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Bihar News: बीपीएससी अभ्यर्थियों का फिर हंगामा, बोले गलत प्रश्नों की उच्चस्तरीय जांच करवाए सरकार
Bihar News: बीपीएससी की 67वीं पीटी का पेपर संशोधित करने की मांग लेकर सैकड़ों अभ्यर्थी एक बार फिर से सड़क पर उतर आए। वे बीपीएससी ऑफिस के बाहर हंगामा करने लगे।
Bihar News: बीपीएससी की 67वीं पीटी का पेपर संशोधित करने की मांग लेकर सैकड़ों अभ्यर्थी एक बार फिर से सड़क पर उतर आए। वे बीपीएससी ऑफिस के बाहर हंगामा करने लगे। साथ ही पेपर लीक कांड की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की। इधर, छात्रों की भीड़ देखते हुए ऑफिस के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। वहीं पुलिस-प्रशासन बीपीएससी अभ्यर्थियों को समझाने में लगे हुए हैं।
सरकार को इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवानी चाहिए: छात्र
छात्रों के हंगामा को देखते हुए नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा उनसे मिलने पहुंचे और उनसे बातचीत की। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार को इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवानी चाहिए। छात्रों को संस्थान पर भरोसा नहीं हो रहा है तो सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेनी चाहिए। उनकी मांगों को जरूर सुनना चाहिए।
''मुख्यमंत्री तक पहुंचाई जाए हमारी मांग''
आक्रोशित छात्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री तक हमारी मांग पहुंचाई जाए और जब वहां से आश्वासन मिलेगा तभी हम हटेंगे क्योंकि कई बार हमें छला गया है। छात्र नेता दिलीप का कहना है कि बीपीएससी ने 7 प्रश्नों का उत्तर गलत दिया है। इसलिए एक बार फिर से इन प्रश्न और उत्तर की जांच होनी चाहिए। साथ ही जो प्रश्न गलत पूछे गए हैं उसी अनुसार कटऑफ घटाकर और अधिक रिजल्ट दिए जाएं। इससे पहले 53-55 वीं पीटी परीक्षा में किया गया था कि हाईकोर्ट के निर्देश के बाद आयोग ने सुधार करके रिजल्ट दिया था।
''सीएम एक्सपर्ट की टीम बनाकर बीपीएससी 67 वीं पीटी परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों और उत्तरों की जांच कराएं''
छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आयोग के एक्सपर्ट से अलग एक्सपर्ट की टीम बनाकर बीपीएससी 67 वीं पीटी परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों और उत्तरों की जांच कराएं। छात्रों की मांग है कि ओएमआर सीट में में छेड़छाड़ की सीबीआई से जांच कराई जाए। बता दें कि इससे पहले छात्रों ने हंगामा किया था। उस समय बीपीएससी केंद्र के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई। हंगामे के कुछ देर बाद बीपीएससी की ओर से छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से उनकी शिकायत सुनने की बात कही गई। इसके बाद पांच सदस्य बीपीएससी ऑफिस के अंदर गए। वहां उन्होंने अपनी बात रखी थी।