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बिहार: जहरीली शराब से अब तक 23 की मौत, कईयों की आंखों की गई रोशनी
बिहार में शराबबंदी होने के बाद भी अवैध शराब बिक्री और कच्ची शराब बनाए जाने के कइयों मामले आए दिन सामने आते रहते हैं। राज्य सरकार भले ही जो भी दावे करे, लेकिन ये भी सच है कि प्रदेश में शराब का उत्पादन और व्यापार लगातार जारी है।
Bihar Liquor Death: बिहार में शराबबंदी होने के बाद भी अवैध शराब बिक्री और कच्ची शराब बनाए जाने के कइयों मामले आए दिन सामने आते रहते हैं। राज्य सरकार भले ही जो भी दावे करे, लेकिन ये भी सच है कि प्रदेश में शराब का उत्पादन और व्यापार लगातार जारी है। जबकि, राज्य में शराबबंदी है, फिर भी गैरकानूनी तरीके से अनवरत बिक्री जारी है। कई मौकों पर जहरीली शराब (Bihar Liquor Death) पीने और उनसे हुई मौत के मामले सामने आते रहते हैं।
बिहार में जहरीली शराब पीने से अब तक 23 लोगों की मौत हो चुकी है। गोपालगंज जिले में में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर कुल 13 हो गई है। जबकि, बेतिया में 10 लोगों की अब तक जान जा चुकी है। गोपालगंज में तीन लोगों की आंखों की रोशनी जाने की खबर भी आ रही है। जबकि, सात अन्य लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। गोपालगंज तथा मोतिहारी के विभिन्न अस्पतालों में पीड़ितों का इलाज चल। आशंका है कि मौतों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गोपालगंज के एसडीएम उपेन्द्र पाल ने अभी तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि की है। वहीं, इस साल अब तक जहरीली शराब से 84 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
नीतीश के मंत्री को लग रहा साजिश
पश्चिम चम्पारण के बेतिया और गोपालगंज में जहरीली शराब से हुई मौतों पर बिहार के मंत्री जनक राम ने इसे साजिश करार दिया है। अपने बयान में उन्होंने कहा, इन शराबों का सेवन करने वाले गरीब हैं। कार्रवाई और छापेमारी के नाम पर कमजोर और गरीब को पकड़ लिया जाता है। कमजोर ही मर जाते हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण।
उच्चस्तरीय जांच के आदेश
मामले के तूल पकड़ते और विपक्ष के हमलावर होते पुलिस सक्रियता बढ़ी है। पुलिस इस धंधे से जुड़े अन्य लोगों को भी तलाश रही है। गोपालगंज के डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी, एसपी आनंद कुमार अन्य पुलिस कर्मियों के साथ मोहम्मदपुर और कुसहर गांव पहुंचे और मृतकों के परिजनों से मिले। घटना की जानकारी ली। डीएम ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
राजद का सरकार पर हमला
मामले की गंभीरता और लोगों के रोष के बाद विपक्ष भी मैदान में कूद गया। जहरीली शराब कांड पर बिहार की मुख्य विपक्षी दल राजद ने बिहार सरकार पर जोरदार हमला बोला। पार्टी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने ट्वीट कर लिखा, 'ये है आपकी शराबबंदी का क्रूर सच मुख्यमंत्री जी....लेकिन आपको न चिंता करनी है और ना ही चिंतन...बस चुनाव 'येन केन प्रकारेण' जीत लिए जाएं.....बाकी जनता भुगते...परिवार बर्बाद हो जाए ..आपको क्या?'
रास्ते में तोड़ा दम
स्थानीय ग्रामीणों और मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से यह घटना बुधवार शाम की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, गांव के ही दलित बस्ती में छोटी दिवाली की शाम कुछ लोगों ने एक साथ बैठकर शराब पी थी। उसके बाद कईयों की तबियत बिगड़ने लगी। एक मृतक के परिजन का कहना है कि शराब पीने के बाद अचानक से उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। इलाज के लिए उसे जिला मुख्यालय लेकर जा ही रहे थे, कि रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।
अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा इलाज
ख़बरों के अनुसार, सभी मृतक दक्षिणी तेलहुआ पंचायत के वार्ड संख्या 2, 3 और 4 के रहने वाले हैं। इस घटना के बारे में ग्रामीण बताते हैं कि उन्होंने बुधवार शाम शराब पी थी। जिसके बाद अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। इसी क्रम में जिनकी तबियत ज्यादा बिगड़ी उन्हें बचाया नहीं जा सका। और अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, कुछ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। प्रभावित लोगों का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। पुलिस और प्रशासन की टीम जांच में जुटी है।
क्या कहा पश्चिम चंपारण के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने
पश्चिम चंपारण के जिला मजिस्ट्रेट कुंदन कुमार ने कहा, बेतिया में आठ लोगों की मौत की जानकारी की पुष्टि हुई है। पहली नजर में यह जहरीली शराब के सेवन का मामला प्रतीत हो रहा है। वहां पर एक मेडिकल टीम पहुंच गई है।