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Bihar Political Development Fast: कार्तिक कुमार का इस्तीफा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया मंजूर
Bihar Political Development Fast:
Karthik Kumar's resignation कार्तिक कुमार ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भेजा, जिसे स्वीकार करते हुए उन्होंने राज्यपाल फागू चौहान को अपनी अनुशंसा भेज दी। गन्ना उद्योग विभाग का अतिरिक्त प्रभार राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता को दिया गया है।
कार्तिक कुमार अब मंत्रिमंडल से बाहर हो गए और माना जा रहा कि अपहरण के जिस केस में उनकी गिरफ्तारी पर 1 सितंबर तक छूट थी, वह खत्म हो सकती है। सूत्रों के अनुसार विधि विशेषज्ञों की राय के बाद मुख्यमंत्री की सलाह पर राजद की ओर से उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के फैसले के मद्देनजर कार्तिक कुमार ने इस्तीफा दिया।
अब राजद को अपने मंत्रियों की संख्या वापस पाने के लिए मंत्रिमंडल विस्तार का इंतजार करना पड़ेगा। राजद सूत्रों के अनुसार इसके बदले पार्टी कैबिनेट मंत्री स्तर का कोई और पद लेने का प्रयास करेगी, क्योंकि तत्काल विस्तार की कोई संभावना नहीं है। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो एक-दो मंत्रियों का शपथ ग्रहण भी प्लान किया जा सकता है।
कार्तिक का हटना राजद के लिए संकट
कार्तिक का हटना राजद के लिए फिलहाल दूसरे तरह का संकट भी है क्योंकि वह मंत्रिमंडल में उसके इकलौते भूमिहार प्रतिनिधि थे। अब पार्टी में और कोई भूमिहार विधायक नहीं, हालांकि दो एमएलसी जरूर हैं।
राजद अपने दोनों एमएलसी इंजीनियर सौरभ कुमार या अजय सिंह में से किसी एक पर दाव खेल तो सकती है, लेकिन यह जातिगत आधार पर बड़े चेहरे नहीं हैं। सारण से निर्दलीय चुनाव जीते इस बिरादरी के सच्चिदानंद राय राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के गुड बुक में हैं, इसलिए तेजस्वी बाहरी विकल्प पर भी नजर डाल सकते हैं। वरिष्ठ पत्रकार अनूप सिंह कहते हैं, "चर्चा में सच्चिदानंद राय का महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र से खुद या पुत्र के लिए राजद से टिकट का जुगाड़ भी है। वह इसके लिए लालू से मिल भी चुके हैं। लेकिन, महाराजगंज में पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के पुत्र रणधीर सिंह का भी यहां दावा है। ऐसे में अगर यह सीट रणधीर सिंह के लिए बचानी है तो भी दूसरे बड़े चेहरे सच्चिदानंद राय के लिए मंत्री की कुर्सी रिजर्व हो सकती है। वैसे, इंजीनियर सौरभ कुमार या अजय सिंह की लॉबी भी राजद में कमजोर नहीं है। सौरभ कुमार तेजस्वी यादव की पसंद हैं जबकि अनंत सिंह की लॉबी कार्तिक कुमार की जगह अजय सिंह को कुर्सी दिलाना चाहेगा।" लेकिन, फिजा में एक बात अभी नहीं आई और राजनीतिक विश्लेषक इससे इंकार भी नहीं कर रहे कि अगर मंत्रिमंडल विस्तार टला तो अनंत सिंह से छिनी मोकामा की विधायकी अगर उनकी पत्नी ने हासिल कर ली तो सबसे मजबूत दावेदारी इनकी हो जाएगी।
कार्तिक की आज होनी है पेशी
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री कार्तिक कुमार उर्फ मास्टर साहब की आज पेशी होनी है। वे दानापुर स्थित व्यवहार न्यायालय में पेश होंगे। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, तृतीय के कोर्ट में अपहरण के केस की सुनवाई होगी। कार्तिक कुमार अग्रिम जमानत के लिए उपस्थित होंगे। उनपर बिहटा थाना के कांड संख्या 859/ 2014 में हैं। बता दें कि कार्तिक कुमार ने बुधवार देर शाम मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंपा। इसके बाद नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को अपनी अनुशंसा भेज दी है। दानापुर कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत की अर्जी पर सुनवाई करते हुए 1 सितंबर तक राहत दी थी।
क्या है मामला
आरोप है कि बाहुबली अनंत सिंह के साथ कार्तिक सिंह और अन्य बिहटा में राजू सिंह का अपहरण करने गए थे। इसी मामले में बिहटा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसमें पूर्व मंत्री कार्तिक भी आरोपित बनाए गए। अपहरण के केस में ही उनके खिलाफ वारंट निकला था और उन्हें कोर्ट में सरेंडर करना था। इसी बीच 10 अगस्त को महागठबंधन की सरकार बन गई। दो दिन बाद 12 अगस्त को कोर्ट ने उनको एक सितंबर तक के लिए राहत दे दी थी। इसके बावजूद 16 अगस्त को कार्तिक सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। उन्हें कानून मंत्री बनाया गया। इसके बाद विपक्ष ने इस मामले को उठाया था। कई आरोप लगाए। मामला तूल पकड़ा तो महागठबंधन के सहयोगी वामदल ने भी सवाल खड़े कर दिए। इसके बाद 31 अगस्त को कार्तिक कुमार का विभाग बदल कर गन्ना उद्योग विभाग दे दिया गया। देर शाम उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया।