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Agnipath Protest: अग्निपथ के खिलाफ बिहार में महागठबंधन का राजभवन मार्च, कांग्रेस नहीं हुई शामिल
Agneepath Scheme: बुधवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन में शामिल घटक दलों ने अग्निपथ योजना के खिलाफ राजभवन तक विरोध मार्च निकाला।
Agneepath Scheme: तीनों सेनाओं में भर्ती की नई योजना अग्निपथ (agneepath scheme) के विरोध का एपिसेंटर बने बिहार में भले ही हिंसक प्रदर्शनों का दौर थम गया हो, लेकिन यहां की विपक्षी राजनीतिक पार्टियां अब इसके खिलाफ सक्रिय हो गई हैं। बुधवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन में शामिल घटक दलों ने अग्निपथ योजना के खिलाफ राजभवन तक विरोध मार्च निकाला। इसमें पूर्व सीएम राबड़ी देवी और वामपंथी दलों के दिगग्ज नेता शामिल हुए।
राजभवन पहुंचने के बाद तेजस्वी समेत विपक्ष के अन्य नेताओं ने राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात की और उन्हें योजना के विरोध में अपना ज्ञापन सौंपा। हालांकि, इस दौरान महागठबंधन में फूट भी नजर आई, क्योंकि कांग्रेस का एक भी नेता इस मार्च में नहीं दिखा। दरअसल बीते कुछ समय से बिहार में कांग्रेस और राजद के रिश्तों में खटास आई है।
तेजस्वी ने केंद्र पर बोला हमला
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अग्निपथ योजना को लेकर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह योजना तत्काल बंद होना चाहिए, यह बीजेपी और आरएसएस का हिडन एजेंडा है। राजद नेता ने कहा कि सरकार से हमने इस योजना को लेकर 20 सवाल किए थे, मगर एक का भी जवाब अब तक नहीं मिला है। बीजेपी के नेता कहते हैं कि चार साल के बाद अग्निवीरों को बीजेपी कार्यालय में रखेंगे। इस तरह के बयान देकर युवाओं को अपमानित किया जा रहा है। भाजपा के नेता अपने बच्चों को अग्निवीर बनाएं, हम 24 लाख रूपये देंगे और राजद कार्यालय में रखेंगे।
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि अग्निपथ योजना से युवाओं को कोई लाभ नहीं होगा। यह उनके हित में नहीं है। केंद्र सरकार युवाओं का जीवन बर्बाद कर रही है। जब तक सरकार इस योजना को वापस नहीं लेगी तब तक हम लोगों का प्रदर्शन जारी रहेगा।
तेजस्वी ने नीतीश की चुप्पी पर उठाए सवाल
अग्निपथ योजना को लेकर बिहार में हुए भयानक हिंसक प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी सवालों के घेरे में रही है। अब तेजस्वी यादव ने भी उनकी चुप्पी पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने बिहार सीएम को सलाह देते हुए कहा कि यदि विरोध करना है तो खुलकर करें। साथ ही उन्होंने आंदोलनकारी छात्रों को जेल से रिहा करने और उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे को वापस लेने की मांग की है।
दरअसल जदयू अग्निपथ योजना का विरोध कर चुकी है और उसने केंद्र से इसे वापस लेने की भी मांग कर दी है। वहीं सीएम नीतीश कुमार की चुप्पी को भी अग्निपथ योजना के विरोध के तौर पर ही देखा जा रहा है।