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West Bengal SSC Scam: पश्चिम बंगाल में पार्थ चटर्जी की कुर्सी जानी तय, सरकारी गाड़ी लौटाने के बाद तेज हुईं अटकलें
West Bengal SSC Scam: प्रवर्तन निदेशालय की ओर से की गई कार्रवाई के बाद पार्थ चटर्जी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
West Bengal SSC Scam: पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में फंसे मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) की कुर्सी जानी तय मानी जा रही है। उन्होंने राज्य के संसदीय मंत्री के रूप में विधानसभा से मिली कार लौटा दी है। वे पिछले करीब एक दशक से इस कार का इस्तेमाल कर रहे थे मगर अब पार्थ के कार्यालय की ओर से इस कार की चाबी विधानसभा सचिवालय को सौंप दी गई है। इस घटनाक्रम के बाद उनके जल्द ही मंत्री पद से इस्तीफा देने की अटकलें तेज हो गई हैं।
दरअसल प्रवर्तन निदेशालय की ओर से की गई कार्रवाई के बाद पार्थ चटर्जी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। विशेष अदालत की ओर से पार्थ और उनकी सहयोगी अर्पिता को 10 दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेजा जा चुका है। पार्थ को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से समर्थन की उम्मीद थी मगर ममता भी उनसे किनारा करती हुई नजर आ रही हैं। भाजपा और कांग्रेस के हमलावर रुख के बाद ममता ने अब पार्थ से दूरी बना ली है।
विधानसभा की गाड़ी लौटाई
मौजूदा समय में पार्थ के पास उद्योग मंत्रालय के अलावा संसदीय कार्य मंत्रालय भी है। नियमों के अनुसार संसदीय मंत्री को विधानसभा की ओर कार मुहैया कराई जाती है। पार्थ को भी विधानसभा की ओर से कार मुहैया कराई गई थी और वे पिछले 10 वर्षों से इसका उपयोग कर रहे थे मगर अब उन्होंने इस कार को विधानसभा को लौटा दिया है।
विपक्षी दलों की ओर से पार्थ को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की जा रही है। भाजपा के साथ अब कांग्रेस ने भी उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्थ की सियासी मुश्किलं् लगातार बढ़ती जा रही हैं। इसी कारण माना जा रहा है कि वे जल्द ही मंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं।
कल होने वाली है मंत्रिमंडल की बैठक
टीएमसी का महत्वपूर्ण चेहरा माने जाने वाले पार्थ को प्रवर्तन निदेशालय की ओर से गत शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। अब वे 10 दिनों के लिए ईडी की हिरासत में हैं और उनसे शिक्षक भर्ती घोटाले के संबंध में पूछताछ की जा रही है। उनकी करीबी अर्पिता के ठिकाने से करोड़ों कैश बरामद होने के बाद पश्चिम बंगाल में उनके खिलाफ माहौल बनता दिख रहा है।
जानकार सूत्रों का कहना है कि गुरुवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक होने वाली है और माना जा रहा है कि इस दौरान ममता पार्थ को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकती हैं। पार्थ को टीएमसी की ओर से बचाव के उम्मीदें थीं मगर टीएमसी नेता भी ममता के रुख को देखते हुए उनसे दूरी बनाकर चल रहे हैं।
ममता ने किया पार्थ से किनारा
भाजपा के साथ ही अब कांग्रेस ने भी पार्थ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अथीर रंजन चौधरी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर पार्थ चटर्जी को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि शिक्षक भर्ती घोटाला (teacher recruitment scam) एक गंभीर मामला है और इस मामले की जांच होने तक पार्थ को मंत्री पद से हटाया जाना चाहिए।
दूसरी ओर भाजपा पार्थ के बहाने ममता पर हमला करने में में जुटी हुई है। पार्टी का कहना है कि ममता बनर्जी को भ्रष्टाचार के इस मामले की जानकारी थी मगर वे पूरे मामले पर पर्दा डालने में जुटी रहीं।
विपक्षी दलों के निशाने पर आने के बाद ममता अब पार्थ से किनारा करती हुई नजर आ रही हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि अगर कोई गलत काम करने में शामिल पाया जाता है तो उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गलत काम करने पर मैं किसी को नहीं छोड़ती चाहे वह मंत्री ही क्यों न हो। ममता के इस बयान को पार्थ के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि वे पार्थ का बचाव करने से कन्नी काट चुकी हैं। इसीलिए मंत्री पद से पार्थ की विदाई तय मानी जा रही है।