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कोरोना मरीज को नहीं मिला एंबुलेंस, मां के सामने बेटे की हुई मौत
बेगूसराय जिले में घंटों एम्बुलेंस के इंतजार में युवक ने वृद्ध माँ के सामने तड़प-तड़प प्राण त्याग दिया।
बेगूसराय: देश समेत बिहार (Bihar) में कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Corona Virus Second Wave) ने हाहाकार मचा रखा है। रोजाना यहां पर रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं। बीते 24 घंटे की बात की जाए तो इस दौरान 12 हजार 222 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। जबकि एक दिन में 56 मरीजों ने इस बीमारी के चलते अपनी जान गंवा दी है। हालांकि 4774 मरीजों ने कोरोना को मात भी दी है।
बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संख्या की वजह से स्वास्थ्य व्यवस्थाएं एक बार फिर से प्रभावित हो गई हैं। कई मरीज बिना इलाज के दम तोड़ रहे हैं। ताजा मामला बेगूसराय (Begusarai) जिले से सामने आया है, जहां पर एक व्यक्ति ने एंबुलेंस के इंतजार में तड़प-तड़प कर अपने प्राण त्याग दिए। बताया जा रहा है कि युवक कोरोना संक्रमित था।
RJD महासचिव सचिव ने सरकार पर साधा निधाना
इसे लेकर युवा राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के महासचिव सिंटू झा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि बेगूसराय जिले के खोदाबंदपुर प्रखंड निवासी शिक्षक राजवंशी रजक ने घंटों एम्बुलेंस आने के इंतजार में तड़प-तड़प प्राण त्याग दिया। बेसुध वृद्ध माँ के सामने कोरोना से पीड़ित एक जवान बेटा ने अस्पताल के बाहर दम तोड़ दिया। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश (CM Nitish Kumar) जी कहेंगे "ALL IS WELL."
वहीं इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए बिहार विधान परिषद के सदस्य डॉ. तनवीर हसन ने लिखा कि एम्बुलेंस के इंतजार में मौते हो रही हैं। कहीं ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी के कारण! लेकिन अब तक सीएम ने इन चीजों के लिए एक भी अस्पताल का निरीक्षण नहीं किया है। बड़े शर्म की बात है। इसी के साथ उन्होंने #ResignPaltuNitish भी इस्तेमाल किया है।
आबादी का 0.01 फीसदी हुआ संक्रमित
गौरतलब है कि न केवल बिहार बल्कि कई राज्यों में लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मिलने पर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोग बीमारी के साथ साथ बीमारी का इलाज न मिलने की वजह से दम तोड़ रहे हैं। बिहार में भी हालात खस्ता हैं। राज्य की करीब 12 करोड़ की आबादी का 0.01 फीसदी लोग एक दिन में संक्रमित मिले हैं। पूरे राज्य में बुधवार को 12 हजार 222 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।