TRENDING TAGS :
Adani-NDTV Deal : क्या अडाणी सचमुच बन गए हैं NDTV न्यूज चैनल के मालिक !
अडाणी ग्रुप और टीवी न्यूज़ चैनल NDTV के बीच डील चर्चाओं में है। मंगलवार को अडाणी ग्रुप के एनडीटीवी की 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी मिलने के ऐलान ने मीडिया इंडस्ट्री में खलबली मचा दी।
Adani-NDTV Deal : अडाणी ग्रुप (Adani Group) और टीवी न्यूज़ चैनल एनडीटीवी (NDTV) के बीच डील चर्चाओं में है। मंगलवार शाम को अडाणी ग्रुप के एनडीटीवी की 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी मिलने के ऐलान ने मीडिया इंडस्ट्री में खलबली मचा दी। इस डील को लेकर कंफ्यूजन तब बढ़ गया, जब अडाणी ग्रुप के ऐलान के उलट एनडीटीवी ने कहा कि, ये अधिग्रहण उनकी सहमति के बगैर हुआ है। तो ऐसे में जानना जरूरी है कि आखिर सच्चाई क्या है। क्या सच में चैनल का मालिकाना हक अडाणी ग्रुप के पास जाने वाला है ?
Adani-NDTV Deal में शामिल कंपनियां
इस डील में पांच कंपनियां शामिल है- एनडीटीवी, आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड, विश्व प्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (वीसीपीएल), एमजी मीडिया नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड (एएमएनएल) और अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल)। आरआरपीआर (राधिका रॉय, प्रणय रॉय) होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड एनडीटीवी की प्रमोटर कंपनी है। वीसीपीएल एएमएनएल की सहायक कंपनी है। एएमएनएल अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) की सहायक कंपनी है। अडाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड अडाणी ग्रुप की प्रमुख कंपनी है। इस तरह वीसीपीएल को अडाणी ग्रुप नियंत्रित करती है।
अडाणी को कैसे मिली 29 प्रतिशत हिस्सेदारी ?
NDTV की प्रमोटर कंपनी आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड ने साल 2009 में 403.85 करोड़ रुपए का कर्ज अन्य कर्जों को खत्म करने के लिए लिया था। इस ब्याज मुक्त लोन के बदले में वीसीपीएल को आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के वारंट मिल गए। नियमों के मुताबिक, वारंट को एक्सपायरेशन से पहले कभी भी इक्विटी शेयर्स में बदला जा सकता है। आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के पास एनडीटीवी में 29.18 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। वीसीपीएल ने अपने वारंट्स का इस्तेमाल कर आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड की 99.5 प्रतिशत हिस्सेदारी अपने नाम कर ली। इससे एनडीटीवी में उसके 29.18 प्रतिशत शेयर भी स्वतः वीसीपीएल के पास चले गए, जिसका कंट्रोल अडाणी ग्रुप के पास है।
26 प्रतिशत अतिरिक्त स्टेक खरीदने का ऐलान
अडाणी ग्रुप ने इसके अलावा एनडीटीवी में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी और खरीदने का ऐलान किया है। इसके लिए कंपनी 294 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 493 करोड़ रुपए का ओपन ऑफर लाने जा रही है। कंपनी अगर ये हिस्सेदारी खरीदने में सफल हो जाती है तो उसके पास एनडीटीवी में 55 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी। अडाणी समूह ने इस पूरे डील की जानकारी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) को भी दी है।
एनडीटीवी में सबसे बड़ी हिस्सेदारी किसकी ?
एनडीटीवी में फिलहाल सबसे बड़ी हिस्सेदारी राधिका रॉय और प्रणय रॉय (Radhika Roy and Prannoy Roy) की है। दोनों का कुल 32.26 प्रतिशत स्टेक है। इसके बाद 9.75 प्रतिशत शेयर के साथ सबसे बड़ी हिस्सेदारी एलटीएस इन्वेस्टमेंट फंड लिमिटेड के पास है। इसके पास अडाणी समूह के विभिन्न कंपनियों की हिस्सेदारी भी है। ऐसे में ओपन ऑफर में एलटीएस इन्वेस्टमेंट अपनी हिस्सादारी अडाणी समूह को टेंडर कर देता है तो अडाणी समूह 38.93 फीसदी हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ी शेयरहोल्डर बन जाएगी।
ऐसे में सबकी नजरें आगे की प्रक्रिया पर है। अगर अडाणी समूह एनडीटीवी में 55.18 प्रतिशत की हिस्सेदारी हासिल करने में कामयाब हो जाती है तब उसके पास चैनल का सारा कंट्रोल आ जाएगा। अब सबकी नजर एनडीटीवी के अगले कदम पर है। कंपनी का कहना है कि वह आगे के कदमों के लिए मंथन कर रही है।