले दिनों में भाजपा को और झटके लग सकते हैं। भाजपा के कुछ और विधायक भी टीएमसी नेतृत्व के संपर्क में बताए जा रहे हैं। ममता बनर्जी की ओर से मुहर लगाए जाने के बाद इन विधायकों के भी टीएमसी में शामिल होने की चर्चाएं हैं। पाला बदल करने वाले भाजपा विधायकों की सदस्यता खत्म कराने के लिए भी पार्टी सक्रिय है मगर फिर भी दलबदल का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है।

मुकुल रॉय के करीबी हैं विधायक

पिछले एक हफ्ते के दौरान पाला बदलने वाले तीनों भाजपा विधायक मुकुल रॉय के करीबी बताए जाते हैं। ऐसे में उनके दावों को बिल्कुल निराधार नहीं कहा जा सकता। भाजपा के टिकट पर कालियागंज विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले सौमेन रॉय ने शनिवार को तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। सौमेन रॉय पहले टीएमसी में ही थे मगर विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने भगवा दल की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। कालियागंज सीट से उन्होंने जीत भी हासिल की थी मगर उनका भाजपा से मोहभंग हो गया। उन्होंने टीएमसी की सदस्यता ग्रहण कर ली। इससे पहले 30 अगस्त को विष्णुपुर से विधायक तन्मय घोष ने टीएमसी का दामन थामा था। घोष भी पहले टीएमसी में थे। इसी कारण घोष ने टीएमसी में शामिल होने को अपनी घर वापसी बताया था।


अगले ही दिन नॉर्थ 24 परगना जिले के बागड़ा क्षेत्र के भाजपा विधायक विश्वजीत दास ने भाजपा को झटका देते हुए टीएमसी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। पिछले एक महीने के दौरान भाजपा के चार विधायक पाला बदलकर टीएमसी की सदस्यता ले चुके हैं। सौमेन रॉय के इस्तीफे के बाद भाजपा विधायकों की संख्या घटकर 71 हो गई है।

टीएमसी में तोड़फोड़ का बदला ले रहीं ममता

कई भाजपा विधायकों के टीएमसी में शामिल होने के बाद सियासी हलकों में यह भी कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी में की गई तोड़फोड़ का भरपूर बदला ले रही हैं। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने टीएमसी में तोड़फोड़ करके उसके कई नेताओं को अपने टिकट पर चुनाव मैदान में उतार दिया था। भाजपा की ओर से उठाए गए इस कदम से ममता काफी नाराज हुई थीं।

अब विधानसभा चुनाव में भारी जीत के बाद ममता के हाथ मौका लग गया है। वे भाजपा विधायकों में तोड़फोड़ करने में जुट गई है। टीएमसी नेताओं का दावा है कि आने वाले दिनों में ममता की ओर से भाजपा को और भी झटके दिए जाएंगे।

उपचुनाव से पहले लग सकता है बड़ा झटका

पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग ने तीन विधानसभा सीटों पर 30 सितंबर को उपचुनाव कराने की घोषणा की है। इन सीटों में भवानीपुर की वह सीट भी शामिल है जिस पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनाव लड़ाने की घोषणा की गई है। ऐसे में पार्टी उपचुनाव से पहले भाजपा को और झटके देने की कोशिश में जुटी हुई है।


भाजपा की ओर से दलबदल कानून के तहत पार्टी छोड़ने वाले विधायकों की विधायकी खत्म कराने की कोशिश भी की जा रही है मगर फिर भी पार्टी छोड़ने का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है। विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी का कहना है कि टीएमसी की सदस्यता लेने वाले भाजपा विधायकों को कानूनी नोटिस भेजा गया है। उन्होंने कहा कि मुकुल रॉय, तन्मय घोष और विश्वजीत दास जैसे नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता तो ग्रहण कर ली है मगर अभी तक विधायकी से इस्तीफा नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि हम इन विधायकों की सदस्यता खत्म कराने के लिए प्रयासरत हैं।

मुकुल रॉय की सदस्यता समाप्त कराने के लिए पार्टी की ओर से हाईकोर्ट का भी रुख किया गया है। इस मामले में अभी तक हाईकोर्ट का कोई फैसला नहीं आया है। दूसरी ओर ममता ने भाजपा की आपत्तियों को दरकिनार करते हुए मुकुल राय को लोक लेखा समिति का अध्यक्ष भी बना दिया है। सियासी जानकारों का कहना है कि भाजपा विधायकों के दलबदल और राज्य में उपचुनाव की घोषणा के बाद आने वाले दिनों में सियासी माहौल और गरमाएगा।

Ashiki

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