TRENDING TAGS :
Rohtas में डबल मर्डर : कैश विवाद में एक पक्ष ने दूसरे को मारी गोली, गुस्सायी भीड़ ने उसे भी मार डाला
Bihar: रोहतास में दिनदहाड़े दो लोगों लोगों की हत्या कर दी गई। दोनों की हत्या के पीछे कैश के लेनदेन का विवाद की बात सामने आ रही है।
Bihar: रोहतास में दिनदहाड़े दो लोगों लोगों की हत्या (Double Murder In Rohtas) कर दी गई। दोनों की हत्या के पीछे कैश के लेनदेन का विवाद की बात सामने आ रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद जब हत्यारोपी भाग रहा था तो पीड़ित पक्ष के परिजनों ने खदेड़ कर उसे दबोच लिया और जमकर धुनाई कर दी। भीड़ ने हत्यारोपी को इतना पीटा कि वह अधमरा हो गया। गुस्साए लोग इतने में भी नहीं मानें और जमीन पर पटक-पटककर उसे मार डाला। घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कंचनपुर गांव में गुरुवार सुबह की हुई।
घटना के बाद इलाके में हड़कंप मचा
घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। हालांकि, पुलिस को देख कुछ लोगों ने हंगामा जरूर किया, लेकिन थानेदार ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत करवा दिया। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मरने वालों की पहचान पूर्व सरपंच अनिल यादव और सत्येंद्र सिंह उर्फ झरेला सिंह के रूप में हुई। पुलिस का कहना है कि लेनदेन के विवाद में दोनों की हत्या हुई है। दोनों के परिजनों से पूछताछ चल रही है।
कैश के लेन-देन को ले विवाद था: परिजन
घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों का कहना है कि पूर्व सरपंच अनिल यादव एवं सत्येंद्र सिंह उर्फ झरेला सिंह के बीच कैश के लेन-देन को ले विवाद था। बताते हैं कि सत्येंद्र सिंह ने अनिल यादव को सूद पर कुछ कैश दिया था। सत्येंद्र सिंह लगतार रुपए लौटाने की मांग कर रहा था। लेकिन अनिल यादव कह रहा था कि अभी उसके पास रुपए नहीं आए हैं, जब आएंगे तो वापस लौटा था। इसी बात को लेकर गुरूवार सुबह दोनों में फोन पर विवाद हुआ। इसके बाद सत्येंद्र सिंह अपने गुर्गों के साथ अनिल यादव के घर आ धमका और विवाद करने लगा। अनिल ने विरोध किया तो सत्येंद्र सिंह ने गोली चला दी। इसमें अनिल की मौके पर ही मौत हो गई।
इधर, गोली चलाने के बाद सत्येंद्र सिंह भागने लगा तो लोगों ने उसे खदेड़ दिया। करीब एक किलोमीटर भागने के बाद लोगों ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद बेरहमी से पिटाई कर दी। लोग उसे तब तक पीटते रहे जब तक उसकी मौत न हो गई। घटना के बाद सत्येंद्र सिंह के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।